अप्रैल-मई में होने वाले आम चुनाव से पहले, सियासी सरगर्मी तेज़ हो गई है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर नफ़रत और ध्रुवीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया है। एक हिन्दी अख़बार को इंटरव्यू देते हुए राहुल ने कहा कि वह मोदी को ऐसे प्रधानमंत्री के तौर पर याद करेंगे जिन्होंने नफ़रत और ध्रुवीकरण की सियासत की है।
देश के सियासी गलियारों में मची हलचल के बीच राहुल ने एक हिन्दी अख़बार को इंटरव्यू दिया। जब उनसे सवाल किया गया कि मोदीजी के बतौर पीएम क्या दो पॉजिटिव पाॅइंट्स हैं? उनकी कमियां क्या हैं? आप उन्हें बतौर पीएम कैसे याद करेंगे? तो राहुल ने कहा – पीएम में लगातार झूठ बोलने की योग्यता है। वह ख़ुद के प्रमोशन व मार्केटिंग से अभिभूत हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रचारमंत्री कार्यालय में बदल दिया है। उन्हें आलोचना से नफ़रत है। सवालों के जवाब नहीं देते। वे पहले पीएम हैं, जिन्होंने 5 साल में कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं की। मैं उन्हें ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद करूंगा जिसने नफरत, ध्रुवीकरण की राजनीति की।
राम मंदिर के सवाल पर राहुल ने कहा कि मैंने पहले भी कहा है और यह फिर से दोहराना चाहूंगा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। कोर्ट के फैसले को सभी पक्ष मानें व लागू किया जाए।