गहलोत सरकार के मंत्री और पायलट समर्थित नेता के बीच नोंकझोंक, AICC सचिव को करना पड़ा बीच-बचाव | Argument Between Minister Rajendra Yadav And Candidate Of Phulera Vidhyadhar Choudhary | News 4 Social

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गहलोत सरकार के मंत्री और पायलट समर्थित नेता के बीच नोंकझोंक, AICC सचिव को करना पड़ा बीच-बचाव | Argument Between Minister Rajendra Yadav And Candidate Of Phulera Vidhyadhar Choudhary | News 4 Social

गहलोत सरकार के मंत्री और पायलट समर्थित नेता के बीच नोंकझोंक, AICC सचिव को करना पड़ा बीच-बचाव | Argument Between Minister Rajendra Yadav And Candidate Of Phulera Vidhyadhar Choudhary | News 4 Social

Rajasthan Politics: विधानसभा चुनाव से पहले फीडबैक के लिए बुलाई गई जयपुर देहात कांग्रेस की बैठक में मंत्री राजेन्द्र यादव और फुलेरा से प्रत्याशी पायलट समर्थक विद्याधर चौधरी के बीच नोक-झोंक हो गई। विद्याधर चौधरी ने कह दिया कि 15 साल से फुलेरा में कांग्रेस को हरवाने वालों का पर्दाफाश करूंगा।

Rajasthan Assembly Election: विधानसभा चुनाव से पहले फीडबैक के लिए बुलाई गई जयपुर देहात कांग्रेस की बैठक में मंत्री राजेन्द्र यादव और फुलेरा से प्रत्याशी पायलट समर्थक विद्याधर चौधरी के बीच नोक-झोंक हो गई। विद्याधर चौधरी ने कह दिया कि 15 साल से फुलेरा में कांग्रेस को हरवाने वालों का पर्दाफाश करूंगा। मुझे हारने-जीतने की परवाह नहीं है और न एमएलए बनने का शौक है। इस पर मंत्री यादव ने नसीहत दी कि आप बड़े परिवार से हो आपको ऐसे लोगों को साथ लेकर काम करना चाहिए। इस पर चौधरी नाराज हो गए और कहने लगे, आप मुझे ज्ञान मत दो। जिन्होंने मुझे हरवाया है उन्हीं को साथ लूं। आपको तो ऐसे लोगों को कांग्रेस से बाहर करने की बात करनी चाहिए थी। मामला बिगड़ता देख कांग्रेस की सहप्रभारी और एआईसीसी सचिव अमृता धवन ने दखल दिया और मामले को शांत कराया।

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सहप्रभारी धवन अपने प्रभार वाले जिलों का दौरा कर बैठकें ले रही हैं और इसी को लेकर शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में जयपुर देहात कांग्रेस की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी काम करने वाले नेताओं का मामला उठ गया। बैठक खत्म होने के बाद चौधरी ने मीडिया के सामने भी इस बात को उठाया। उन्होंने कहा कि ऐसा तो है नहीं कि एमएलए बनूंगा, तभी ऊपर जाकर मोक्ष मिलेगा। पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेताओं के सिर पर बड़े नेता हाथ रखते हैं और चुनाव में कांग्रेस को हराने का काम करते हैं। मैंने प्रभारी रंधावा के सामने भी यह मुद्दा उठाया और जहां भी कांग्रेस का प्लेटफार्म होगा, मैं इस बात को रखूंगा। उन्होंने कहा कि टिकट देने से पहले क्षेत्र में प्रधान, जिला परिषद, नगरपालिका सदस्य और अन्य जनप्रतिनिधियों से पूछें और उनकी राय लें। वो जिसका नाम लें उसे टिकट दें, यदि मेरे खिलाफ भी बात आए तो मुझे टिकट न दें।

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बैठक में मंत्री राजेंद्र यादव दो घंटे देरी से आए तो झोटवाड़ा से 2013 में प्रत्याशी रहीं रेखा कटारिया ने कहा कि बैठक का समय तय होना चाहिए। बैठक में कांग्रेस के विधायक, निर्दलीय विधायक और हारे हुए प्रत्याशी आए थे। इनमें विधायक इन्द्राज गुर्जर, गोपाल मीणा, निर्दलीय विधायक आलोक बेनीवाल, हारे प्रत्याशी मनीष यादव, रितेश बैरवा, दौलत मीणा, प्रशांत शर्मा भी मौजूद रहे। वहीं निर्दलीय विधायक बाबूलाल नागर के बजाय उनके पुत्र विकास नागर आए। मंत्री लालचंद कटारिया जयपुर से बाहर थे। विधायक वेदप्रकाश सोलंकी भी जल्दी चले गए।

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