RT-PCR Test: कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट में यह काम करना आपको पड़ सकता है बहुत महंगा, जानिए क्यों

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RT-PCR Test: कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट में यह काम करना आपको पड़ सकता है बहुत महंगा, जानिए क्यों

हाइलाइट्स:

  • बहुत से लोग अब आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) की फर्जी रिपोर्ट लेकर ट्रेवल कर रहे हैं
  • बहुत से लोग कोविड-19 टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट (fraud report) बना लेने में सफल हो जाते हैं
  • आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR test) में फर्जीवाड़ा करना इंडियन पेनल कोड के हिसाब से दंडनीय अपराध है

देश में बहुत से लोग अब आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) की फर्जी रिपोर्ट लेकर ट्रेवल कर रहे हैं। देश में कोरोना संक्रमण के दूसरे चरण की भयावह तस्वीर सामने आ रही है और इस बीच लोग आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) को जबरन निगेटिव बनाने के जरिए एक बहुत बड़ा अपराध कर रहे हैं। इस बात का सही अनुमान लगाना मुश्किल है, लेकिन यह सच है कि ऐसे लोगों की बड़ी संख्या है जो यह कर रहे हैं। इसमें सिर्फ गरीब लोग ही शामिल नहीं हैं, बल्कि अमीर घर के लोग भी ऐसा कर रहे हैं।

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लॉक नहीं है आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट
हाल में ही 42 साल के विलिअम मार्टिन गोवा से जयपुर ट्रैवल करने जा रहे थे। उन्होंने अपना सब कुछ पैक कर लिया, लेकिन उन्होंने कोविड-19 टेस्ट नहीं कराया, जबकि इंटरस्टेट ट्रैवल करने के लिए कोविड टेस्ट (RT-PCR Test) कराना जरूरी है। उसके बाद उन्होंने अपने एक दोस्त से नेगेटिव कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट माँगा और फोटोशॉप के जरिए उस पर अपना नाम लिख दिया। मार्टिन जैसे बहुत से लोग कोविड-19 टेस्ट की फर्जी रिपोर्ट (fraud report) बना लेने में सफल हो जाते हैं। फोटो एडिटिंग सॉफ्टवेयर की मदद से प्रशासनिक अधिकारियों के सामने चालबाजी की जा सकती है। बहुत से लोग कहते हैं कोविड-19 रिपोर्ट अनलॉक पीडीएफ फॉर्मेट में होती है और इसमें आसानी से बदलाव किया जा सकता है।

दंडनीय अपराध है फर्जीवाड़ा
आरटी पीसीआर टेस्ट (RT-PCR test) में फर्जीवाड़ा करना इंडियन पेनल कोड के हिसाब से दंडनीय अपराध है। इसके साथ ही डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के प्रावधानों के हिसाब से भी इसमें कार्यवाही की जा सकती है। वकीलों का कहना है कि इस तरह के मामलों में आईपीसी के सेक्शन 419, 420, 467, 468, 471 और सेक्शन 120(b) के तहत फर्जीवाडा करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जा सकती है।

चेकिंग में गंभीरता नहीं
नोएडा के 34 साल के एक व्यक्ति ने अपने पिछले आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) रिपोर्ट की कॉपी कर दी और उस पर डेट चेंज कर दिया। मार्च 2021 में इस दिन छुट्टी का दिन था। हाल में ही अपने परिवार के साथ 3 दिन की छुट्टियां मनाने राजस्थान के भरतपुर में गए एक व्यक्ति ने कहा, “राज्य में प्रवेश करते समय प्रशासनिक अधिकारी बॉर्डर पर आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट मांगते हैं। मुझे टेस्ट कराने में दिक्कत लगती है और मैं अपना पैसा बर्बाद नहीं करना चाहता था, इसलिए मैंने किसी और के निगेटिव टेस्ट को अपने नाम से बना लिया।” उन्होंने कहा कि वे जिस रिसोर्ट में गए थे वहां भी किसी ने उनका आरटी-पीसीआर टेस्ट (RT-PCR Test) का सर्टिफिकेट चेक नहीं किया।

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