छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर!

572
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर!
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू का कहर!

देशभर से स्वाइन फ्लू की खबर सामने आ रही है। देश के अधिकांश हिस्सों से स्वाइन फ्लू की खबर आ रही है। पहले देश के सबसे बड़े राज्य यूपी, फिर उत्तराखंड और उसके बाद राजस्थान में स्वाइन फ्लू का कहर देखने को मिला है। अब इसकी चपेत में देश का एक और राज्य आ गया है। जी हाँ, स्वाइन फ्लू का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है। जिस रफ्तार से स्वाइन फ्लू देश के अलग-अलग राज्यों को अपना शिकार बना रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि कहीं स्वाइन फ्लू से आधा देश ग्रसित न हो जाए। तो आइयें नजर डालते है, छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के प्रकोप पर।

आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू ने हाल ही में पहुँचा है। छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों से स्वाइन फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं। छत्तीसगढ़ के भिलाई, दुर्ग, रायपुर के बाद अब कोरबा में तीन मरीजों में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है।
खबर के मुताबिक, कोरबा के दीपका-गेवरा क्षेत्र में स्वाइन फ्लू के तीन मरीज मिलने की पुष्टि स्वास्थ्य विभाग ने की है। साथ ही यह तीनों मरीज बलगी, बांकीमोंगरा और बतारी में मिले हैं, मरीजों में स्वाइन फ्लू के प्रारंभिक लक्षण पाए जाने के बाद मरीजों को अपोलो अस्पताल में भेज दिया गया है, जहां उनका इलाज जारी है।

चिकित्सकों के बयान की माने तो मरीजों में बल्गम की जांच में फ्लू की पुष्टि हुई, जिसकी सूचना अपोलो अस्पताल ने प्रदेश सरकार को दे दी है। साथ ही इसके बाद शासन ने कोरबा जिले के स्वास्थ्य विभाग से मामले में रिपोर्ट मांगी थी। स्वाइन फ्लू के बढ़ते मामलें को देखकर स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मरीजों के घर पर पहुंचने के साथ ही 60 से 65 घरों में सर्वे किया, विभाग ने एक रिपोर्ट बनाकर प्रदेश सरकार को भेजी है।

छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के सीएमएचओ डॉ. पीएस सिसोदिया का कहना है कि विभाग ने स्वाइन फ्लू को लेकर अलर्ट जारी किया है, साथ ही स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने पर तत्काल सूचना देने निर्देशित किया गया है। दरअसल, स्वाइन फ्लू से छत्तीसगढ़ के भिलाई जिले के एक 62 साल के डॉक्टर की मौत 21 अगस्त को हो गई थी। प्रदेश में इसके अलावा नादगांव, चिरमिरी और रायपुर के चार से अधिक बच्चों में स्वाइन फ्लू के लक्षण मिले हैं। आंकड़ों की माने तो छत्तीतसढ़ में जून 2017 से अब तक 15 से अधिक मरीज स्वाइन फ्लू की चपेट में आ चुके हैं, जिसमें लगभग पांच लोगों की मौत हो चुकी है।