Nawab Malik: बीएमसी में भी मलिक परिवार का दबदबा, नगरसेवक हैं भाई और बहन

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Nawab Malik: बीएमसी में भी मलिक परिवार का दबदबा, नगरसेवक हैं भाई और बहन

मुंबई: ईडी(ED) की कार्रवाई के बाद से एनसीपी(NCP) के साथ-साथ पूरा परिवार पूरी तरह से नवाब मलिक(Nawab Malik) के साथ खड़ा है। सोशल मीडिया से लेकर हिम्मत दिखाने वाले बैनर, पोस्टर तक लगाए जा रहे हैं। पिछले दो दिनों से ईडी दफ्तर के पास उनकी बहन डॉ. सईदा खान को देखा गया। उनके भाई कप्तान मलिक को भी गुरुवार को समन दिया गया। सईदा और कप्तान दोनों नगरसेवक भी हैं। ऐसे में, राज्य सरकार के साथ-साथ बीएमसी(BMC) में मलिक परिवार का दबदबा है। हालांकि, मलिक को विलासराव देशमुख मंत्रिमंडल से भी भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते इस्तीफा देना पड़ा था।

कुर्ला और मलिक परिवार
मलिक का जन्म 1959 में उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के एक गांव में हुआ था। उनकी पढ़ाई-लिखाई मुंबई में हुई। 1976 तक पूरा परिवार डोंगरी में रहता था। परिवार कपड़ा और नेवी के जहाज के कबाड़ के कारोबार से जुड़ा था। इसके बाद नवाब सपरिवार कुर्ला रहने आ गए। कुर्ला के नेहरू नगर विधानसभा से विधायक भी रहे। अपने परिवार के कई सदस्यों को भी वह राजनीति में लाए। उनके भाई कप्तान और बहन सईदा दोनों ही कुर्ला वेस्ट से नगरसेवक चुने गए हैं।

कप्तान मलिक को समन
ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में नवाब मलिक के भाई कप्तान मलिक को समन दिया है। नवाब मलिक को बुधवार को गिरफ्तार किया गया था। वह 3 मार्च तक ईडी की कस्टडी में हैं। गुरुवार को नवाब मलिक की एक बहन भी ईडी के ऑफिस में पहुंचीं। इस बीच, नवाब मलिक की बेटी निलोफर मलिक(Nilofer Malik) ने गुरुवार को कहा, ‘मुझे पक्का यकीन है कि मेरे पिता जल्द ही जेल से बाहर आएंगे। यह एक न्यायिक लड़ाई है और उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह इसमें जीतेंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हम पिछले दो-तीन महीने से सुन रहे हैं कि ईडी वाले हमारे घर आएंगे। हमारे पिता ने हमें अलर्ट भी किया था। हमने कुछ भी गलत नहीं किया है।’ निलोफर ने कहा, ‘मेरे पिता निडर होकर बोलते हैं। इसीलिए ईडी और एनसीबी(NCB) वाले हमारे परिवार के पीछे पड़ गए।’

मलिक के पक्ष और विरोध में आंदोलन
महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में जहां गुरुवार को सत्ता पक्ष ने धरना दिया, वहीं मलिक को मंत्रिमंडल से हटाए जाने की मांग को लेकर विपक्षी पार्टी बीजेपी ने जगह-जगह आंदोलन किया। मलिक की गिरफ्तारी को सत्ता पक्ष ने केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग और राज्य सरकार को अस्थिर करने की साजिश करार देते हुए मंत्रालय के नजदीक महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष धरना दिया। इसमें कई मंत्री और तीनों पार्टियों के नेता शामिल हुए।

नवाब मलिक

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