RBI MPC Meet : होम लोन, कार लोन हो या पर्सनल लोन, सब पर ब्याज दरें बढ़ना लगभग तय, जानिए कितना हो सकता है इजाफा

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RBI MPC Meet : होम लोन, कार लोन हो या पर्सनल लोन, सब पर ब्याज दरें बढ़ना लगभग तय, जानिए कितना हो सकता है इजाफा

RBI MPC Meet : होम लोन, कार लोन हो या पर्सनल लोन, सब पर ब्याज दरें बढ़ना लगभग तय, जानिए कितना हो सकता है इजाफा

नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की तीन दिन की बैठक बुधवार को शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि उच्च महंगाई दर पर लगाम लगाने के आरबीआई रेपो रेट में 0.50 फीसदी की एक और वृद्धि कर सकता है। डॉलर के मुकाबले रुपये को गिरने से रोकने, महंगाई पर काबू पाने और विदेशी पूंजी प्रवाह बढ़ाने के मकसद से आरबीआई यह फैसला ले सकता है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति के फैसलों की घोषणा 30 सितंबर को की जाएगी। सरकार ने आरबीआई को दो फीसदी के घट-बढ़ के साथ खुदरा महंगाई को चार फीसदी पर रखने का लक्ष्य दिया है। हालांकि, खुदरा महंगाई जनवरी से आरबीआई के संतोषजनक स्तर से ऊपर बनी हुई है। रेपो रेट बढ़ने से बैंक होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन पर ब्याज दरें बढ़ा देंगे।

तेजी से गिर रहा रुपया
महंगाई के ऊंचे स्तर पर बने रहने के बीच घरेलू मुद्रा में तेजी से गिरावट आ रही है। अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया वर्तमान में 82 के करीब कारोबार कर रहा है। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में आक्रामक रूप से वृद्धि के बाद रुपये की विनियम दर में गिरावट तेज हो गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, केंद्रीय बैंक एक बार फिर रेपो रेट को 0.50 फीसदी बढ़ा सकता है। इससे यह तीन साल के उच्चतम स्तर 5.9 फीसदी पर पहुंच जाएगी। यह वर्तमान में 5.4 फीसदी है।

महंगाई से निपटना हो प्राथमिकता
आरबीआई ने रेपो रेट में मई से लेकर अब तक 1.40 फीसदी की वृद्धि की है। उद्योग मंडल एसोचैम ने कहा कि अमेरिका समेत कई अन्य केंद्रीय बैंकों की ब्याज दरों में आक्रामक रूप से वृद्धि के बीच आरबीआई नीतिगत ब्याज दरों में कम से कम 0.35 से 0.50 फीसदी की बढ़ोतरी कर सकता है। एसोचैम महासचिव दीपक कपूर ने कहा, ‘‘उद्योग कम ब्याज दरों को देखना चाहता है, लेकिन टिकाऊ आर्थिक वृद्धि के लिए मुख्य चुनौती और प्राथमिकता महंगाई से निपटने की है।’’
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उच्च स्तर पर पहुंच जाएंगी होम लोन की दरें
कोलियर्स के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत) रमेश नायर ने कहा कि रेपो दर में और वृद्धि की संभावना है। सरकार मुद्रास्फीति के स्तर पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रही है। एबीए कॉर्प के निदेशक अमित मोदी ने कहा, “रेपो दर में बढ़ोतरी करने से होम लोन की दरें अपने उच्चस्तर पर पहुंच सकती हैं। इसका असर लग्जरी श्रेणी के घर खरीदारों की भावनाओं पर पड़ सकता है। मगर विशेष कर किफायती और मध्यम आवास श्रेणी में कुछ आधार अंकों की बढ़ोतरी का ज्यादा असर नहीं होगा और नई बुकिंग एवं बिक्री जारी रहेगी।” मिगसन ग्रुप के प्रबंध निदेशक यश मिगलानी ने कहा, “आरबीआई मौजूदा आर्थिक स्थिति को देखते हुए कुछ आधार अंकों की वृद्धि कर सकता है। इस समय आरबीआई अप्रत्यक्ष रूप से सभी क्षेत्रों को फायदा पहुंचाने के लिए रेपो दर में कुछ बदलाव करेगा…।’’

भारतीय बाजारों का प्रदर्शन बेहतर
वहीं, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय बाजारों ने हालांकि काफी बेहतर प्रदर्शन किया है। विशेष रूप से रुपया बाजार में…..जिसमें आरबीआई के हस्तक्षेप का समर्थन करना अच्छा रहा है। विदेशी निवेशकों द्वारा अगस्त में भारतीय शेयर बाजारों में 51,200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया गया था। लेकिन सितंबर में अबतक 1,386 करोड़ रुपये से अधिक के कुल निवेश के साथ एफपीआई प्रवाह में भारी उतार-चढ़ाव देखा गया है।

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