UP Elections: योगी ने चुनाव लड़ने का किया ऐलान, अखिलेश-मायावती का इंकार तो प्रियंका पर संशय बरकरार

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UP Elections: योगी ने चुनाव लड़ने का किया ऐलान, अखिलेश-मायावती का इंकार तो प्रियंका पर संशय बरकरार

लखनऊ
उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने यूपी विधानसभा चुनाव को लेकर साफ कर दिया है कि वह चुनाव लड़ेंगे। सीएम योगी ने कहा कि वह हमेशा चुनाव लड़े हैं, इस बार भी पार्टी जां से कहेगी, वह चुनाव लड़ेंगे। कहां से चुनाव लड़ेंगे, ये फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा। योगी के इस ऐलान के बाद अब देखना ये होगा कि विपक्ष की क्‍या रणनीति होती है।

बता दें जहां तक चुनाव लड़ने की बात है तो यूपी में प्रमुख विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष अखिलेश यादव साफ कर चुके हैं कि वह नहीं लड़ेंगे।इसी तरह बसपा सुप्रीमो मायावती भी चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान काफी समय पहले कर चुकी हैं। रही बात कांग्रेस की तो प्रियंका गांधी वाड्रा पर सबकी नजर है, उन्‍होंने अभी तक चुनाव लड़ने के विषय में स्‍थ‍िति साफ नहीं की है।

आखिर किस सीट से मैदान में उतरेंगे योगी?
दरअसल गोरखपुर में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहली बार अपने चुनाव लड़ने को बयान दिया। उन्‍होंने कहा क‍ि वह 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे। पार्टी जहां से भी कहेगी, वहां से चुनावी मैदान में उतरेंगे। सीएम योगी ने कहा कि किसको कहां से लड़ाना है, ये फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करता है। क्‍या अयोध्‍या से लड़ेंगे? इस पर सीएम योगी ने कहा कि मैं हमेशा चुनाव लड़ा हूं, इस बार पार्टी जहां से कहेगी, वहां से चुनाव लड़ूंगा।

वहीं कुछ दिनों पहले ही न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद के चुनाव नहीं लड़ने की बात कही। अखिलेश ने कहा, ‘मैं उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में खुद नहीं लडूंगा। राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे। हमारे बीच सीटों का बंटवारा हो गया है।’ अखिलेश फिलहाल आजमगढ़ सीट से सांसद हैं। पिछली बार भी विधानपरिषद सदस्य के तौर पर वह मुख्‍यमंत्री बने थे।

प्रियंका गांधी ने नहीं खोले अपने पत्ते
बता दें इससे पहले 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में चुनाव लड़ने के सवाल पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा था, “वह निर्णय मैंने अब तक नहीं लिया है। आगे-आगे चीज़ें जैसे होती हैं उसे देखेंगे।”

योगी के फैसले पर क्या बोली BJP?
सीएम योगी के चुनाव लड़ने पर बीजेपी के प्रदेश प्रवक्‍ता राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी में चुनाव लड़ने की एक प्रक्रिया है। प्रदेश की कार्य समिति नीचे से फीडबैक लेकर कोर कमेटी की सुझाव के आधार पर अपने प्रत्‍याशियों का चयन करती है। उसके पैनल बनाकर केंद्रीय चुनाव समिति को भेजती है और केंद्रीय चुनाव समिति सेंट्रल पार्लियामेंट्री बोर्ड अंतिम निर्णय लेता है कि कौन सा व्‍यक्‍त‍ि किस सीट से चुनाव लड़ेंगे। जहां तक सीएम योगी आदित्‍यनाथ की बात है और हमारे उप मुख्‍यमंत्रियों की बात है तो ये सभी पहले भी जनता से निर्वाचित होकर आते रहे हैं। योगी आदित्‍यनाथ जी 5 बार सांसद रहे हैं, तो उनके चुनाव लड़ने या जीतने पर किसी प्रकार का कोई संशय नहीं है। वो चुनाव लड़ेंगे तो जनता बहुत भारी मतों से जिताएगी भी। लेकिन चुनाव लड़ेंगे या नहीं लड़ेंगे, इस पर अंतिम निर्णय पार्टी का ही होगा। पीएम नरेंद्र मोदी के वाराणसी और वडोदरा से चुनाव लड़ने का निर्णय भी पार्टी ने ही किया था, बाद में पार्टी के ही निर्णय पर उन्‍होंने वड़ोदरा की सीट छोड़ी थी।

वहीं अखिलेश, मायावती और प्रियंका के चुनाव लड़ने की बात पर राकेश त्रिपाठी कहते हैं कि ये वर्चुअल वर्ल्‍ड में ट्विटर की लड़ाई लड़ सकते हैं। यहीं मुद्दे उठा रहे हैं, जनता के बीच जाने का इनमें साहस नहीं है। सीएम बनने के बाद मुख्‍यमंत्री योगी सभी 75 जिलों के दो से अधिक बार दौरे कर चुके हैं, जिनमें कई जिलों में वह दर्जनों बार जा चुके हैं। मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि अखिलेश सहित सभी नेता 5 साल में 75 जिले नहीं गए हैं। ये ट्विटर पर ही जुबानी जमा खर्च कर सकते हैं। इनकी हिम्‍मत नहीं है कि जनता के बीच जाएं और सामना करते हुए चुनाव लड़ सकें।

यूपी चुनाव में सीएम योगी के चुनाव लड़ने के एलान पर विपक्षी नेताओं पर सबकी नजर है



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