फ्रंट पर तेज प्रताप को लाकर बैक फायर क्यों कर रहे लालू, ‘बाबा’ के नाम पर होगा परिवार में सियासी खेला?

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फ्रंट पर तेज प्रताप को लाकर बैक फायर क्यों कर रहे लालू, ‘बाबा’ के नाम पर होगा परिवार में सियासी खेला?

पटना :आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ( RJD Chief Lalu Yadav ) के मन में क्या है, क्या चल रहा है? इस सवाल का जवाब न तो आरजेडी के किसी नेता के पास है, न ही लालू परिवार के किसी सदस्य के पास। इस सावल का जवाब सिर्फ और सिर्फ लालू यादव ही दे सकते हैं। कल तक लालू के बड़े लाल तेज प्रताप ( Tej Pratap Yadav ) को दिल्ली भेजा जा रहा था, हालांकि अब चर्चा है कि तेज प्रताप को नहीं, किसी ‘बाबा’ को दिल्ली भेजा जाएगा। आरजेडी अपने कोटे से राज्यसभा ( Rajya Sabha chunav 2022 ) भेजेगी। तो फिर सवाल उठता है कि तेज प्रताप को आगे कर पार्टी और परिवार, कहना और करना क्या चाह रहे हैं। फ्रंट पर तेज प्रताप को कर लालू कौन सा सियासी खेला खेल रहे हैं।

दरअसल, बिहार में राज्यसभा की 5 सीटों के लिए चुनाव होना है। लालू यादव की पार्टी दो सीटों पर दावा ठोक रही है। एक सीट पर लालू यादव की बेटी मीसा भारती का जाना लगभग तय है। दूसरा नाम तेज प्रताप का बताया जा रहा था। हालांकि, अब लग रहा है कि यह महज चर्चा का विषय था। पार्टी के अंदर और बाहर तेज प्रताप ही छाए हुए थे। अब अचानक चर्चा में बाबा सिद्दीकी आ गए हैं। खबर है कि आरजेडी इनको दूसरी सीट के लिए उम्मीदवार बना सकती है।
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कैसे चर्चा में आए तेज प्रताप
दरअसल, तेज प्रताप यादव बिहार के स्‍थानीय नेताओं से लंबे समय से नाराज चल रहे हैं। यही कारण है कि उन्‍होंने खुद को पार्टी से अलग भी कर रखा है। कभी-कभी तो वे पार्टी और परिवार के खिलाफ भी सार्वजनिक तौर पर बोलने लगते हैं। जाहिर सी बात है लालू और राबड़ी को पार्टी और परिवार, दोनों की चिंता है। लालू यादव चाहते हैं कि पार्टी के साथ-साथ परिवार भी एक रहे। कल तक खबर थी कि बिहार की लोकल पॉलिटिक्स से अलग कर उन्हें दिल्ली की सियासत में सेट कर दिया जाएगा। हालांकि इस विषय पर आरजेडी की ओर से कोई भी नेता कुछ भी खुलकर बोलने को तैयार नहीं है। इस बाबत सीनियर नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी से जब पूछा गया तो उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया। उन्‍होंने इतना जरूर कहा कि राज्य और राष्ट्रीय संसदीय बोर्ड की बैठक में राज्यसभा चुनाव के लिए जिन उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा हुई है, उन नामों को राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू यादव के सामने भेज दिया गया है। अब वही इस पर अंतिम फैसला लेंगे।
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पार्टी ऑफिस में लगे तेज प्रताप यादव जिंदाबाद के नारे
राज्यसभा के दोनों उम्मीदवार आरजेडी की ओर से कौन होगा, इस पर कोई भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। हालांकि मंगलवार को पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक खत्म होने के बाद जैसे ही तेज प्रताप बाहर निकले तो समर्थकों ने ‘तेज प्रताप जिंदाबाद’ के नारे लगाने लगे थे। यही नहीं, उनके समर्थकों ने तेज प्रताप यादव को माला पहनाया और जमकर नारेबाजी की। तब ही से ये अनुमान लगाया जा रहा था कि तेज प्रताप को राज्यसभा भेजे जाने को लेकर उनका नाम लिफाफे में बंद हो गया है। लेकिन यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दो उम्मीदवारों के नामों में एक नाम तेज प्रताप का है या नहीं। एक दिन बाद ही बाबा सिद्दीकी और कपील सिब्बल की एंट्री हो गई।
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अब चर्चा में बाबा सिद्दीकी
खबरों की माने तो आरजेडी बाब सिद्दीकी पर दांव लगा सकती है। हालांकि चर्चा में कपिल सिब्बल भी हैं। दोनों में कौन राज्यसभा जाएगा,ये तो लालू ही तय करेंगे। बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर बांद्रा वेस्ट सीट से तीन बार विधायक रह चुके हैं। मंत्री भी रहे हैं। बताया जाता है कि सलमान और शाहरुख खान से उनके अच्छे रिश्ते हैं। यही नहीं, सीवान के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन से भी रिश्ते रहे हैं। कहा जा रहा है कि उनकी आरजेडी में पैठ भी अच्छी है। खबर ये भी है कि कुछ दिनों पहले वे बिहार भी आए थे और तेजस्वी यादव से भी मुलाकात की थी।
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कपिल सिब्बल भी हैं चर्चा में
बाब सिद्दीकी के अलावा कपिल सिब्बल भी चर्चा में हैं। आरजेडी सूत्रों की मानें तो बाबा के अलावा लालू यादव कपिल सिब्बल पर भी दांव लगा सकते हैं। इसके पीछे जो वजह बताई जा रही है, वह ये है कि कपिल सिब्बल लालू यादव से जुड़े कानूनी मामले देख रहे हैं। इस वक्त कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ खुलकर बोल रहे हैं। खबर तो ये भी है कि तेजस्वी भी कपिल सिब्बल के नाम पर राजी हैं। अगर कपिल आरजेडी में आते हैं तो लालू और तेजस्वी को कानूनी पचड़ों से राहत मिलेगी। हालांकि अंतिम फैसला लालू को ही लेना है कि मीसा के अलावा दूसरा कौन?

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