Rail Roko Andolan: कोटा रेल मंडल में किसानों ने ट्रैक पर कब्जा किया, 2 जगह रोकी ट्रेनें
Sambrat Chaturvedi | Lipi | Updated: Oct 19, 2021, 1:45 AM
Rajasthan News: किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन के दौरान सोमवार को कोटा रेल मंडल की गाड़ियां भी प्रभावित रही। कोटा-बीना रेलमार्ग बारां में, दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग सवाई माधोपुर में किसानों ने किया जाम लगाया। बारां में सवाई माधोपुर ट्रैक पर भी किसानों ने यातायात प्रभावित किया।
अर्जुन अरविंद, कोटा
देशभर में किसान संगठनों के आह्वान पर सोमवार को रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया। इसका कुछ असर राजस्थान में भी देखने को मिला। कोटा रेल मंडल में हाड़ौती के बारां जिले में किसानों ने ट्रैक जाम किया। इससे दो मालगाड़ियां प्रभावित हुई। कोटा रेल मंडल में दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर सवाईमाधोपुर में किसानों के ट्रैक जाम किया। इससे 5 पैसेंजर ट्रेनें प्रभावित रही। किसान यहां तीन से चार घण्टे ट्रैक पर कब्जा जमाये बैठे रहे। इससे रेल यात्री परेशान रहे।
Viral Video: शराब पीकर गाड़ी चलाने पर पुलिस ने युवक का चालान काटा,कांग्रेस विधायक धरने पर बैठी
संयुक्त किसान मोर्चा के कॉल पर कोटा-बीना रेल खंड के बारां जंक्शन के यहां रेल रोको आंदोलन के तहत किसानों ने रेल रोकी। इधर, किसानों के रेल रोकने के आंदोलन को देखते हुए रेलवे ट्रैक पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाई, रेलवे सुरक्षा बल तैनात रखा। रेलगाड़ियों को सुरक्षित स्टेशनों पर रोके रखा। दोपहर 12 से 3 बजे तक किसान बड़ी संख्या में रेलवे ट्रैक पर जमा हुए थे। इस मौके पर किसानों हाथों में झंडे व बैनर लिए हुए थे। किसानों नेताओं ने रेल रोको आंदोलन को सफल बताया। किसानों के रेल रोकने से दो मालगाड़ियां प्रभावित हुई।
किसानों ने बारां में रेल रोकने के पहले केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली। सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। फिर कोटा बीना रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाया। हाड़ौतीभर से किसान शामिल हुए। किसानों ने कहा किसान तीन कृषि कानून को वापस लेने की मांग मोदी सरकार से कर रहे हैं। किसान सरकार से समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी का कानून मांग रहे हैं। लेकिन 11 माह से आंदोलन चल रहा है। किसान सड़कों पर है। परन्तु किसानों की मांग का निस्तारण करने के बजाय सरकार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना को अंजाम देकर आंदोलन का दमन करना चाह रही हैं। परन्तु देश का अन्नदाता हार मानने वाला नहीं हैं। सैकड़ों किसान आंदोलन के चलते शहीद हो गए, पर किसान आंदोलन डिगा नहीं। किसान लोकतंत्र पर विश्वास जता गांधी के रास्ते आंदोलन कर रहा हैं। सरकार को हरहाल में किसानों की उठाई मांगें माननी ही पड़ेगी।
किसानों का प्रदर्शन, गाजियाबाद में नहीं रुकेगी ट्रेन, लखनऊ में धारा 144 लागू
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें
Rajasthan Politics: गहलोत कैबिनेट के खनन मंत्री प्रमोद जैन पर पोस्टर वार, भाया को बताया पत्थर, रेत और मिट्टी खाने वाला अगला लेख
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें
Web Title : train stoped in kota rail mandal during farmers rail roko andolan
Hindi News from Navbharat Times, TIL Network
राजस्थान की और समाचार देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Rajasthan News
Sambrat Chaturvedi | Lipi | Updated: Oct 19, 2021, 1:45 AM
Rajasthan News: किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन के दौरान सोमवार को कोटा रेल मंडल की गाड़ियां भी प्रभावित रही। कोटा-बीना रेलमार्ग बारां में, दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग सवाई माधोपुर में किसानों ने किया जाम लगाया। बारां में सवाई माधोपुर ट्रैक पर भी किसानों ने यातायात प्रभावित किया।
देशभर में किसान संगठनों के आह्वान पर सोमवार को रेल रोको आंदोलन शुरू किया गया। इसका कुछ असर राजस्थान में भी देखने को मिला। कोटा रेल मंडल में हाड़ौती के बारां जिले में किसानों ने ट्रैक जाम किया। इससे दो मालगाड़ियां प्रभावित हुई। कोटा रेल मंडल में दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर सवाईमाधोपुर में किसानों के ट्रैक जाम किया। इससे 5 पैसेंजर ट्रेनें प्रभावित रही। किसान यहां तीन से चार घण्टे ट्रैक पर कब्जा जमाये बैठे रहे। इससे रेल यात्री परेशान रहे।
Viral Video: शराब पीकर गाड़ी चलाने पर पुलिस ने युवक का चालान काटा,कांग्रेस विधायक धरने पर बैठी
संयुक्त किसान मोर्चा के कॉल पर कोटा-बीना रेल खंड के बारां जंक्शन के यहां रेल रोको आंदोलन के तहत किसानों ने रेल रोकी। इधर, किसानों के रेल रोकने के आंदोलन को देखते हुए रेलवे ट्रैक पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाई, रेलवे सुरक्षा बल तैनात रखा। रेलगाड़ियों को सुरक्षित स्टेशनों पर रोके रखा। दोपहर 12 से 3 बजे तक किसान बड़ी संख्या में रेलवे ट्रैक पर जमा हुए थे। इस मौके पर किसानों हाथों में झंडे व बैनर लिए हुए थे। किसानों नेताओं ने रेल रोको आंदोलन को सफल बताया। किसानों के रेल रोकने से दो मालगाड़ियां प्रभावित हुई।
किसानों ने बारां में रेल रोकने के पहले केन्द्र सरकार के खिलाफ आक्रोश रैली निकाली। सरकार के विरुद्ध नारेबाजी की। फिर कोटा बीना रेलवे ट्रैक पर कब्जा जमाया। हाड़ौतीभर से किसान शामिल हुए। किसानों ने कहा किसान तीन कृषि कानून को वापस लेने की मांग मोदी सरकार से कर रहे हैं। किसान सरकार से समर्थन मूल्य पर फसल खरीद की गारंटी का कानून मांग रहे हैं। लेकिन 11 माह से आंदोलन चल रहा है। किसान सड़कों पर है। परन्तु किसानों की मांग का निस्तारण करने के बजाय सरकार उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की हिंसक घटना को अंजाम देकर आंदोलन का दमन करना चाह रही हैं। परन्तु देश का अन्नदाता हार मानने वाला नहीं हैं। सैकड़ों किसान आंदोलन के चलते शहीद हो गए, पर किसान आंदोलन डिगा नहीं। किसान लोकतंत्र पर विश्वास जता गांधी के रास्ते आंदोलन कर रहा हैं। सरकार को हरहाल में किसानों की उठाई मांगें माननी ही पड़ेगी।
किसानों का प्रदर्शन, गाजियाबाद में नहीं रुकेगी ट्रेन, लखनऊ में धारा 144 लागू
आसपास के शहरों की खबरें
Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म… पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप
इन टॉपिक्स पर और पढ़ें
Hindi News from Navbharat Times, TIL Network