कांग्रेस ने चुनाव के लिए अपनाई एक नई रणनीति, राहुल आज मुस्लिम बुद्धिजीवियों से करेंगे मुलाकात

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नई दिल्ली: आगामी चुनावों को लेकर कांग्रेस आए दिन कोई न कोई नए हथकंडे अपनाती नजर आ रही है. लोकसभा और विधानसभा के चुनावों की तैयारियों को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी आज उदारवादी मुस्लिम बुद्धिजीवियों से मुलाकात करेंगे. यह मुलाकात आज करीब पांच बजे होनी है. कुछ वक्त पहले ही राहुल दलितों और पिछड़े वर्ग के प्रतिनिधियों से भी मिले है.

बता दें इस मुलाकात को करने की असल वजह यह है कि साल 2014 में कांग्रेस को चुनावों के दौरान करारी हार मिली थी. उस साल की हार से सबक लेते हुए कांग्रेस आने वाले चुनाव में हिंदू-मुस्लिम वोटों के ध्रुवीकरण को रोकने की कोशिश में जुटी है. इसके लिए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल ने उन मुस्लिमों से जुड़ने के लिए उन चेहरे को चुना है जो कट्टरपंथी नहीं बल्कि उदारवादी और बुद्धिमान समझे जाते है.

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कौन-कौन से मुस्लिम चेहरों को शामिल करेंगे राहुल

राहुल जिन मुस्लिम चेहरों से मिलने वाले है उनमें से समाजसेवी शबनम हाशमी, जोया हसन, जामिया मिल्लया इस्लामिया की पूर्व कुलपति सईदा हामिदा और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील व अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष जेड के फैजान का नाम शामिल हुआ है.

मीडिया चैनल आज तक से मिली खबर के अनुसार, फैजान ने कहा कि बहरहाल उन्हें, मीटिंग का एजेंडा नहीं बताया गया है. फिलहाल वह आमंत्रित किए गए है. मीटिंग के दौरान ही यह पता लग पाएगा की किस मुद्दा पर बात होनी है और इस मीटिंग का क्या उद्देश्य है. पर इस दौरान फैजान ने कहा कि हम मुस्लिमों की मौजूदा हालात पर कांग्रेस सहित अन्य सेकुलर दलों की खामोशी पर अपनी चिंताओं से उन्हें रूबरू करेंगे.

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मुस्लिम समाज को कांग्रेस से अलग होने रोकना है

राहुल का मुस्लिम विद्वानों के साथ बैठक करने का मकसद है मुस्लिम समाज को कांग्रेस से अलग होने से रोकना है. काफी समय से जब से कांग्रेस की राह सॉफ्ट हिंदुत्व की ओर चली है तब से मुस्लिम समुदाय में यह संदेश गया है कि अब उनकी चिंताओं पर कांग्रेस पार्टी पहले की तरह मुखर नहीं रख रहीं है. बैठक करने से राहुल को इस बात का आभास हो जाएगा की कैसे चुनावी माहौल में ध्रुवीकरण को रोका जाए. इस बैठक में इन विद्वानों से मिली राय को राहुल अपने घोषणापत्र में भी शामिल कर सकते है. ऐसे में उदारवादी और विद्धान मुस्लिम चेहरों के साथ राहुल की मीटिंग में होने वाले मंथन पर देश भर के तमाम मुस्लिम वर्ग की निगाहें टिकी होगी.

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अध्यक्ष नदीम जावेद का बयान

वहीं कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के अध्यक्ष नदीम जावेद का कहना है कि राहुल गांधी उन लिबरल लोगों से मिलेंगे जिनकी सोच सही दिशा की तरफ चलती है. इस तरह की बैठक आगे भी देखने को मिल सकती है. बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी मुस्लिम कट्टरपंथियों से अलग दिखना चाहती है ताकि विपक्षी पार्टी इस संवाद को मुद्दा बनाकर इसका लाभ न उठा लें.