Maharashtra Politics: भतीजे पर अब नहीं रहा शरद पवार को भरोसा! अजित पवार पर 'महा'चाणक्य की क्या है रणनीति

10
Maharashtra Politics: भतीजे पर अब नहीं रहा शरद पवार को भरोसा! अजित पवार पर 'महा'चाणक्य की क्या है रणनीति

Maharashtra Politics: भतीजे पर अब नहीं रहा शरद पवार को भरोसा! अजित पवार पर 'महा'चाणक्य की क्या है रणनीति

मुंबई:जिस पार्टी की स्थापना की, जिसे इस मुकाम तक पहुंचाया। आज उसी पार्टी के टूटने की खबरों सेशरद पवारकाफी आहत हैं। उनका यह यह दुःख और भी बढ़ जाता है जब इस अपवित्र काम को करने की साजिश रचने का आरोप भतीजे अजित पवार पर ही लग रहा हो। भले ही अजित पवार ने यह कह दिया है कि वो अपनी आखिरी सांस तक एनसीपी में रहेंगे। सूत्रों की माने तो बावजूद इसके एनसीपी प्रमुख शरद पवार को अजित पवार पर भरोसा नहीं हो रहा है। इसी वजह से अब शरद पवार काफी सतर्क हो गए हैं। जिसके चलते अब शरद पवार खुद सभी पार्टी विधायकों और सांसदों से व्यक्तिगत रूप से फोन पर बातचीत कर रहे हैं। शरद पवार पार्टी के विधायकों और सांसदों की राय जाने की कोशिशों में जुटे हैं। ख़ास बात यह है कि अजित पवार ने मीडिया के सामने आकर कहा था कि यह सब गलत है। मैं एनसीपी में ही रहूँगा। यह कहते हुए उन्होंने बीजेपी में जाने की तमाम सियासी अटकलों पर विराम लगाने की कोशिश की थी। इन सबके बीच शरद पवार के इस कदम की जानकारी सामने आयी है।

शरद पवार की चिंता क्यों बढ़ी?
पार्टी में टूट की खबरों को लेकर शरद पवार की चिंता भी वाजिब है। दरअसल मंगलवार की दोपहर के पहले तक कुछ विधायकों ने खुलकर अजित पवार का समर्थन किया था। ऐसे में क्या सच में एनसीपी में फूट पड़ सकती है। आखिर एनसीपी के विधायकों का मूड क्या है? यह जानने के लिए शरद पवार प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि शरद पवार पार्टी के सभी विधायकों से फोन पर बात कर रहे हैं। इसे शरद पवार की अगली रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है। अगर अजित पवार भविष्य में ऐसा कोई कदम उठाते हैं तो फिर शरद पवार क्या करेंगे। इसी कड़ी में शरद पवार विधायकों की नब्ज टटोलने में जुटे हुए हैं। ताकि पवार आगे की रणनीति तय कर सकें।

अफवाहों पर ध्यान न दें!
हालांकि, अजित पवार खुद मीडिया के सामने आकर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उनके बारे में भ्रामक बातें फैलाई जा रही है। अजित पवार ने यह भी कहा है कि वह एनसीपी में ही रहेंगे, कहीं नहीं जायेंगे। पवार ने यह भी कहा है कि वह अपनी आखिरी सांस तक एनसीपी में रहेंगे। अब क्या इसके लिए हलफनामा दूं। अजित पवार ने सफाई दी कि उनकी बगावत को लेकर गलत खबरें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह जीवन भर एनसीपी पार्टी के लिए काम करेंगे।

हालांकि, एक तरफ अजित पवार इस तरह की बात कर रहे हैं लेकिन पर्दे के पीछे की घटनाएं थमती नहीं दिख रही हैं। दरअसल मंगलवार को यह खबर भी सामने आई कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर अपना जापान दौरा बीच में ही छोड़कर मुंबई लौट रहे हैं। इस बीच दो विधायकों ने सार्वजनिक रूप से अजित पवार का समर्थन किया है। पिंपरी विधायक अन्ना बंसोडे और माणिकराव कोकाटे ने खुले तौर पर अजित पवार का समर्थन किया है। माणिकराव कोकाटे ने भी बयान दिया है कि सरकार बचाने के एनसीपी के अलावा बीजेपी का दूसरा कोई विकल्प नहीं है।

राजनीति की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – राजनीति
News