बेरोजगारों के लिए मोदी सरकार ने दी सबसे बड़ी खुशखबरी: अगले डेढ़ साल में करेगी 10 लाख भर्तियां, 87 लाख पद हैं खाली | Modi govt to do 10 lakh recruitments in the next one and a half year
पीएमओ इंडिया के ट्वीट में लिखा है, “पीएम नरेंद्र मोदी ने सभी विभागों और मंत्रालयों में मानव संसाधन की स्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिया कि सरकार अगले 1.5 साल में मिशन मोड में 10 लाख लोगों की भर्ती करे।”
राहुल गांधी रहे हैं बेरोजगारी को लेकर हमलावार बता दें विपक्ष समेत कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार मोदी सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे पर पिछले दिनों घेरते आए हैं। 11 जून को राहुल गांधी ने ट्वीट किया था कि महंगाई और बेरोजगारी बढ़ाकर भाजपा देश को लूट रही है –
जीडीपी गिर रही है,
बेरोजगारी बढ़ रही है,
ईंधन की कीमतें आसमान छू रही हैं।
#BJPLootingIndia और कितने तरीकों से?
PM @narendramodi reviewed the status of Human Resources in all departments and ministries and instructed that recruitment of 10 lakh people be done by the Government in mission mode in next 1.5 years.
— PMO India (@PMOIndia) June 14, 2022
GDP crashing,
Unemployment soaring,
Fuel prices skyrocketing.In how many more ways is #BJPLootingIndia ?— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 11, 2021
केंद्रे सरकार ने विभागों में खाली है 87 लाख पद
बता दें, इससे पहले अप्रैल में, पीएम मोदी ने शीर्ष सरकारी अधिकारियों से मुलाकात की थी और उन्हें विभिन्न सरकारी विभागों में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया को प्राथमिकता देने के लिए कहा था ताकि अवसर पैदा हों। फरवरी में राज्यसभा में पेश किए गए सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1 मार्च, 2020 तक केंद्र सरकार के विभागों में 87 लाख पद खाली थे।
भारत में बेरोजगारी की स्थिति चिंताजनक पिछले दिनों कई ऐसी रिपोर्ट आई हैं, जिनमें कहा गया है कि देश में रोजगार के मोर्चे पर चुनौतियां बढ़ती दिख रही हैं। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (सीएमआईई) की जनवरी 2022 की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2021 तक भारत में बेरोजगार लोगों की संख्या 5.3 करोड़ रही। रिपोर्ट के अनुसार, कुल 5.3 करोड़ बेरोजगार लोगों में से 3.5 करोड़ लोग लगातार काम खोज रहे हैं। इनमें करीब 80 लाख महिलाएं शामिल हैं। बाकी के 1.7 करोड़ बेरोजगार काम तो करना चाहते हैं, पर वे एक्टिव होकर काम की तलाश नहीं कर रहे हैं। ऐसे बेरोजगारों में 53 फीसदी यानी 90 लाख महिलाएं शामिल हैं। सीएमआईई के हिसाब से भारत में रोजगार मिलने की दर चिंताजनक रूप से कम है। संस्थान का मानना है कि भारत में सिर्फ 38 फीसदी लोगों को ही रोजगार मिल पा रहा है।
वहीं एक अन्य रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि देश में 45 करोड़ से ज़्यादा लोग नौकरी पाने की उम्मीद ही छोड़ चुके हैं।