Kanpur News: मैं विकास दुबे से ज्यादा खूंखार हूं…बेटे-बहू को बंधक बना पुलिस पर की ताबड़तोड़ फायरिंग

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Kanpur News: मैं विकास दुबे से ज्यादा खूंखार हूं…बेटे-बहू को बंधक बना पुलिस पर की ताबड़तोड़ फायरिंग

Kanpur News: मैं विकास दुबे से ज्यादा खूंखार हूं…बेटे-बहू को बंधक बना पुलिस पर की ताबड़तोड़ फायरिंग

सुमित शर्मा, कानपुर: यूपी के कानपुर से एक चौकाने वाली घटना प्रकाश में आई है। सिरफिरा बुजुर्ग राजकुमार दुबे कुख्यात अपराधी विकास दुबे को अपना रोल मॉडल मानता है। फादर्स डे के दिन राजकुमार दुबे ने अपने बेटे-बहू को बंधक बना लिया था। बहू के फोन पर पहुंची पुलिस पर राजकुमार दुबे ने लाइसेंसी डबल बैरल बंदूक से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। राजकुमार दुबे ने पुलिस पर 40 राउंड फायरिंग की, जिसमें दारोगा समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। राजकुमार छत पर खड़ा होकर चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे से ज्यादा खूंखार हूं। पुलिस वालों को चेतावनी दे रहा था कि तुम सबकी लाशें यहां से जाएंगी।

चकेरी थाना क्षेत्र के श्यामनगर में रहने वाले राजकुमार दुबे शेयर मार्केट का काम करते थे। कोविड काल के बाद से शेयर मार्केट का काम चौपट हो गया था। जिसकी वजह से राजकुमार मानसिक रूप से परेशान चल रहा था। राजकुमार दुबे के बेटे सिद्धार्थ और बहू भावना से बीते चार महीने से विवाद चल रहा था। घर के आधे पोर्शन में राजकुमार पत्नी किरन के साथ रहते थे। आधे हिस्से में सिद्धार्थ पत्नी भावना के साथ रहता था। बीते रविवार को किसी बात को लेकर राजकुमार दुबे का बेटे सिद्धार्थ से झगड़ा हो गया था। इसके बाद राजकुमार ने बेटे और बहू को कमरे में बंद कर दिया था। बेटे और बहू को जान से मारने की धमकी दे रहा था।

कानपुर में बीते रविवार को एक बार फिर से बिकरू कांड के यादें ताजा हो गईं। बंधक बनाए जाने की सूचना पर पहुंची चौकी की पुलिस को देखकर राजकुमार दुबे भड़क गया। राजकुमार दुबे ने पुलिस को देखते ही दारोगा और सिपाहियों पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी जान बचाकर भागने लगे। दारोगा ने फायरिंग की सूचना चकेरी थाने में दी। इसके बाद चकेरी समेत आसपास के थानों का फोर्स पहुंच गया। सभी पुलिस कर्मियों ने पिस्टल और बंदूक के साथ अपनी-अपनी पोजीशन संभाल ली।

पत्नी बता रही थी पुलिस की पोजीशन
राजकुमार की पत्नी किरन पुलिस कर्मियों की पोजीशन बता रही थी। किरन पति राजकुमार को कारतूस मुहैया करा रही थी। राजकुमार पुलिस कर्मियों पर ताबड़तोड फायरिंग कर रहा था। कुछ इसी तरह से बिकरू कांड में भी महिलाएं मनु पांडेय और रेखा अग्निहोत्री पुलिस कर्मियों की पोजीशन बता रही थीं। इसके बाद विकास दुबे और उसके गुर्गे पुलिस कर्मियों को टारगेट कर रहे थे। लेकिन पुलिस की तरफ से राजकुमार पर जवाबी फायरिंग नहीं की गई। पुलिस अलाउंस कर सरेंडर करने की बात कहती रही।

‘विकास दुबे से ज्यादा खतरनाक हूं’
सिरफिरा राजकुमार दुबे छत से पुलिस कर्मियों पर फायरिंग करते वक्त चिल्ला रहा था कि मैं विकास दुबे से ज्यादा खतरनाक हूं। एक भी पुलिस वाला बच कर नहीं जा पाएगा। राजकुमार छत की रेलिंग में छिपकर पोजीशन लिए था। अधाधुंध फायरिंग के दौरान पूरे क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने खुद को अपने घरों में कैद कर लिया। राजकुमार दुबे की डबल बैरल बंदूक से निकले वाली गोली के निशान आसपास के घरों की दीवारों में साफ देखे जा सकते हैं।

रुपए मांगने पर हुआ था विवाद
पुलिस को जानकारी हो गई थी कि आरके दुबे की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। पूछताछ में पता चला कि राजकुमार दुबे का इलाज चल रहा था। राजकुमार दुबे बेटे-बहू से पैसे मांगता था। बेटे ने रुपए देने से इंकार कर दिया। इस पर राजकुमार दुबे घर खाली करने के लिए कहने लगा। जिसपर विवाद बढ़ गया थ।

कारतूस बरामद
डीसीपी ईस्ट प्रमोद कुमार ने किसी तरह से राजकुमार को समझाकर शांत कराया। प्रमोद कुमार के सामने राजकुमार ने सरेंडर कर दिया। जब पुलिस माकान के अंदर घुसी तो बेटे और बहू को छुड़ाया। पुलिस ने आरोपी के पास से लगभग 50 जिंदा कारतूस और 40 खोखे बरामद किए। पुलिस ने सोमवार को राजकुमार दुबे का मेडिकल कराया। इसके बाद उसे जेल भेज दिया।

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