चीन के राष्ट्रपति ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए क्यों कहा है?

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चीन के राष्ट्रपति ने अपनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए क्यों कहा है?

भारत समेत कई देशों से तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के निर्देश दिए हैं। उधर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तीनों सेना प्रमुखों के साथ सीमा पर बढ़ते तनाव पर बैठक की। इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना के प्रमुख मौजूद रहे।
मंगलवार को सेंट्रल मिलिट्री कमीशन की बैठक में चिनफिंग ने कहा कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के सैनिकों के प्रशिक्षण को व्यापक रूप से बढ़ाया जाए और सेना को युद्ध के लिए तैयार किया जाए। बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के कारण चीन का अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के साथ भी तनाव चरम पर है।

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शी ने सेना को आदेश दिया कि वह सबसे खराब स्थिति की कल्पना करे, उसके बारे में सोचे और युद्ध के लिए अपनी तैयारियों और प्रशिक्षण को बढ़ाए, तमाम जटिल परिस्थितियों से तुरंत और प्रभावी तरीके से निपटे। साथ ही पूरी दृढ़ता के साथ राष्ट्रीय सम्प्रभुता, सुरक्षा और विकास संबंधी हितों की रक्षा करे।

चीन के राष्ट्रपति ने अपने भाषण में अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव का जिक्र किया। इसके अलावा उन्होंने ताइवान के नेताओं के साथ बातचीत और डिप्लोमेसी को बढ़ाने की भी बात की। उन्होंने यह भी कहा कि जरूरत पड़ने पर ताइवान के खिलाफ बल प्रयोग भी किया जाएगा। हांगकांग को लेकर चिनफिंग ने कहा कि नए कानून से लोकतंत्र समर्थक आंदोलनकारियों पर नकेल कसी जाएगी।

नेशनल पीपुल्स कांग्रेस के वार्षिक सत्र के मौके पर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और पीपुल्स आर्म्ड पुलिस फोर्स के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में चिनफिंग ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ने में चीन के प्रदर्शन ने सैन्य सुधारों की आवश्यक्ता को दिखाया है। देश के सशस्त्र बलों को महामारी के बावजूद प्रशिक्षण के नए तरीकों का पता लगाना चाहिए।

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पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ अहम बैठक की। बैठक के दौरान सीमा के ताजा हालात और भारत की सैन्य तैयारियों पर महत्वपूर्ण चर्चा की गई।