चुनाव से पहले कांग्रेस कार्यालय का वास्तुदोष दूर करवा रहे हैं कमलनाथ, शुरु की तैयारी | kamal nath getting architectural defects remove from congress office | Patrika News
सत्ता वापसी के हर संभव प्रयास में जुटी कांग्रेस हर तरह के बदलाव करने की कवायद में जुटी हुई है। इसी के चलते पार्टी अपने प्रदेश कार्यालय में भी बड़े बदलाव कर रही है। ये भी बता दें कि, निरीक्षण के दौरान वास्तु जानकारों ने पार्टी पदाधिकारियों को बताया है कि, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय वास्तु दोष से ग्रस्त है। इसके निवारण के लिए वास्तु जानकारों ने पदाधिकारियों को कुछ उपाय भी बताए हैं। शुरुआती सुझावों पर कांग्रेस अमल भी करने लगी है।
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वास्तु जानकारों ने कार्यालय में ये बदलाव करने की दी साह
वास्तु के जानकारों के अनुसार, पीसीसी चीफ कमलनाथ मुख्य द्वार से प्रवेश करने के बजाए दाएं द्वार से कार्यालय में प्रवेश करने की सलाह दी गई है। वहीं, पीसीसी के बेसमेंट को साफ सुथरा रखने का भी सुझाव दिया गया है, ताकि ऊपर की तीनों मंजिलों पर बैठने वाले पदाधिकारियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। पीसीसी में प्रवेश के लिए चार द्वार के बजाए सिर्फ दो द्वारों का ही इस्तेमाल किये जाने की सलाह दी गई है, जिनमें से एक द्वार का इस्तेमाल वीआईपी प्रवेश के लिए हो, जबकि दूसरे का आम जन और कार्यकार्ताओं के लिए। इसके अलावा कांग्रेस कार्यालय की हर मंजिल में टॉयलेट सिर्फ दाईं तरफ वाले ही चालू रखने की सलाह दी गई है।
कांग्रेसियों की अलग अलग राय, भाजपा कस रही तंज
वहीं, कांग्रेस पदाधिकारियों की माने तो प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष की बात बेबुनियाद है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अनुसार, कार्यालय के बेसमेंट में पार्टी प्रकोष्ठ के लिए कैबिन बनाए जा रहे है तो वहीं, प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर पार्टी प्रदेश कार्यालय में नव निर्माण की बात को स्वीकारते है, जबकि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वास्तुदोष को लेकर बीजेपी चुटकी लेती नज़र आ रही है। बीजेपी की माने तो कांग्रेस कार्यालय में नहीं, बल्कि नेताओं में दोष है। प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष तो दूर की बात। बीजेपी नेता और सिंधिया समर्थक पंकज चतुर्वेदी कहते है। वास्तुदोष की बात कर कमलनाथ पार्टी कार्यकर्ताओं में भ्रम फैला रहे हैं।
वास्तुदोष मुक्ति से सत्ता वापसी की राह
आपको बता दें कि, इससे पहले साल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा प्रदेश मुख्यालय में वास्तुदोष दूर करने के कुछ उपाए किए थे। इसे संयोग कहें या वास्तुदोष, लेकिन दूर होने का असर ये रहा कि पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में आ गई थी। हालांकि, वो सत्ता कुछ ही समय रह सकी। उधर 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष को लेकर एक बार फिर बात उठी है। सूत्रों की माने तो, पार्टी पदाधिकारियों ने वास्तु के जानकारों से राय ली और अब उनके सुझाव के आधार पर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बदलाव भी करने शुरु कर दिए हैं।
सत्ता वापसी के हर संभव प्रयास में जुटी कांग्रेस हर तरह के बदलाव करने की कवायद में जुटी हुई है। इसी के चलते पार्टी अपने प्रदेश कार्यालय में भी बड़े बदलाव कर रही है। ये भी बता दें कि, निरीक्षण के दौरान वास्तु जानकारों ने पार्टी पदाधिकारियों को बताया है कि, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय वास्तु दोष से ग्रस्त है। इसके निवारण के लिए वास्तु जानकारों ने पदाधिकारियों को कुछ उपाय भी बताए हैं। शुरुआती सुझावों पर कांग्रेस अमल भी करने लगी है।
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वास्तु जानकारों ने कार्यालय में ये बदलाव करने की दी साह
वास्तु के जानकारों के अनुसार, पीसीसी चीफ कमलनाथ मुख्य द्वार से प्रवेश करने के बजाए दाएं द्वार से कार्यालय में प्रवेश करने की सलाह दी गई है। वहीं, पीसीसी के बेसमेंट को साफ सुथरा रखने का भी सुझाव दिया गया है, ताकि ऊपर की तीनों मंजिलों पर बैठने वाले पदाधिकारियों में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सके। पीसीसी में प्रवेश के लिए चार द्वार के बजाए सिर्फ दो द्वारों का ही इस्तेमाल किये जाने की सलाह दी गई है, जिनमें से एक द्वार का इस्तेमाल वीआईपी प्रवेश के लिए हो, जबकि दूसरे का आम जन और कार्यकार्ताओं के लिए। इसके अलावा कांग्रेस कार्यालय की हर मंजिल में टॉयलेट सिर्फ दाईं तरफ वाले ही चालू रखने की सलाह दी गई है।
कांग्रेसियों की अलग अलग राय, भाजपा कस रही तंज
वहीं, कांग्रेस पदाधिकारियों की माने तो प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष की बात बेबुनियाद है। कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के अनुसार, कार्यालय के बेसमेंट में पार्टी प्रकोष्ठ के लिए कैबिन बनाए जा रहे है तो वहीं, प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर पार्टी प्रदेश कार्यालय में नव निर्माण की बात को स्वीकारते है, जबकि प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में वास्तुदोष को लेकर बीजेपी चुटकी लेती नज़र आ रही है। बीजेपी की माने तो कांग्रेस कार्यालय में नहीं, बल्कि नेताओं में दोष है। प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष तो दूर की बात। बीजेपी नेता और सिंधिया समर्थक पंकज चतुर्वेदी कहते है। वास्तुदोष की बात कर कमलनाथ पार्टी कार्यकर्ताओं में भ्रम फैला रहे हैं।
वास्तुदोष मुक्ति से सत्ता वापसी की राह
आपको बता दें कि, इससे पहले साल 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस द्वारा प्रदेश मुख्यालय में वास्तुदोष दूर करने के कुछ उपाए किए थे। इसे संयोग कहें या वास्तुदोष, लेकिन दूर होने का असर ये रहा कि पिछले चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की सत्ता में आ गई थी। हालांकि, वो सत्ता कुछ ही समय रह सकी। उधर 2023 के विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में वास्तुदोष को लेकर एक बार फिर बात उठी है। सूत्रों की माने तो, पार्टी पदाधिकारियों ने वास्तु के जानकारों से राय ली और अब उनके सुझाव के आधार पर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में बदलाव भी करने शुरु कर दिए हैं।