जवानों को देश की रक्षा के लिए, तनोट माता के मंदिर से मिलती है शक्ति

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देश की शान हमारे जवान देश वासियों की सुरक्षा के लिए बॉर्डर पर दिन रात तैनात रहते है।अक्सर जवानो को देश के लिए तट पर खड़े रहते देखा। इन सुरक्षावलों की वजह से हम आपने घर पर चैन की नींद ले पाते है। हमे पता है जब तक यह सुरक्षा बल होंगे हम सुरक्षित है, यह एक तरीके से हमारे लिए ईश्वर के भेजे हुए दूत है। राजस्थान के जैसलमेर के पास भारत और पााकिस्तान का बार्डर स्थित है , जहाँ जैसलमेर के थार रेगिस्तान में 120 किलोमीटर दूर है तनोट माता का मंदिर है।

बहुत से लोग इस मंदिर के बारे में परिचित नहीं होंगे। इस मंदिर का इतिहास बहुत अनूठा है। इस मंदिर में बहुत से हमले हुए है लेकिन एक मंदिर की एक दीवार तक को कुछ नहीं हुआ, इसकी इमारत पर कोई फर्क नहीं पड़ा, यह भी माना गया है की देवी माँ खुद इस मंदिर की रक्षा करती है।
यहां मान्यता है कि ये माताजी बलूचिस्तान स्थित माता हिंगलाज का ही रूप हैं। यहां देवी के दर्शन करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। तनोट माता भारतीय सीमा सुरक्षा बल की आराध्य भी माना जाता है। सेना के जवान ही मंदिर की देखरेख करते हैं।

तो आज हम आपके साथ एक वीडियो साझा करने जा रहे है, जिसमे आप देख सकते है की कैसे हमारे देश के जवान तनोट माता की आराधन में लीन है। देश की रक्षा करने वाले सुरक्षाबल का यह अंदाज़ लोगों बेशक तोर पर पसंद आएगा। इनकी भक्ति देख आप भी तृप्त हो जाएगे।