‘जिस गठबंधन में चाचा पशुपति होंगे, उसमें कभी शामिल नहीं होऊंगा’, चिराग की दो टूक… नीतीश को लेकर भी कही ये बात

90
‘जिस गठबंधन में चाचा पशुपति होंगे, उसमें कभी शामिल नहीं होऊंगा’, चिराग की दो टूक… नीतीश को लेकर भी कही ये बात

‘जिस गठबंधन में चाचा पशुपति होंगे, उसमें कभी शामिल नहीं होऊंगा’, चिराग की दो टूक… नीतीश को लेकर भी कही ये बात

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी के पूर्व अध्यक्ष चिराग पासवान ने अपने बागी चाचा पशुपति कुमार पारस के बारे में सोमवार को बड़ा बयान दिया। चिराग पासवान ने साफ शब्दों में कहा कि उनके लिए किसी भी ऐसे गठबंधन में शामिल होना असंभव होगा, जिसमें चाचा पशुपति होंगे। बता दें, पशुपति पारस इस समय भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार में मंत्री हैं। चिराग ने ये बातें उस सवाल के जवाब में कही कि क्या वह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का लगातार विरोध करने की वजह से एनडीए से बाहर आने के बाद फिर उसी गठबंधन में ‘वापसी’ कर सकते हैं।


दिवंगत पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की विरासत को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे उनके पुत्र चिराग ने हालांकि आरजेडी के साथ जाने से इनकार नहीं किया है, जिसका नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के साथ गठबंधन हो चुका है। उन्होंने यह जरूर कहा कि ‘बिहार में अब गठबंधन की विश्वसनीयता रही कहां है। हर दल अपनी व्यक्तिगत महात्वाकांक्षा के कारण जिसका विरोध करता है, अंततः उसी दल के साथ चला जाता है। इसलिए मैं अभी किसी गठबंधन में शामिल होने के बारे में नहीं विचार कर रहा हूं। जब चुनाव का समय आएगा तो इसके बारे में तय करेंगे कि किसके साथ गठबंधन करें।’

ऐसे गठबंधन में शामिल होना मेरे लिए असंभव, जिसमें चाचा होंगे: चिराग
चिराग पासवान से यह पूछे जाने पर कि जदयू के एनडीए से बाहर निकल जाने पर भाजपा उन्हें फिर से अपने साथ लेने की कोशिश कर सकती है, तो उन्होंने कहा, ‘किसी भी ऐसे गठबंधन में शामिल होना मेरे लिए असंभव होगा जिसमें मेरे चाचा होंगे।’ बता दें, चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशंसक रहे हैं। चिराग ने 2020 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार को अस्वीकार्य बताते हुए उन्हें सत्ता से हटाना की बात की थी।

जदयू पर अपनी पार्टी को तोड़ने का अरोप लगाने वाले चिराग पासवान के चाचा पारस ने बाद में अधिकांश लोजपा सांसदों के समर्थन से दिवंगत रामविलास पासवान की बनाई गई पार्टी को विभाजित कर दिया और स्वयं केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो गए। बीजेपी ने हाल ही में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान एनडीए की बैठक में बिहार के जमुई से युवा सांसद चिराग पासवान को आमंत्रित किया था। एनडीए का भाग नहीं होते हुए भी चिराग इस बैठक में शामिल हुए। इसके बाद से ही उनकी एनडीए में वापसी को लेकर अटकलें लगायी जाने लगी थी।

बिहार में गठबंधनों ने अपनी मर्यादा खो दी: चिराग
चिराग पासवान को आरजेडी की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के चरण स्पर्श करते हुए देखा गया था। यह संदर्भ देते हुए उनके नए गठबंधन में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘बिहार में गठबंधनों ने अपनी मर्यादा खो दी है। आप चुनाव से पहले एक पार्टी के साथ गठबंधन करते हैं और बाद में दूसरे के साथ गठबंधन कर लेते हैं।’

‘कोई यह दावा कर सकता है कि नीतीश अगले चुनाव तक महागठबंधन में ही रहेंगे?’
चिराग पासवान ने कहा, ‘हर राजनीतिक दल अपने हित में फैसले ले रहा है। मैं अपनी पार्टी के लिए भी ऐसा ही करना चाहूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘जहां तक महागठबंधन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी का सवाल है तो क्या कोई यह दावा कर सकता है कि नीतीश कुमार अगले चुनाव तक महागठबंधन में ही रहेंगे।’

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News