CNG के बढ़े दाम से मुसीबत में कैब यात्री, AC के लिए एक्स्ट्रा चार्ज मांग रहे हैं ड्राइवर

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CNG के बढ़े दाम से मुसीबत में कैब यात्री, AC के लिए एक्स्ट्रा चार्ज मांग रहे हैं ड्राइवर

नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के साथ-साथ इन दिनों सीएनजी के दाम भी आसमान छू रहे हैं। इसी साल 1 जनवरी को जो सीएनजी 52.04 रुपए प्रति किलो के रेट पर मिल रही थी, उसके दाम आज 64.11 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गए हैं। यानी महज तीन महीने में सीएनजी के दामों में 12 रुपए प्रति किलो से ज्यादा की बढ़ोतरी हो चुकी है, जो अभी भी लगातार जारी है। कहा जा रहा है कि आने वाले दिनों में सीएनजी के दाम 75 रुपए प्रति किलो तक भी पहुंच सकते हैं। इसका असर सीएनजी से चलने वाली गाड़ियों के मालभाड़े में बढ़ोतरी से लेकर कई चीजों पर दिखने लगा है, मगर मोबाइल ऐप आधारित कैब सेवाओं के मामले में इसका एक अलग ही नतीजा देखने को मिल रहा है।

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चूंकि कैब का किराया एग्रीगेटर्स तय करते हैं और वह किराया यात्रा पूरी होने के बाद ऐप पर आता है, जिसका भुगतान यात्री करते हैं। ऐसे में ऑटो वालों की तरह कैब ड्राइवर ज्यादा किराया मांग नहीं सकते। ऐसे में सीएनजी के दामों में बढ़ोतरी की वजह से हो रहे नुकसान की भरपाई का अब उन्होंने एक दूसरा तरीका निकाल लिया है। चूंकि अब गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, ऐसे में कई कैब चालक सीएनजी की खपत को कम रखने के लिए अब एसी नहीं चला रहे हैं। कुछ ने तो कैब के अंदर बाकायदा पोस्टर लगा दिए हैं कि अगर एसी चलवाना है, तो एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा। जो कि 2 रुपए से लेकर 5 रुपए प्रति किलोमीटर तक लिया जा रहा है। इसे लेकर यात्रियों की ड्राइवरों के साथ बहस भी हो रही है और परेशान होकर यात्रियों को या तो बुकिंग कैंसल करनी पड़ रही है या फिर बिना एसी चलवाए ही कैब में जाना पड़ रहा है। कई यात्री कैब एग्रीगेटस से इसकी शिकायत भी कर रहे हैं, लेकिन कैब चालकों का कहना है कि वह कैब खड़ी रखने को तैयार हैं, लेकिन अब और ज्यादा नुकसान झेलने के लिए तैयार नहीं हैं।

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कैब चालकों का कहना है कि कंपनी अपने मुनाफे में तो कोई कटौती नहीं कर रही है, लेकिन हमारे जो खर्चे बढ़ गए हैं, उसकी भरपाई के लिए कोई कदम नहीं उठा रही है। जिससे हमारी इनकम घटकर आधी रह गई है। ऐसे में हमारे पास खर्चे कम करने का और कोई दूसरा जरिया नहीं है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद एक कैब चालक ने बाकायदा अपनी कैब के अंदर पोस्टर लगा रखा था कि जिसमें एसी नहीं चलाने के लिए बाकायदा क्षमा मांगते हुए लिखा था कि एसी चलाने के लिए 2 रुपए प्रति किमी बिल अलग से देना होगा। वहीं, कुछ चालकों ने बताया कि वो पहले ही सवारी को फोन करके बता देते हैं कि अगर एसी चलवाना है, तो अलग से चार्ज देना पड़ेगा, नहीं तो बुकिंग कैंसल कर दें।

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AC नहीं चला रहे कैब ड्राइवर (फोटोः NBT)

पिछले दिनों सोशल मीडिया में भी ऐसी कुछ शिकायतें सामने आई थीं, जिसमें यात्रियों ने कैब के अंदर लगे नोटिस की तस्वीरें शेयर करते हुए बताया कि किस तरह उन्हें एसी चलाने के लिए एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ा या बुकिंग कैंसल करनी पड़ी।

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‘अलग से चार्ज लेने का नियम नहीं’
उबर के प्रवक्ता ने बताया कि कैब में एसी चलाने के लिए अलग से चार्ज लेने का कोई नियम नहीं है। अगर कोई ड्राइवर ऐसा करता है, तो यह हमारी गाइडलाइंस का उल्लंघन है। इस बारे में शिकायत मिलने पर ड्राइवरों के खिलाफ ऐक्शन होगा। वहीं, कैब चालकों का कहना है कि कंपनी अपने मुनाफे में कोई कटौती नहीं कर रही है, लेकिन हमारा खर्च बढ़ गया है। उसकी भरपाई के लिए या तो एसी बंद करनी होगी या फिर एसी का अलग से चार्ज लेना होगा।

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