पवन पुत्र हनुमान के भाई का नाम क्या था ?

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हनुमान जी
हनुमान जी

पवन पुत्र हनुमान का नाम तो आपने सुना ही होगा. भगवान राम के प्रति उनके भक्ति भाव से तो आप परिचित ही होगें. कलयुग के समय भी पवन पुत्र हनुमान जी के प्रति लोगों के दिलों में बहुत श्राद्धा है. हनुमान जी ही सबसे पहले सीता माता तक भगवान राम का संदेश लेकर पँहुचे थे. लेकिन आप शायद ही जानते हो कि पवन पुत्र हनुमान जी के भाई कौन थे. इस पोस्ट में आपको इसका जवाब भी मिल जाएगा.   

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पवन पुत्र हनुमान

हनुमान पवन पुत्र हैं और महाभारत काल में कुंती ने भी पवनदेव के माध्यम से ही भीम को जन्म दिया था. इस तरह से भीम औऱ हनुमान जी भाई माने जाते हैं. ऐसा माना जाता है कि महाभारत काल में कुंती को 5 पांडव पुत्रों की प्राप्ति हुई थी. वो नियोग प्रथा का प्रमाण है. नियोग प्रथा का अर्थ होता है कि यदि किसी स्त्रि का पति किसी कारण से बच्चा पैदा करने योग्य नहीं होता है. तो वह स्त्रि संतान प्राप्ति के लिए किसी परपुरूष के साथ एक बार के लिए संभोग कर सकती है. महाभारत काल में ऐसा माना जाता है कि कुंती के 5 पुत्र नियोग प्रथा के द्वारा ही उसे प्राप्त हुए थे.

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भीम

इस तरह ऐसा माना जाता है कि कुंति को भीम की प्राप्ति पवन देवता द्वारा हुई थी. पवन देवता को हनुमान जी का पिता भी माना जाता है. इस आधार पर ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी और भीम दोनों भाई थे. महाभारत काल में भी भीम और हनुमान जी के मिलन का एक रोचक वर्णन है. जिसमें हनुमान जी भीम के अभिमान को तोडने के लिए तथा उसे बड़ो का सम्मान करने की सिख देने  के लिए एक बुड़े बंदर का रूप धारण करके बैठ जाते हैं.

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इसके बाद वो भीम को अपनी पूँछ उठाकर रस्ते के एक तरफ रखने को कहते हैं. लेकिन भीम ऐसा नहीं कर पाते. जिसके बाद हनुमान जी भीम को बताते हैं कि हमें बुजुर्गों और असहाय लोगों का सम्मान करना चाहिए.