Pragati Maidan Corridor: 1 टनल 5 अंडरपास… ITO और प्रगति मैदान के पास अब जाम पुरानी बात!

133

Pragati Maidan Corridor: 1 टनल 5 अंडरपास… ITO और प्रगति मैदान के पास अब जाम पुरानी बात!

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को नई दिल्ली में प्रगति मैदान एकीकृत ट्रांजिट कॉरिडोर परियोजना की मुख्य टनल और पांच अंडरपास को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। प्रगति मैदान टनल प्रोजेक्ट के शुरू होने से न सिर्फ आईटीओ पर 20 प्रतिशत ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा बल्कि इसका असर विकास मार्ग और भैरों मार्ग पर भी पड़ेगा। इन दोनों ही रास्तों पर ट्रैफिक काफी हद तक कम होगा। यही नहीं, इसका असर तिलक ब्रिज के डब्ल्यू पाइंट पर भी नजर आएगा, जहां अभी शाम के वक्त गाड़ियों की लंबी कतारें लग जाती हैं। ये कहना है सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टिट्यूट (सीआरआरआई) के चीफ साइंटिस्ट डॉ. एस. बेलमुरुगन का। उन्होंने ये भी कहा है कि ये रास्ते सिग्नल फ्री तो हो जाएंगे, लेकिन पैदल राहगीरों के लिए सुरक्षा के इंतजाम करने की भी जरूरत है।

चीफ साइंटिस्ट डॉ. एस. बेलमुरुगन का कहना है सभी अंडरपास और मेन टनल से ट्रैफिक शुरु होने के बाद जिन सड़कों पर अंडरपास और मेन टनल बनाए गए हैं, वहां अगर पैदल रोड क्रॉस करने वालों की संख्या अधिक है, तो इसके लिए सुविधाएं डेवलप करनी होगीं। ऐसा नहीं होने पर जाम लगेगा। इसलिए जहां-जहां अंडरपास में एंट्री-एग्जिट है, वहां टेबल टॉप बनाना होगा। इसी तरह से तिलक ब्रिज से डीपीएस तक मथुरा रोड के सिग्नल फ्री होने पर यहां भी फुट ओवरब्रिज की जरूरत होगी। सुप्रीम कोर्ट, सुंदर नगरी और चिड़ियाघर के समीप मथुरा रोड पर सड़क पार करने वालों की तादाद काफी अधिक होती है। हालांकि मथुरा रोड पर दो जगह फुट ओवरब्रिज बन रहे हैं, लेकिन मथुरा रोड तो रविवार से ही सिग्नल फ्री हो जाएगा। इसलिए एफओबी के बनने तक पैदल राहगीरों को दिक्कत उठानी होगी।

जाम से राहत देगी प्रगति मैदान टनल


एक्सपर्टस के मुताबिक गाड़ियों के लिए टनल खुलते ही एनडीएमसी एरिया, इंडिया गेट गोल चक्कर और साउथ दिल्ली से जितनी भी ट्रैफिक पूर्वी दिल्ली, गाजियाबाद के मोहन नगर, नोएडा की ओर जाता है, ये तमाम ट्रैफिक वर्तमान में आईटीओ डब्ल्यू पॉइंट से होकर ही निकल रहा है। अब, यह ट्रैफिक मेन टनल और अंडरपास से पूर्वी दिल्ली, नोएडा या गाजियाबाद जा सकता है। जब लोग टनल और अंडरपास के ट्रैफिक से पूरी तरह से अवगत हो जाएंगे, तो आईटीओ डब्ल्यू पॉइंट पर 20 प्रतिशत से अधिक ट्रैफिक लोड भी कम हो सकता है। इसी तरह से जो लोग विकास मार्ग होते हुए पूर्वी दिल्ली से आईटीओ डब्ल्यू पॉइंट पर नई दिल्ली इलाकों मे जोन के लिए आते हैं, वे भी फिर मेन टनल या भैरो मार्ग से होते हुए इंडिया गेट जा सकते हैं।

पूर्वी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जाने वालों को सहूलियत

पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर इन चीफ रहे सर्वज्ञ श्रीवास्तव के अनुसार मथुरा रोड पर जो चार अंडरपास और 1.4 किमी लंबा मेन टनल बनाया गया है, उससे पूर्वी दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा जाने वालों को काफी सहूलियत होगी। पहले भैरो मार्ग पर जाम के चलते लोग इस रोड पर जाने के बजाय आईटीओ से होकर निकलते थे, जिससे हमेशा यहां जाम रहता था। विकास मार्ग पर भी इसी के चलते ट्रैफिक जाम रहता था। अब इस ओर आनेजाने वालों को आईटीओ डब्ल्यू पाइंट पर जाने की जरूरत ही नहीं है।

अगर कोई इंडिया गेट की ओर से पूर्वी दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद जाना चाहता है, तो मेन टनल से निकल सकता है। भगवान दास रोड से पहले जो लोग लेफ्ट लेकर आईटीओ या तिलक मार्ग से आईटीओ होते हुए पूर्वी दिल्ली जाते थे, वे अंडरपास से होते हुए मेन टनल और यहां से पूर्वी दिल्ली जा सकते हैं। आईटीपीओ गेट नंबर-4 के पास जो अंडरपास बनाया गया है, वह भगवान दास रोड से आने वाले ट्रैफिक को टनल में एंट्री के लिए ही बनाया गया है। मेन टनल और 6 अंडरपास से ट्रैफिक शुरु होने के बाद आईटीओ डब्ल्यू पॉइंट पर कम से कम 20 प्रतिशत या इससे अधिक ट्रैफिक लोड कम हो जाएगा।

दिल्ली की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News

Source link