मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव को मिली मंजूरी, बीजेपी की बढ़ सकती है मुश्किलें

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नई दिल्ली: मॉनसून सत्र का आगाज आज से हो चुका है. जहां एक तरफ बीजेपी के लिए सदन में 58 विधेयक पास करना होगा बहुत चुनौतीपूर्ण तो वहीं पर विपक्षी पार्टी भी सदन में सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर पहुंच गई है. आज सदन का पहला दिन और पहले ही दिन सदन में पार्टियों के बीच काफी हंगाम देखने को मिला है. ऐसे में यह मानना गलत नहीं होगा कि आगे भी ऐसे हंगामे और देखे जा सकते है.

अविश्वास प्रस्ताव पर 10 दिन के अंतर्गत चर्चा की मंजूरी

बता दें कि विपक्ष द्वारा सरकार के खिलाफ लोकसभा में रखे गए अविश्वास प्रस्ताव को स्पीकर सुमित्रा महाजन ने सहमती दे दी है. लोकसभा स्पीकर ने कायवाही के दौरान टीडीपी और कांग्रेस द्वारा रखे गए इस प्रस्ताव में हामी भर दी है. अब इस प्रस्ताव पर 10 दिन के अंतर्गत चर्चा तय की गई है.

राज्यसभा स्थगित

आपको बता दें कि आंध्र प्रदेश की तरफ से विशेष दर्जा देने की मांग की गई है और इस मांग को लेकर टीडीपी सांसदों की तरफ से हंगाम होने के बाद से करीब 12 बजे तक के लिए राज्यसभा के सभी कामकाजों को रोक दिया गया था.

मॉब लिंचिंग मुद्दे को लेकर विपक्षी पार्टी का संसद में हंगामा

ये ही नहीं काफी समय से सुख्रियों में रहा मॉब लिंचिंग मुद्दे पर पहले ही दिन ही प्रश्नकाल के दौरान विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा में हंगाम शुरू कर दिया था इस दौरान उन्होंने लोकसभा हमें न्याय चाहिए जैसे कई सारे नारे भी लगाए थे.

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पीएम मोदी ने कहा महत्वपूर्ण मामलों पर चर्चा जरूरी

मॉनसून सत्र से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी का कहना था कि देश के कुछ अहम मुद्दों में बात होना काफी जरूरी है जितनी ज्यादा वार्ता होगी उतना ही देश का भी फायदा होगा. इस प्रक्रिया में सरकार को कई सुझवा मिलेंगे जिसका काफी फायदा होगा. ऐसे मैं आशा करता हूं की सभी पार्टियों सदन के समय का सही तरीके से प्रयोग करें. सबका सहयोग रहेगा.