sidhi: गांवों से कचरा संग्रहण वाले ई-रिक्शा बेकार | sidhi: E-rickshaws used to collect garbage from villages are useless | Patrika News

18
sidhi: गांवों से कचरा संग्रहण वाले ई-रिक्शा बेकार | sidhi: E-rickshaws used to collect garbage from villages are useless | Patrika News


sidhi: गांवों से कचरा संग्रहण वाले ई-रिक्शा बेकार | sidhi: E-rickshaws used to collect garbage from villages are useless | Patrika News

सतनाPublished: Feb 22, 2023 09:09:10 pm

किसी की बैटरी खराब तो कहीं दूसरी खराबी के कारण नहीं हो पा रहा संचालन
-जिले में पांच हजार से अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराए गए थे ई-रिक्शा
-सरपच-सचिवों ने कहा, कुछ दिन गांवों में दौड़ाया, लेकिन कोई नहीं दे रहा कचरा

sidhi: E-rickshaws used to collect garbage from villages are useless

sidhi: E-rickshaws used to collect garbage from villages are useless

सीधी। स्वच्छ भारत मिषन के फेज टू के तहत पांच हजार से अधिक आबादी वाले गांवों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए उपलब्ध कराये गए ई-रिक्सा बेकार पड़े हैं। किसी की बैटरी खराब है तो किसी में अन्य खराबी है। पंचायतों द्वारा ई-रिक्सा का एक लाख 90 हजार रुपये भुगतान भी कर दिया गया है, लेकिन अब वह पंचायतों में बेकार पड़े हैं। इधर जिम्मेदार अधिकारी भी ई-रिक्सा के संचालन को लेकर ठोस कार्रवाई नहीं कर पा रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार कचरा कलेक्शन के लिए गांव स्तर पर सूखा व गीला कचरा एकत्रित करने के लिए कचरा पृथक्कीकरण भवन बनाया जाना था। जहां अलग-अलग सूखा व गीला कचरा एकत्रित किया जाना था। खाद योग्य कचरे को अलग कर उसे नाडेप के माध्यम से खाद के रूप में तब्दील किये जाने की योजना थी, जबकि लोहा, प्लास्टिक आदि संबंधी कचरें को अलग कर कबाडिय़ों को विक्रय किये जाने की योजना बनाई गई थी, इसी के तहत कचरा डोर टू कचरा कलेक्शन की योजना तय की गई थी, लेकिन न तो कचरा पृथक्कीकरण भवन बनाया गया और न ही डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का कार्य ही शुरू हो पा रहा है।
———
चिन्हित 15 गांवों में से 6 गांवों को ही मिल पाया ई-रिक्सा-
ई-रिक्सा के लिए जिले में पांच हजार से अधिक आबादी वाले पंद्रह गांव चयनित किये गए हैं, जिसमें सीधी जनपद के पडऱा, नौढिय़ा व हड़बड़ो, मझौली जनपद के मड़वास, ताला व गिजवार में ई रिक्सा प्रदाय किया जा चुका है। जबकि सिहावल जनपद के अमिलिया, बघोर, पहाड़ी व बिठौली तथा रामपुरनैकिन जनपद के भितरी, धनहा, हनुमानगढ़ व कुशमहर गांव में अभी ई-रिक्सा उपलब्ध नहीं हो पाया है। जबकि कुसमी जनपद में कोई भी गांव पांच से तक की आबादी का नहीं है, जिससे यहां ई-रिक्सा उपलब्ध नहीं कराया जाएगा।
————-
66 गांवों में पहुंची ट्र्रायसायकल, इसके भी थमे है पहिये-
जिले के दो हजार से अधिक आबादी वाले 66 ग्राम पंचायतों को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए हाथ रिक्सा (ट्रायसायकल) उपलब्ध कराई गई है। जिसमें मझौली जनपद की 16, सिहावल जनपद की 15, रामपुर नैकिन जनपद की 15, कुसमी जनपद की 4 तथा सीधी जनपद की 16 ग्राम पंचायतों को ट्रायसायकल उपलब्ध कराई जा चुकी है, लेकिन इनका संचालन भी अभी तक ग्राम पंचायतों द्वारा शुरू नहीं किया जा सका है। सरपंचों की माने तो अभी तक प्रशासन द्वारा इनके संचालन में आ रहे खर्च को लेकर गाइड लाइन तय नहीं की जा सकी है, जिसके कारण अभी इनका संचालन नहीं किया जा रहा है।
————–
गांव की गलियों में नहीं चल पा रहे ई रिक्सा-
जिन गांवों में जिला प्रशासन द्वारा डोर टू डोर कचरा कनेक्शन के लिए ई रिक्सा उपलब्ध कराये जा चुके हैं, उनमें से जहां ई रिक्सा ठीक हालत में हैं, वहां भी संचालन नहीं हो पा रहा है, इसका कारण गांव की ऊबड़ खाबड़ गलियां व चढ़ाई आदि बताई जा रही है। वहीं जहां ई रिक्सा चल रहे हैं वहां ज्यादातर ग्रामीण कचरा देने को ही तैयार नहीं हो रहे हैं।
————-
शुरू से पड़ा है खराब-
जब ई रिक्सा उपलब्ध कराया गया था, कुछ ही दिनों में बैटरी खराब हो गई थी। उसके बाद से खराब ही पड़ा है, सूचना दे दी गई थी, लेकिन अभी तक सुधार नहीं कराया गया। जिससे ई रिक्सा खड़ा है।
राजधर पांडेय, सरपंच ग्राम पंचायत गिजवार
————–
एक्सीलेटर वायर खराब है-
शुरूआत में कुछ दिन ई रिक्सा का संचालन हुआ था, बाद में एक्सीलेटर वायर खराब होने से खड़ा है। सूचना दी गई थी, लेकिन सुधार नहीं कराया गया, इसे सुधरवाकर संचालन सुनिश्चित करूगा।
रामायण सिंह, सरपंच ग्राम पंचायत नौढिय़ा
————-
टायर की बैरिंग खराब है-
ई रिक्सा का संचालन नहीं हो पा रहा है, उसके टायर की बैरिंग खराब हो गई है, जिसका सुधार अभी नहीं हो पाया है। ई रिक्सा का भुगतान 1 लाख 97 हजार 400 रुपये किया जा चुका है।
बालमीक यादव, सचिव ग्राम पंचायत हड़बड़ो
————–
संचालन की तय नहीं हो पाई है गाइड लाइन-
एक सप्ताह पूर्व ही हमारी ग्राम पंचायत को कचरा कलेक्शन हेतु हाथ ठेला (ट्रायसायकल) उपलब्ध कराई गई है, लेकिन संचालन की गाइड लाइन तय नहीं होने से संचालन नहीं किया जा रहा है।
निशा पांडेय, सरपंच ग्राम पंचायत झगरहा
————–
गारंटी पीरियड में हैं ई-रिक्सा-
पांच से अधिक आबादी वाले पंचायतों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन के लिए उपलब्ध कराये गए ई रिक्सा अभी गारंटी पीरियड में हैं, खराबी की सूचना दिये जाने पर संबंधित कंपनी द्वारा उनका मरम्मतीकरण कराया जाएगा। संचालन की जिम्मेदारी पंचायतों को ही है।
सुचिता सिंह, जिला समन्वयक एसबीएम सीधी
—————-
खास-खास-
*पांच हजार से अधिक आबादी वाली 15 पंचायतों को उपलब्ध कराना है ई रिक्सा
*अभी तक 6 ग्राम पंचायतों को ही उपलब्ध कराये गए हैं ई रिक्सा
*एक ई रिक्सा की कीमत करीब 1 लाख 90 हजार
*दो हजार से अधिक आबादी वाली 66 ग्राम पंचायतों को उपलब्ध कराई गई ट्रायसायकल
*एक ट्रायसायकल की कीमत 35 हजार
*ग्राम पंचायतों के मद से हो रहा ई रिक्सा व ट्रायसायकल का भुगतान
000000000000000000000000



Source link