जान से मारने की देता था धमकी, दिल्ली के जिम ओनर की हत्या में सुपारी किलर का हाथ होने का शक
जिम और उसके उपकरणों का कारोबार करते थे
कारोबारी महेंद्र अग्रवाल जिम और उसके उपकरणों का कारोबार करते थे। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में उनके जिम हैं। विकास मार्ग पर ही प्रीत विहार में ग्राउंड फ्लोर में जिम था, जबकि पहली मंजिल पर ऑफिस बनाया हुआ है। इसी ऑफिस में घुसकर शुक्रवार करीब 7:30 बजे नकाबपोश बदमाशों ने चार गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस अफसरों का कहना है कि हमलावर जिस तरीके से ऑफिस में घुसे और वारदात को अंजाम देने के बाद बाहर निकले, उससे साफ जाहिर हो रहा है कि वो पेशेवर कातिल थे।
कॉन्ट्रैक्ट देकर हत्या की साजिश की आशंका
आशंका है कि किसी ने कॉन्ट्रैक्ट देकर हत्या की साजिश रची है। बदमाश जिम और ऑफिस से अच्छी तरह से वाकिफ थे। वो करीब दस मिनट तक वहां रहे। गोलियां इस तरह से मारी गईं, जिससे महेंद्र की मौत पुख्ता हो सके। सीसीटीवी फुटेज देखने से नहीं लग रहा है कि बदमाश किसी तरह की हड़बड़ी या जल्दबाजी में थे। इसलिए पुलिस दिल्ली के अलावा यूपी और हरियाणा के बदमाशों के डॉजियर खंगाल रही है, ताकि कातिलों की पहचान हो सके।
रिश्तेदारों ने बताया कि कुछ साल पहले एक ट्रेनर से उनका विवाद हुआ था। इसने कार में बैठे महेंद्र पर फायरिंग की थी, जो बच गए थे और ड्राइवर ने कार भगा ली थी। ट्रेनर को तब जेल जाना पड़ा था, जिसका हाथ होने की भी आशंका है। फिलहाल किसी से लेन-देन या विवाद का मामला सामने नहीं आया है। पुलिस आसपास के फुटेज खंगाल रही है। महेंद्र की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) और एरिया में एक्टिव फोनों के डंप डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
जान से मारने की देता था धमकी
पुलिस सूत्रों का कहना है कि एक जिम ट्रेनर, जो सुपरवाइजर का काम भी देखता था, ने 10 लाख रुपये की मशीन चोरी कर लीं थी। पैसे या मशीन मांगने पर वो जान से मारने की धमकी देता था। प्रीत विहार थाने में 2017 में आरोपी के खिलाफ केस दर्ज करवा दिया था। इसलिए ये पूर्व कर्मचारी भी पुलिस के शक के दायरे में है।