जानिए दुनियाँ की उन पांच जगहों के बारे में जहाँ एक बार गए तो वापिस नहीं आ पाएंगे आप

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नई दिल्ली: हम जिस युग में जी रहें है उसमें जहां एक तरफ भगवान है तो वहीं भूत-प्रेत भी होते है. हमने दुनिया भर में भूत-प्रेत के बारे में कई कथाएं सुनी है. ऐसा कहा जाता है कि जिन लोगों की मरने से पहले इच्छा पूरी नहीं हो पाती है, वो पुनर्जन्म के लिए स्वर्ग या नरक नहीं जा पाते है और फिर उनकी आत्मा भटकती है. कई बार लोगों को ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने भूत देखा है या फिर उन्हें इस चीज का आभास हुआ है.

भूत-प्रेत का कोई शारीरिक अस्तित्व नहीं होता है, उनको केवल महसूस किया जाता है

आपका यह जानकर हैरानी हो गई कि आज के युग में भी दुनियाभर में कई ऐसी जगहें है जहां पर आज भी भूतिया साया होना का अभासा किया जाता है. हम सभी जानते है कि भूत-प्रेत का कोई शारीरिक अस्तित्व नहीं होता है, उनको केवल महसूस किया जाता है. अपने कई बार अपने बुजुर्गों से यह कहते हुए सुना होगा कि जिस स्थान में किसी व्यक्ति की मौके के दौरान मौत हो जाती उसके बाद उसकी आत्मा वहीं भटकती है. तो चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल द्वारा कुछ उन जगहों के बारे में बताएंगे जहां पर आज भी रूह,भूतिया साया या फिर आत्मा महसूस की जाती है.

एडिनबर्ग कैसल, स्कॉटलैंड

ब्रिटेन में स्थित एडिनबर्ग कैसल के बारे में कई ऐसी कहानियां सुनने को मिलती है जो आपको दंग कर दें. यह महल पहाड़ी पर है और इसके चारों तरफ घना जंगल है. यह महल दिखने में काफी डरावना लगता है और जो भी आज तक इस महल में गया है वो वापिस लौट कर नहीं आ पाया है. ऐसा कहा जाता है कि इस महल में अमेरिका के स्वंतत्रता संग्राम के दौरान मारे गए सैनिकों की आत्माएं भटकती हैं जिनकी मौत प्लेग के कारण हुई थी. इस किले को मैडेन कैसल भी कहा जाता है.

पोमेरॉय का कैसल, ब्रिटेन

बता दें कि 13वीं शताब्दी में इंग्लैंड में टॉटनेस, डेवॉन टाउन के पास बेरी पोमेरॉय महल का निर्माण किया गया था. सुनने में आया है कि इस महल में दो बहन की रूह महसूस की गई है. जिसमें से एक नाम है लेडी मारगेट पॉमेराय और दूसरी बहन का नाम लेडी एलेनौर पोमेरॉय है. एलेनोर मार्गेट, लेडी मारगेट से उम्र में बड़ी थी और उसे अपनी छोटी बहन की खूबसूरती से काफी चिढ़ थी. इसी जलन ने उसको अपनी बहन का दुश्मन बना दिया. उसने अपनी बहन को सलाखों के पीछे डाल दिया था. ये ही नहीं, एलेनॉर ने उसका खाना पीना भी बंद करा दिया था, जिसके बाद मार्गेट की भूख से तड़पकर मौत हो गयी थी.

 

इस किले में एक और ऐसा हादसा हुआ था जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया था. दरअसल, यहां पर नार्मन गुरु रहते थे, जिन्होंने अपनी ही बेटी से अवैध संबंध बने थे. वहीं बदनामी से बचने के लिए उन्होंने अपनी ही बेटो को किले के एक टावर के ऊपर वाले कमरे में टांग कर मौत के घाट उतरा दिया था, इसी वजह से आज भी इस महल में बहनों की चीखें सुनाई देती है. आज भी महल में दोनों बहनों की आत्माएं व्हाईट लेडी और ब्लू लेड़ी के नाम से जानी जाती हैं और इस वजह से इस महल का नाम ‘ब्लू लेडी महल’पड़ गया है.

भानगढ़ का किला , राजस्थान

अब हम जिस किले के बारे में बताने जा रहें है उस किले के बारे में अपने काफी बार कई लोगों से सुना भी होगा. जी हां, हम बात करें है भारत का सबसे खौफनाक किला भानगढ़ का जो राजस्थान के अलवर में स्थित  है. इस किले में सूर्यास्त के बाद आने की किसी को भी इजाजत नहीं है. 13वीं शताब्दी में राजा माधो सिंह ने इस किले का निर्माण करवाया था. कहा जाता है कि इस किले में आत्माओं का वास है. ऐसा कहा जाता है  17वीं शताब्दी में एक जादूगर इस महल की राजकुमारी रत्नावती पर फ़िदा हो गया था और उसने राजकुमारी पर काला जादू कर दिया था, लेकिन जादू का राजकुमारी पर किसी प्रकार का कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा.

वहीं जादू के उलटे प्रभाव के कारण जादूगर की मौत हो गई थी. मरते वक्त जादूगर ने भानगढ़ के किले को विध्वंस का श्राप दे दिया था, जिसके बाद तांत्रिक द्वारा कहा गया था कि यह इलाका एक ही रात में बर्बाद हो जायेगा और यहां के लोगों की आत्मा को भी कभी मुक्ति नहीं मिलेगी. तांत्रिक जो बात कही थी वो आखिरकार सच निकली और इस इलाके के मंदिरों को छोड़कर सब कुछ एक ही रात में बर्बाद हो गया था.

स्टैनली होटल, कोलोरेडो

19वीं शताब्दी में बना यह होटल, हॉटेंड प्लेस की श्रेणी में आता है. इस होटल में हर रात सफे़द काया वाला बच्चा दिखाई देता है, जो पलक झपकते ही गायब भी हो जाता है. लेकिन यह आत्मा किसी को नुकसान नहीं पहुंचती है.

 

विलसन हॉल, ओहियो यूनिवर्सिटी

अमेरिका की प्रतिष्ठ यूनिवर्सिटी ‘ओहियो’ में स्थित विलसन हॉल हमेशा ही सुर्खियों में बना रहता है. ब्रिटिश सोसाइटी फॉर फिसिकल रिसर्च के अनुसार, विलसन हॉल के रूम नंबर 428 में सालों पहले स्टूडेंट्स गुलाबी गर्ल की कहानियां सुना करते थे. जो अपने खून से कविताएं लिखती थी. कहा जाता है कि आज भी दीवारों पर उसकी कविताएं अंकित हैं और रात के वक्त वहां पर कविताओं के गुनगुने की आवाजें साफ़ सुनाई देती हैं.