जानिए, किन्नर समुदाय से जुड़े कुछ अनजाने तथ्य

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समाज में सामाजिक व्यवस्था का ताना-बाना महिला और पुरूष से मिलकर बना हुआ है, लेकिन तीसरा जेंडर भी इस समाज का हिस्सा है। इसकी पहचान कुछ ऐसी है, जिसे सभ्य समाज में अच्छी नजरों से नहीं देखा जाता है और इन्हे किन्नर या हिजड़े के नाम से जाना जाता है। वहीं, इस समुदाय से जुड़े हुए ऐसे भी कुछ अनजाने तथ्य हैं, जिनसे शायद ही कोई रू-ब-रू हुआ हो। तो किन्नर समाज से जुड़े कुछ अनजाने तथ्यों के बारे में जानते हैं।

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1- कायदे-कानून- हर गुरु के अपने अलग क़ायदे-क़ानून होते हैं। इन्हें तोड़ने वालों को बख़्शा नहीं जाता। हरेक किन्नर को एक तय रक़म कमाना जरूरी होता है। जो ऐसा नहीं कर पाते, उनसे ख़िदमत के दूसरे काम करवाए जाते हैं।

2-ग्रुप में शामिल होना- जो लोग अपना लिंग बदलवाकर अपनी इच्छा से इनके ग्रुप में शामिल होने की चाहत रखते है। ये लोग उनकी भी मदद करते हैं।

3- जन्म से-  ज्यादातर किन्नर जन्म से मर्द होते हैं, लेकिन उनके हाव-भाव जनाने होते हैं। यह न तो पुरूष समाज का हिस्सा होते हैं और न ही ना औरतों के। मगर ये खुद को दिल से औरत ही समझते हैं। इन्हें कोई ट्रांसजेंडर के नाम से जानता है तो कोई ट्रांससेक्सुअल। वहीं,  ज़्यादातर लोग इन्हें किन्नर या हिजड़े के नाम से ही जानते और पुकारते हैं।

4- गुरु ही माई-बाप- किन्नर समुदाय में इनका गुरु ही इनका मां-बाप और सरपरस्त होता है। हर किन्नर को अपने गुरु की उम्मीदों पर खरा उतरना पड़ता है। जो ऐसा नहीं कर पाते उन्हें ग्रुप से बाहर कर दिया जाता है।

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