यूपी की राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में डेंगू ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। बरसात के मौसम में इस बिमारी का प्रकोप देश-प्रदेश में देखने को मिलता है। हर साल लगभग लाखों लोग इस बिमारी की चपेट में आ जाते है, जिनमें से कुछ लोगों की मौत तक हो जाती है। डेंगू एक खतरनाक बिमारी होने के साथ ही जानलेवा भी है। दरअसल, यह बिमारी बरसात में पनपे जहरीले मच्छरों के काटने से फैलती है। हर साल देश और राज्य की सरकारें डेंगू से जनता की हिफाज़त करने के लिए नये-नये नियम व मुहिम बनाती हैं।
यूपी सरकार ने डेंगू जैसे जानलेवा बिमारी से प्रदेश को बचाने के लिए कमर कस ली है। यूपी की योगी सरकार इस बिमारी से प्रदेश को बचाने के लिए जनजागरण कार्यक्रम का आयोजन करेगी। साथ ही यूपी सरकार डेंगू से निपटने के लिए फीवर हेल्प डेस्क की भी स्थापना राज्य में करेगी। इस हेल्प डेस्क के तहत लोगों को जागरूक करने के साथ ही उनकी भरसक मदद भी की जाएगी।
यूपी की चिकित्सा सचिव वी़ एच झिमोमी के अनुसार जिलाधिकारियों की अध्यक्षता में जिला टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है, जो जिला स्तर पर विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित कर डेंगू रोकथाम पर कार्रवाई करेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में नोटिफिकेशन जारी कर इसे ‘नोटिफियेबल डिजीज’ घोषित कर दिया गया है, जिसके तहत अब निजी चिकित्सालयों, निजी नर्सिंग होम्स एवं निजी पैथालॉजी को डेंगू के मरीजों की सूचना जिले के मुख्य चिकित्साधिकारी को देनी अनिवार्य होगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सूचना न देने पर संबंधित शख्स के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
सचिव ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों की ओर से निजी चिकित्सालयों के चिकित्सकों के साथ बैठक कर भारत सरकार के दिशा-निर्देशन के अनुसार, डेंगू व अन्य वेक्टर जनित रोगों का इलाज करने की व्यवस्था की गई है।
आपको बता दें कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब प्रदेश सरकार ने डेंगू जैसी बिमारी की रोकथाम के लिए कड़े और सख्त नियम बनाएं हो। प्रदेश की पिछली सरकारों ने भी इस मामलें पर त्वरित कार्रवाई की थी। मॉनसून के मौसम में इस बिमारी का प्रकोप हर जगह बरसने लगता है। जैसाकि पहले ही बता चुकें है कि यह बिमारी जानलेवा भी होती है, यही कारण है कि हर साल की तरह इस साल भी राज्य सरकारें अपने-अपने राज्य में डेंगू से जनता को बचाने की अलग-अलग मुहिम चला रही है।
यूपी सरकार की ये मुहिम लोगों को जागरूक और सुरक्षित करने के लिए है। बहरहाल, यूपी सरकार का फीवर हेल्प डेस्क, यूपी की जनता को डेंगू से बचाने में कितना कामयाब होती है। यह तो वक्त ही बताएगा।