ऊपर सड़क और नहर, नीचे सिक्सलेन टनल… 1004 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एमपी के सबसे बड़ी सुरंग की तस्वीरें

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ऊपर सड़क और नहर, नीचे सिक्सलेन टनल… 1004 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे एमपी के सबसे बड़ी सुरंग की तस्वीरें

Madhya Pradesh Biggest Mohania Tunnel : देश के अंदर पिछले कुछ सालों में कई ऐसे टनल के निर्माण हुए हैं, जिनकी चर्चा खूब हुई है। इसी तरह से पहाड़ों को काटकर एमपी के रीवा जिले में एक टनल का निर्माण हो रहा है। इसका नाम मोहनिया टनल है। इस टनल के निर्माण से रीवा और सीधी की दूरी कम हो जाएगी। मोहनिया घाटी में बन रहे इस टनल की कई खासियत है। ऐसा टनल आज तक एमपी में नहीं बना है। ऐसे में टनल के बारे में जानने में प्रदेश के लोगों की खूब दिलचस्पी है। यह टनल तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। टनल के अंदर निगरानी के लिए 100 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। आइए तस्वीरों के जरिए इस टनल की खासियत आपको बताते हैं।

1004 करोड़ रुपये की लागत से टनल का निर्माण

मोहनिया घाटी में बन रही प्रदेश के सबसे लंबी सुरंग बस कुछ दिन में बनकर तैयार होने वाली है। रीवा से सीधी को जोड़ने वाला मार्ग पहाड़ी होने के कारण आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार हो जाते थे। साथ ही पहाड़ियों में बनी सड़क ज्यादा घुमावदार थी। इसके चलते काफी समय लगता था। केंद्र सरकार की मदद से NHAI ने प्रदेश में सबसे बड़ी सुरंग का निर्माण कर रही है। इस निर्माण कार्य को दिलीप बिल्डकॉन कंपनी ने मूर्त रूप दिया है। इस सुरंग की लागत 1004 करोड़ रुपए है। टनल का निर्माण वर्ष 2018 में प्रारंभ हुआ था जबकि दिसंबर 2022 तक पूरा होना है।

सिक्सलेन है यह टनल

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प्रदेश में पहली बार सिक्सलेन टनल का निर्माण हो रहा है। इसमें कई सुविधाएं हैं, जो इसे अलग बनाती है। टनल के ऊपर सड़क और नहर है। टनल के अंदर हर 20-30 मीटर की दूरी पर लाइट लगाई गई है ताकि अंदर में रोशनी भरपूर रहे। दुर्घटना होने पर कंट्रोल रूम को तुरंत जानकारी मिल जाए, इसके लिए अलार्म सिस्टम भी लगाया गया है।

टनल के साथ 13 किमी लंबी है सड़क

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इस सुरंग की खास बात यह है कि इस सुरंग के ऊपर से मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश को जाने वाले बाणसागर परियोजना की नहर एक्वाडक्ट भी स्थित है। साथ ही एक सड़क भी है, जिससे लोग अभी तक रीवा-सीधी आवागमन कर रहे हैं। 2.28 की लंबी यह सुरंग के साथ 13 किलोमीटर सड़क भी है, जिसका काम लगभग पूरा होने को है। यह सुरंग रीवा जिले के गुढ़ बदवार से प्रारंभ होकर सीधी जिले के चुरहट में निकलेगी, जिसमें 2.28 किमी लंबी सुरंग है।

रांची-रीवा मार्ग सीधे जुड़ जाएगा

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इस सुरंग के बन जाने से रीवा-रांची NH-39 मार्ग सीधे एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे। इससे लोगों की सहूलियत भी बढ़ जाएगी। सुरंग को बनाने के दौरान पेड़-पौधे भी नहीं काटना पड़ा है। इसकी वजह से पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि इसके निर्माण से पहाड़ीनुमा घुमावदार रास्ता 7 किलोमीटर कम हो जाएगा।

टनल की खास बातें

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वहीं, दोनों टनल की चौड़ाई 13-13 और लंबाई 6-6 मीटर है। इसकी वजह से माल लदे ट्रकों को परेशानी नहीं होगी। सीपेज रोकने के लिए दीवारों को वाटर प्रूफ बनाया जा रहा है। इस टनल को अगले 100 साल तक उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही इसके लिए अलग से कंट्रोल रूम बनाया जाएगा। हादसे के बाद एनएचआई की टीम लोगों को कुछ ही मिनट में राहत पहुंचा देगी। सुरंग अंदर में आपस में छह जगहों पर जुड़ी होगी। इसकी वजह से लोगों यू टर्न भी ले सकेंगे।

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