Jeff Bezos: भारत के सबसे अमीर शख्स से क्यों भिड़ रही है दुनिया की दिग्गज ऑनलाइन कंपनी

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Jeff Bezos: भारत के सबसे अमीर शख्स से क्यों भिड़ रही है दुनिया की दिग्गज ऑनलाइन कंपनी

हाइलाइट्स:

  • बिग बाजार (BigBazaar) इलाके के मध्य आय वर्ग के लोगों के लिए पसंदीदा शॉपिंग स्पॉट है।
  • बिग बाजार (Big Bazaar) के 400 शहरों के इन 1500 स्टोर की अलग वैल्यू है।
  • Amazon फ्यूचर ग्रुप (Future Group) जैसे ट्रेडिशनल बिजनेस मॉडल पर कब्जे की लड़ाई लड़ रही है।

नई दिल्ली
दुनिया की दिग्गज इ कॉमर्स कंपनी एमेज़ॉन (Amazon) और दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) के बीच एक दिलचस्प लड़ाई चल रही है। यह लोग रानी पिल्लई के ग्रॉसरी खरीदने के फेवरेट प्लेस Big Bazaar पर कब्जे के लिए झगड़ रहे हैं। 47 साल की रानी पिल्लई एक रिटायर्ड नर्स हैं और बिग बाजार में रेगुलर शॉपिंग करती हैं। पूर्वी दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के नीचे बना बिग बाजार (BigBazaar) इलाके के मध्य आय वर्ग के लोगों के लिए पसंदीदा शॉपिंग स्पॉट है।

पिछले साल कोरोना संक्रमण रोकने के लिए किए गए लॉकडाउन के दौर में बहुत से लोगों ने ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) करने की कोशिश की, लेकिन फिजिकल स्टोर की तुलना में उन्हें ऑनलाइन शॉपिंग (Online Shopping) समझ में नहीं आया। अगर बात बिग बाजार (BigBazaar) की करें तो आम के अचार के साथ फ्री दिया जाने वाला पास्ता सॉस और बासमती राइस रैक के ठीक बगल में इंस्टेंट नूडल का फैमिली पैक वास्तव में लोगों को खरीदारी के लिए प्रेरित करने में काफी मदद करता है।

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Big Bazaar पर नजर
भारतीय कंपनी फ्यूचर ग्रुप के मालिकाना हक वाली बिग बाजार (Big Bazaar) के पास 1500 सुपरमार्केट, स्नेक्स शॉप और फैशन आउटलेट हैं। देश के 400 शहरों में फैले यह स्टोर कंपनी के लिए एक पुरस्कार की तरह हैं। इसमें तेजी से बढ़ते तकनीक और ई-कॉमर्स मार्केट के बीच बिग बाजार (Big Bazaar) के 400 शहरों के इन 1500 स्टोर की अलग वैल्यू है। Big Bazaar पर कब्जे के लिए मुकेश अंबानी की रिलायंस और दुनिया की दिग्गज कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) के बीच झगड़ा चल रहा है। अमेरिका की ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) भारत पर बड़ा दांव खेलने के मूड में है। भारत में ई-कॉमर्स कारोबार की कुल बिक्री में एमेजॉन (Amazon) का हिस्सा करीब एक तिहाई है।

कितने की लगी बोली
फ्यूचर ग्रुप (Future Group) के खुदरा कारोबार को खरीदने के लिए अमेरिकी कंपनी Amazon ने 2 साल पहले $20 करोड़ देने का फैसला किया था। भारत में फ्यूचर के स्थानीय कारोबार को खरीदने के लिए सरकार के नियम के बीच Amazon ने अपनी खरीदारी के तरीके में भी कई बदलाव किए थे।

RIL की एंट्री
इसके बाद इस सौदे में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) की एंट्री हो गई। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज टेलीकॉम, एनर्जी और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर की देश की बड़ी कंपनियों में से एक है। पिछले साल अगस्त में रिलायंस (RIL) ने एमेजॉन को इस सौदे से बाहर निकालकर फ्यूचर ग्रुप को 3.4 अरब डॉलर में खरीदने की कोशिश की। एमेजॉन (Amazon) सिंगापुर में एक कानूनी लड़ाई के जरिए रिलायंस से यह सौदा अपने हाथ में लेना चाहती है।

तेजी से बढ़ता ई-कारोबार
भारत में साल 2024 तक ऑनलाइन कारोबार 85 अरब डालर पर पहुंच जाने की उम्मीद है। फेसबुक, वॉलमार्ट और अन्य कंपनियों के साथ एमेजॉन (Amazon) ने भी देश में बहुत बड़ा निवेश किया है।ऑनलाइन ग्रॉसरी वास्तव में बाजार का एक छोटा हिस्सा है, लेकिन यह तेजी से ग्रोथ देख रहा है। भारत में ग्राहक फैशन प्रोडक्ट और सेल फोन की मुख्य तौर पर ऑनलाइन खरीदारी (Online Shopping) करते हैं। दुनिया की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन (Amazon) अपने ऑनलाइन बिजनेस को सपोर्ट करने के लिए फ्यूचर ग्रुप (Future Group) जैसे ट्रेडिशनल बिजनेस मॉडल पर कब्जे की लड़ाई लड़ रही है।

फिजिकल स्टोर का फायदा
वास्तव में ग्रॉसरी स्टोर ई-कॉमर्स कंपनियों के डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर के रूप में काम कर सकती हैं और इससे उसकी ब्रैंड वैल्यू के साथ सप्लायर के साथ लंबी अवधि का संबंध भी बन सकता है। एमेज़ॉन (Amazon) और मुकेश अंबानी की रिलायंस ग्रुप (RIL) के बीच झगड़ा मासिक या तिमाही आधार के कारोबार के लिए नहीं है, यह अगले 10-15 साल तक बाजार पर राज करने के लिए कब्जे की लड़ाई है।

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