SME News: चीन से अपना धंधा कितना मंदा?

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SME News: चीन से अपना धंधा कितना मंदा?

नई दिल्ली
startup news: पिछले कुछ दिनों से ग्लोबल वेंचर कैपिटलिस्ट और प्राइवेट इक्विटी इन्वेस्टर्स भारत के लिए अधिक फंड का आवंटन कर रहे हैं। चीन में पिछले कुछ वक्त में टेक कंपनियों पर नियामक की सख्त कार्रवाई की वजह से यह ट्रेंड देखने को मिल रहा है।

साल 2013 के बाद से पहली बार जुलाई 2021 में भारत ने VC फंडिंग के मामले में चीन को पीछे छोड़ दिया है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। जुलाई 2021 में भारत के स्टार्टअप ने करीब 8 अरब डॉलर की रकम जुटाई है। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि में चीन की कंपनियों में निवेश घटकर सिर्फ $5 अरब रह गया है।

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VC फर्म का बढ़ा है फोकस
भारत की कंपनियों में निवेश बढ़ाने वाली वेंचर कैपिटल फर्म का कहना है कि भारत की टेक्नोलॉजी कंपनियां वैश्विक निवेशकों से अब अधिक फंड पाने में सफल साबित हो रही हैं। इसकी वजह यह है कि ग्लोबल इन्वेस्टर अब अपनी चाइना स्ट्रेटेजी पर दोबारा विचार करने लगे हैं। इसके साथ ही ग्लोबल इन्वेस्टर का अब भारत पर फोकस बढ़ा है। अब तक भारत के स्टार्टअप सेक्टर में निवेश कम हो रहा था क्योंकि चीन उन्हें अपनी तरफ आकर्षित कर रहा था। पिछले कुछ दिनों में चीन में टेक कंपनियों पर सरकार की सख्ती बढ़ी है और इस वजह से अब ग्लोबल इन्वेस्टर उससे किनारा करने लगे हैं।

भारत की टेक फर्म को मदद
इस साल जनवरी से जुलाई की अवधि में भारत के स्टार्टअप ने 17 अरब डॉलर की रकम जुटाने में सफलता हासिल की है। साल 2020 में भारत के स्टार्टअप को 12 अरब डालर का फंड मिल पाया था। साल 2019 में यह रकम 14 अरब डालर थी। एनालिटिक्स फॉर ग्लोबल डाटा के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।

भारत में कामकाज की बेहतरीन संभावनाएं
मुंबई की एक वेंचर कैपिटल फर्म ट्रू स्केल कैपिटल के मैनेजिंग पार्टनर समीर नाथ ने कहा, “अब तक भारत स्टार्टअप फंडिंग के मामले में चीन से पीछे चल रहा था। चीन की टेक कंपनियां सरकार और नियामक की सख्ती की वजह से परेशान चल रही हैं। ग्लोबल इन्वेस्टर अब उनसे किनारा करने लगे हैं। भारत की टेक कंपनियों के फंडामेंटल स्ट्रांग दिख रहे हैं। बिजनेस टू कंज्यूमर और बिजनेस टू बिजनेस सेक्टर में जोरदार तेजी देखी जा रही है। भारत में कंपनियों के काम करने का विस्तृत स्कोप है और वे वैल्यू क्रिएट कर रही हैं। पिछले कुछ वक्त में इनके कामकाज में तेजी आई है। ग्लोबल निवेशकों के हिसाब से भारत अब उनके इन्वेस्टमेंट के मामले में हर पैमाने पर खरा उतर रहा है, इसलिए भारत के स्टार्टअप सेक्टर में ग्लोबल इन्वेस्टर का निवेश बढ़ रहा है।”

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