स्वेच्छा से कुबूल किया इस्लाम तो पड़ोसियों ने जीना मुहाल किया

254

उत्तर प्रदेश के बांदा ज़िले में हुआ एक धर्म परिवर्तन का मामला सुर्ख़ियों में है. दरअसल इस्लाम अपनाने वाले परिवार ने किसी को भी इस बात की भनक नहीं लगने दी कि उसने दूसरा धर्म अपना लिया है. लेकिन अब जब पड़ोसियों को उनके इस काम के बारे में पता चला तो उन्होंने उस परिवार का जीना मुहाल कर दिया है. मामला इतना बड़ा गया है कि परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस को आगे आना पड़ रहा है.

जानकारी है कि बांदा के बबेरू कस्बे के एक ब्राह्मण परिवार ने आठ साल पहले इस्लाम धर्म अपना लिया था. परिवार ने इस बात की जानकारी किसी को भी नही दी. लेकिन अब पड़ोसियों को उसके धर्म परिवर्तन की जानकारी मिली तो परिवार का जीना मुश्किल हो गया है. प्रशासन के कहने पर पुलिस ने इस मामले का संज्ञान ले लिया है.

सोमवार को बबेरू के उपजिलाधिकारी अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मूलरूप से पतवन गांव के घनश्याम शुक्ला ने 2011 में स्वेच्छा से इस्लाम धर्म स्वीकार कर लिया, इसके बाद उसकी पत्नी कालिन्द्री ने 2013 में धर्म परिवर्तन किया. फिलहाल यह परिवार बबेरू कस्बे में मकान खरीद कर रह रहा है.

उन्होंने जानकारी दी कि पीड़ित परिवार के मुखिया घनश्याम की शिकायत पर पुलिस बल के साथ रविवार को मैंने जांच की है. धर्म परिवर्तन की जानकारी होने पर अब पड़ोसी घनश्याम का उत्पीड़न कर रहे हैं. इस परिवार की सुरक्षा के लिए बबेरू पुलिस को सतर्क कर दिया गया है.

वहीँ अपने धर्म परिवर्तन के फैसले पर बात करते हुए घनश्याम बताते हैं कि शादी के बाद उनके परिवार (माता-पिता और भाई) ने उन्हें घर से निकाल दिया था. इस वजह से वह मानसिक रूप से बीमार रहने लगे. इसी बीच किसी ने उन्हें हरदौली ‘चापे शाह बाबा’ की मज़ार जाने की सलाह दी. घनश्याम के मुताबिक जब वो मज़ार पहुंचे तो साक्षात चापे शाह बाबा का दीदार हुआ. उनके हुक्म पर उन्होंने इस्लाम धर्म कुबूल कर लिया.

घनश्याम ने बताया कि धर्म परिवर्तन की सूचना किसी भी पड़ोसी तक को नहीं दी थी. साल 2013 में पत्नी कालिन्द्री ने भी इस्लाम स्वीकार कर लिया. अब पड़ोसियों को धर्म परिवर्तन की जानकारी हो गई है तो वे हमारा उत्पीड़न कर रहे हैं. हमने पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है.