माइग्रेन के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ?

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What is the Ayurvedic treatment for migraine pain
What is the Ayurvedic treatment for migraine pain

माइग्रेन के दर्द का आयुर्वेदिक इलाज क्या है ? ( What is the Ayurvedic treatment for migraine pain? )

वर्तमान समय में हम बहुत ही भागदौड़ भरी जिंदगी जी रहें हैं. जिसके कारण हमारा स्वास्थ्य कहीं पीछे रह जाता है. इसके कारण हमें बहुत सी बीमारियों का सामना करना पड़ता है. इसके लिए हमारे दिमाक पर पड़ने वाला काम का प्रेशर तथा खान पान दोनों ही जिम्मेदार होते हैं. इसी तरह की समस्या की बात करें, तो आजकल माइग्रेन की समस्या आमतौर पर देखने को मिलती है. जिसके लिए कुछ लोग दवा निवारक गोली लेकर दर्द से राहत पाने की कोशिस करते हैं. लेकिन यह स्थाई इलाज नहीं होता है. इस पोस्ट में माइग्रेन की समस्या के आयुर्वेदिक इलाज के बारे में जानते हैं.

माइग्रेन

माइग्रेन के लक्षण-

किसी भी समस्या के इलाज से पहले जरूरी होता है कि हम उस बीमारी को अच्छे से पहचान पाएं. अगर माइग्रेन के लक्षणों की बात करें, तो इसके कारण आधे शरीर में बहुत ही भीषण दर्द होता है. काफी बार शुरूआत में दर्द धीमा शुरू होता है, लेकिन धीरे-धीरे यह दर्द बहुत तेज हो जाता है. इसमें ऐसा लगता है कि जैसे कोई कनपटी पर बहुत तेज प्रहार कर रहा है. जब हमें माइग्रेन का दर्द होता है, तो कोई आवाज , रोशनी या गंध कुछ भी सुहाता है. इसके अलावा जब हमें माइग्रेन का दर्द होता है. उसके वास्तविक दर्द से 10 मिनट या आधे घंटे पहले ही हमें इसकी अनुभूति होनी शुरू हो जाती है. हमें ऐसा लगता है कि हमारा सिर फटने वाला है तथा हम कोई साधारण काम भी नहीं कर पाते हैं.  माइग्रेन के प्रमुख कारणों में तनाव होना, लगातार कई दिनों तक नींद पूरी न होना, हार्मोनल परिवर्तन, शारीरिक थकान, चमचमाती रोशनियां,कब्ज़, नशीली दवाओं व शराब का सेवन आते हैं.

माइग्रेन

माइग्रेन का आयुर्वेदिक इलाज-

अगर माइग्रेन के दर्द के आयुर्वेदिक इलाज की बात करें, तो इसके लिए पीपल के कोमल पत्तों का रस रोगी व्यक्ति को सुबह तथा शाम सेवन करने के लिए दे सकते हैं. कुछ दिनों तक तुलसी के पत्तों का रस शहद के साथ सुबह के समय में चाटना चाहिएइ. सके अलावा दूब का रस भी सुबह के समय में चाट सकते हैं. देशी गाय का ताजा घी सुबह-शाम दो बूंद नाक में रुई से टपकाने से इस रोग में आराम होता है. आयुर्वेद में अदरक का विशेष महत्व होता है. इसका प्रयोग हमें दर्द में राहत प्रदान करता है, अगर आप इसका प्रयोग नहीं करते हैं या खाने में परेशानी होती है, तो आप आदरक के कैप्सूल का प्रय़ोग भी कर सकते हैं.

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माइग्रेन के दर्द में राहत पाने के लिए आप नाक से भाप लेते हैं, इससे भी बहुत आराम मिलता है. इसके लिए एक बर्तन में गर्म पानी लेकर उस बर्तन से भाप ली जा सकती हैं. अगर इसके सबसे सरल उपचार की बात करें, तो आइस पैक को प्रभावित स्थान पर धीरे-धीरे रगड़ें. इससे भी दर्द में आराम मिलता है. अगर इसके बाद भी आपको आराम नहीं मिलता है, तो आपको जल्द से जल्द संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिएं.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. News4social इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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