दो निवेशकों ने अमेरिका के मशहूर प्लाजा होटल में हिस्सेदारी को खरीदने की इच्छा जताई है। इन दोनों ही निवेशकों ने इसके लिए करीब 4000 करोड़ रुपये की बोली लगाई है। बता दें कि इस होटल में सुब्रत राय सहारा के मालिकान वाले सहारा ग्रुप की हिस्सेदारी करीब 70 प्रतिशत है। ये दावा एक मीडिया रिपोर्ट में किया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई के रहने वाले शहल खान, जिनका कार्यालय व्हाइट सिटी वेन्चर्स में है और हाकिम आॅर्गनाइजेशन के कामरान हाकिम, जो न्यूयॉर्क शहर के बड़े जमींदारों में शामिल हैं। इन दोनों ने ही होटल को खरीदने के लिए बोली को बढ़ाकर 4000 करोड़ रुपये तक पहुंचा दिया है। होटल को खरीदने के लिए बोली 25 जून को बंद हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सहारा ग्रुप के कॉर्पोरेट फाइनेंस विभाग के अध्यक्ष संदीप वाधवा, जिनके पास होटल की 70 फीसदी हिस्सेदारी है और मशहूर होटल कारोबारी संत सिंह चटवाल, जिनके पास होटल की 5 फीसदी हिस्सेदारी है। दोनों ने इस प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है। लेकिन दोनों ही लोगों ने इस पर प्रस्ताव की गोपनीयता का हवाला देते हुए कोई भी प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है।
सहारा ग्रुप लम्बे वक्त से अपनी संपत्तियां बेचने के लिए परेशान है। पिछले साल, सहारा ने दलाली फर्म जोन्स लैंग लैस्ल को संपत्ति की नीलामी के लिए संपर्क किया था। सहारा समूह के चेयरमैन सुब्रत राय सहारा और संत सिंह चटवाल ने होटल की साझेदारी साल 2012 में खरीदी थी। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नई डील में ऐसी शर्तें भी रखी गई हैं जो पहले कभी नहीं रखी गई थीं। जैसे इस बार खरीददारों को नीलामी में शामिल होने के लिए करीब 190 करोड़ रुपये बतौर जमानत राशि जमा करनी होगी। अगर वह नीलामी से पीछे हटते हैं तो ये रकम जब्त कर ली जाएगी। इस शर्त ने होटल के खरीददारों को सीमित कर दिया है।
प्लाजा होटल, सन् 1907 में खोला गया था। ये न्यूयॉर्क शहर का इकलौता होटल है, जिसे ऐतिहासिक स्थानों के राष्ट्रीय दस्तावेज में जगह मिली है। कभी इस होटल का मालिकान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के पास था, लेकिन उन्हें दिवालिया होने के कारण इसका मालिकान गंवाना पड़ा था। रिपोर्ट कहती है कि ये डील इस लिहाज से भी मुश्किल है किे फर्म की 25 प्रतिशत हिस्सेदारी रियल एस्टेट फर्म एशकेंजी अधिग्रहण कॉर्पोरेशन और किंगडम होल्डिंग्स के पास है। इन दोनों ही कंपनियों का नियंत्रण सऊदी के राजकुमार अलवलाद बिन तलाल के पास है। ऐसे में पार्टनर के पास होटल की समान कीमत पर खरीदने से इंकार करने का विकल्प है। लेकिन ये अधिकार अगले हफ्ते खत्म होने वाला है। अब जबकि बिक्री में अधिकतम बोली लग चुकी है। अब लेनदेन काफी जटिल हो सकता है।