Rajasthan electricity Crisis: राजस्थान में बिजली संकट का 9वां दिन..10 दिन और रह सकता है!
Rajasthan electricity Crisis:राजस्थान में बिजली संकट का शनिवार को 9वां दिन है। बिजली कटौती की मार लगातार बढ़ती जा रही है और माना जा रहा है कि कोयले की कमी लगातार बढ़ती गई तो यह संकट अगले 10 दिन तक जारी रह सकता है।
जयपुर। Rajasthan electricity Crisis:राजस्थान में बिजली संकट का शनिवार को 9वां दिन है। बिजली कटौती की मार लगातार बढ़ती जा रही है और माना जा रहा है कि कोयले की कमी लगातार बढ़ती गई तो यह संकट अगले 10 दिन तक जारी रह सकता है। उधर, त्योहारी सीजन में रोजाना कई घंटों की बिजली कटौती से आमजन का काम-धंधा चौपट हो रहा है। संकट बढ़ा तो ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में कटौती का समय भी बढा़या जा सकता है।
यह बात अलग है कि ऊर्जा विभाग के आला अधिकारी एक्सचेंज से 10 से 14 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीद कर व्यवस्था बनाने का दम भर रहे हैं। लेकिन यहां भी 4 करोड़ यूनिट की जगह एक से डेढ़ करोड़ बिजली की खरीद ही की जा रही है।
राजस्थान में बिजली कटौती अब 400 लाख यूनिट तक पहुंच गई और इसका सीधा असर लोगों के व्यापार और काम-धंधों पर पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में 6 से 8 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। बिजली नहीं मिलने से बड़े व्यापारी परेशान हैं, वहीं छोटा धंधा करने वालों के सामने बड़ी समस्या खडी हो गई। हालात यह हो गए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक रूप से दुकानें बंद पड़ी हुई हैं। कस्बे तो ऐसे हैं, जहां दिनभर में मात्र 4 से 5 घंटे ही बिजली दी जा रही है। पूरी रात बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में बिजली संकट लगातार जारी रहता है तो दीवाली पर इसका गहरा असर दिखाई दे सकता है। सूत्रों की माने तो बिजली संकट के चलते जल्द ही कटौती का समय बढा़ने के आदेश भी जारी हो सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में 5 घंटे और जिलों में 2 से ढाई घंटे तक कटौती की जा सकती है।
जयपुर को पूरी बिजली, बाकी जगह कटौती
ऊर्जा विभाग के आला अधिकारियों ने बिजली कटौती के मामले में जयपुर को छूट दे रखी है। कहा जा रहा है कि जयपुर में किसी प्रकार की कटौती नहीं की जा सकती। यहां इमरजेंसी सेवाएं ज्यादा हैं। रोजाना 160 लाख यूनिट बिजली की मांग चल रही है, जिसे पूरा किया जा रहा है।
सरकारी कार्यालयों में एसी नहीं चलाने की अपील
राजस्थान में बिजली संकट को देखते हुए जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी नवीन अरोड़ा ने सरकारी कार्यालयों में एसी पूर्ण रूप से बंद रखने की अपील की है। साथ ही जनता को भी एसी नहीं चलाकर बिजली बचाने को कहा गया है। लेकिन सरकारी कार्यालयो के हालात यह हैं कि जिन कमरों में अधिकार नहीं बैठते, वहां भी बिजली खर्च हो रही है। ऐसे में जनता से बिजली बचाने की अपील कहां तक सार्थक होगी।
जयपुर डिस्कॉम में कहां कितनी कटौती
जिला-वृत्त———–घोषित कटौती——————-अघोषित कटौती
दौसा—————शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
जयपुर जिला वृत्त——शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
टोंक—————-शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
सवाईमाधोपुर———शाम 4 से 5 बजे—————–3 से 5 घंटे
भरतपुर————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
करौली————–शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
कोटा—————शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
झालावाड़————शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
बूंदी—————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
बारां—————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
Rajasthan electricity Crisis:राजस्थान में बिजली संकट का शनिवार को 9वां दिन है। बिजली कटौती की मार लगातार बढ़ती जा रही है और माना जा रहा है कि कोयले की कमी लगातार बढ़ती गई तो यह संकट अगले 10 दिन तक जारी रह सकता है।
जयपुर। Rajasthan electricity Crisis:राजस्थान में बिजली संकट का शनिवार को 9वां दिन है। बिजली कटौती की मार लगातार बढ़ती जा रही है और माना जा रहा है कि कोयले की कमी लगातार बढ़ती गई तो यह संकट अगले 10 दिन तक जारी रह सकता है। उधर, त्योहारी सीजन में रोजाना कई घंटों की बिजली कटौती से आमजन का काम-धंधा चौपट हो रहा है। संकट बढ़ा तो ग्रामीण इलाकों के साथ ही शहरी क्षेत्रों में कटौती का समय भी बढा़या जा सकता है।
यह बात अलग है कि ऊर्जा विभाग के आला अधिकारी एक्सचेंज से 10 से 14 रुपए प्रति यूनिट बिजली खरीद कर व्यवस्था बनाने का दम भर रहे हैं। लेकिन यहां भी 4 करोड़ यूनिट की जगह एक से डेढ़ करोड़ बिजली की खरीद ही की जा रही है।
राजस्थान में बिजली कटौती अब 400 लाख यूनिट तक पहुंच गई और इसका सीधा असर लोगों के व्यापार और काम-धंधों पर पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में 6 से 8 घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। बिजली नहीं मिलने से बड़े व्यापारी परेशान हैं, वहीं छोटा धंधा करने वालों के सामने बड़ी समस्या खडी हो गई। हालात यह हो गए कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामूहिक रूप से दुकानें बंद पड़ी हुई हैं। कस्बे तो ऐसे हैं, जहां दिनभर में मात्र 4 से 5 घंटे ही बिजली दी जा रही है। पूरी रात बिजली कटौती की जा रही है। ऐसे में बिजली संकट लगातार जारी रहता है तो दीवाली पर इसका गहरा असर दिखाई दे सकता है। सूत्रों की माने तो बिजली संकट के चलते जल्द ही कटौती का समय बढा़ने के आदेश भी जारी हो सकते हैं। ग्रामीण इलाकों में 5 घंटे और जिलों में 2 से ढाई घंटे तक कटौती की जा सकती है।
जयपुर को पूरी बिजली, बाकी जगह कटौती
ऊर्जा विभाग के आला अधिकारियों ने बिजली कटौती के मामले में जयपुर को छूट दे रखी है। कहा जा रहा है कि जयपुर में किसी प्रकार की कटौती नहीं की जा सकती। यहां इमरजेंसी सेवाएं ज्यादा हैं। रोजाना 160 लाख यूनिट बिजली की मांग चल रही है, जिसे पूरा किया जा रहा है।
सरकारी कार्यालयों में एसी नहीं चलाने की अपील
राजस्थान में बिजली संकट को देखते हुए जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी नवीन अरोड़ा ने सरकारी कार्यालयों में एसी पूर्ण रूप से बंद रखने की अपील की है। साथ ही जनता को भी एसी नहीं चलाकर बिजली बचाने को कहा गया है। लेकिन सरकारी कार्यालयो के हालात यह हैं कि जिन कमरों में अधिकार नहीं बैठते, वहां भी बिजली खर्च हो रही है। ऐसे में जनता से बिजली बचाने की अपील कहां तक सार्थक होगी।
जयपुर डिस्कॉम में कहां कितनी कटौती
जिला-वृत्त———–घोषित कटौती——————-अघोषित कटौती
दौसा—————शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
जयपुर जिला वृत्त——शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
टोंक—————-शाम 4 से 5 बजे—————-3 से 5 घंटे
सवाईमाधोपुर———शाम 4 से 5 बजे—————–3 से 5 घंटे
भरतपुर————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
करौली————–शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
कोटा—————शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
झालावाड़————शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
बूंदी—————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे
बारां—————-शाम 5 से 6 बजे—————–3 से 5 घंटे