लोकसभा चुनाव 2019 ख़त्म हो चुका है और इसके बाद चुनाव खातिर हुए गठबंधन भी टूटते हुए नजर आ रहे हैं. अभी खबर उत्तर प्रदेश से खबर आई है. असल में आप चुनाव में भागीदारी के लिए उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा में गठबंधन हुई थी, और चुनावी पंडित कयास लगा रहे थे कि 30 से 35 सीट तो इस गठबंधन के खाते में जायेगी ही.
लेकिन चुनाव नतीजे आये और इन दोनों पार्टियों को कुल मिलाकर 15 सीटें मिली. और उसमे भी बसपा को कुल 10 सीटें मिली और सपा को 5. मालूम हो कि सपा ने लोकसभा चुनाव 2014 में भी 5 सीटें जीती थी, लेकिन बसपा को एक भी सीट नहीं मिल पायी थी.
अब इन चुनावों के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने सपा पर आरोप लगाया है कि यादवों का वोट गठबंधन के कैंडिडेट को ट्रान्सफर कराने में सपा नाकामयाब रही है. असल में कई सपा बहुल इलाकों में भी सपा जीतने में कामयाब नही हो पायी है.
अब जबकि चुनाव नतीजे आ चुके हैं, तो दोनों पार्टियों में रार के निशान साफ़ नजर आ रहे हैं. अब ऐसे में क्या किया जायेगा. आखिर चुनाव बाद इस हार का ठीकरा किसी के सर तो फूटना ही था.