राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है। इसे लेकर उनकी पार्टी ने धरना प्रदर्शन भी किया है। मांझी ने कई मुद्दों का हवाला देते हुए राष्ट्रपति शासन लगाने जाने के पक्ष में बात की है।
दरअसल, मांझी की पार्टी ने ‘हम’ ने राज्य में मौजदा सरकार की गिरती विधि व्यवस्था, स्वास्थ्य और शिक्षा की बदहाली को लेकर धरना दिया। इस दौरान मांझी ने आरोप लगाते हुए कहा, ”राज्य की नीतीश सरकार पूरी तरह विफल रही है। स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गई है। अपराधी बेख़ौफ़ घूम रहे हैं। ऐसे में नीतीश सरकार को बरक़रार रहने का कोई अधिकार नहीं है”।
केन्द्र की मोदी सरकार से राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हुए उन्होंने कहा, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय व मुख्यमंत्री नीतीश को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए। उन्होंने ये भी कहा, ”नीतीश सरकार के ख़िलाफ़ 20 अक्टूबर को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में पार्टी की और से बिगुल फूंका जाएगा। इसके बाद गांव-गांव जाकर नीतीश सरकार की विफलताओं को जन-जन पहुंचाने का काम करेंगे”।
दरअसल, बिहार के मुज़फ्फरपुर में चमकी बुखार के कारण हुई मासूम बच्चों की मौत के बाद से ही राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल किए जा रहे हैं। कई विपक्षी पार्टियों ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय से इस्तीफे की मांग की है।