जिले में 1250 महिला किसानों की ट्रेनिंग से आएगी मशरूम क्रांति

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जिले में 1250 महिला किसानों की ट्रेनिंग से आएगी मशरूम क्रांति

जिले में 1250 महिला किसानों की ट्रेनिंग से आएगी मशरूम क्रांति

जिले में 1250 महिला किसानों की ट्रेनिंग से आएगी मशरूम क्रांति

महिला किसानों के प्रयास से जिले में आयेगी मशरुम क्रांति

मांग के अनुरूप अभी नहीं होता है उत्पादन

प्रशिक्षण कर लेने पर 15 हजार रुपये महीने की कमाई आसानी से होगी

गया। प्रधान संवाददाता

गया में मशरूम का उत्पादन बढ़ा है। लेकिन, जरूरत को पूरा करने के लिए बड़ा प्रयास जरूरी है। ऐसे में महिला किसानों को मशरूम की खेती के लिए तैयार किया गया है। जिले के अलग-अलग प्रखंडों में महिला किसानों को उत्पादन से लेकर उसकी मार्केटिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है। गया में ‘वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट’ के तहत मशरूम चिन्हित है। सहायक निदेशक उद्यान गया के माध्यम से इस साल 1250 महिला किसानों को प्रशिक्षण देकर उनकी आय बढ़ाने, उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का काम किया जा रहा है। डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि कोई भी सभी प्रखंडों से महिलाओं का चयन हुआ है। कोई अन्य भी किसी प्रकार की मदद चाहेंगे तो उन्हें उद्यान से सहयोग मिलेगा। जिले में काम करने वाली एफसीओ टिकारी और एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड मशरूम की कैनिंग इकाई स्थापित कर रही है।

दिए जा रहा 100 मशरूम के बैग

योजना के तहत महिला किसानों को 100 मशरूम बैग दिए जा रहे हैं। इससे एक महिला किसान एक से दो महीने में 15 हजार रुपये तक की आमदनी कर सकेंगीं। साथ ही परिवार को पोषक तत्व वाला भोजन भी मिलेगा। महिलाओं को प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केन्द्र, गया, आत्मा और आरसेटी जैसी संस्थानों से दिया जाएगा। जिन महिलाओं ने ट्रेनिंग की होगी उन्हें ही मशरूम किट प्रदान किया जाएगा। फिलहाल गया के अलग-अलग प्रखंडों में 624 महिलाओं की ट्रेनिंग पूरी हो गई है।

ऑफ सीजन में 700 क्विटंल की रोजाना मांग

गया में ऑफ सीजन में 600 से 700 क्विंटल मशरूम की मांग रहती है। जबकि वातानुकूलित इकाईयों द्वारा उत्पादन मात्र 300 से 400 क्विटंल होता है। वहीं पीक सीजन में महिला किसान 1200 से 1500 क्विटंल मशरूम का उत्पादन करतीं हैं। डीएम ने बताया कि उत्पादन अधिक होने पर इसकी ब्रांडिंग और मार्केटिंग के लिए नाबार्ड से सहयोग लेने की योजना बनी है।

कहां-कहां तैयार हो रहा मशरूम

फतेहपुर में भारे, इमामगंज में मटहारी, डुमरिया में नंदई, बेलागंज में खनेटा, नीमचकबथानी में अंबाकुआं, मोहनपुर में मटिहानी, टिकारी का मउ सिंघापुर, मोहड़ा में तेतर, गुरारू में देवकली, कोंच में परसांवा, खिजरसराय में चिरैली, आमस में बड़की चिल्मी, बांकेबाजार में रौशनगंज, परैया में करहटा, शेरघाटी में ढाब चिरैया, वजीरगंज का पुनावां, गुरुआ का राजन, डोभी का केसानी, अतरी का नरावट गांव मशरूम के लिए चिन्हित हैं।

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