अस्थमा या दमा ऐसी बीमारी है जो कि सिधा आपके फेफड़ो को प्रभावित करती है. अगर अस्थमा में ज्यादा हो तो तो श्वासनली या इसके आसपास के जुड़े हिस्सों में सूजन आ जाती है. जिसके वजह से सांस लेने में काफी दिक्कतें होने लगती है. इतना ही नहीं इससे फेफड़ों में हवा ठीक से नहीं जा पाती. आपके पास ऐसी कई चीजें है जो अस्थमा को बढ़ा सकती हैं. अगर आप अस्थमा के रोगी है तो इन चीजों से दूर रहें क्योंकि अगर आप इन चीजों के चपेट में आ गये तो यह आपके लिए काफी खतरनाक साबित हो सकते है.
अस्थमा के कारण आपको अटैक, खांसी, सीने में जकड़न और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. अस्थमा का दौरा तब पड़ सकता है जब आपके घर में धूल मिट्टी और तंबाकू से ज्यादा होता है. आईए जानते है कि कैसे अस्थमा की बीमारी को कम कर सकते है.
धूम्रपान
जो लोग सिगरेट पीते है उन्हें अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है. एक्टिव और पैसिव स्मोकिंग दोनों ही खांसी को और ज्यादा होता है. और उनकी हातल बहुत ही ज्यादा खराब हो जाती है. इसलिए अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति को धूम्रपान से दूर रहना चाहिए.
धूल
अगर आपके आस-पास का वातावरण धुल के कण, ठंडी हवा, तापमान में बदलाव, नमी, खराब मौसम, बायोमास धुआं, भी अस्थमा अटैक को बढ़ावा दे सकते हैं. इन चीजों से जितना हो अपना बचाव करें.
वायु प्रदूषण
यह सभी जानते है कि वायु प्रदूषण अस्थमा को बढ़ाने का सबसे बड़ा करण है. शहरी वातावरण में अस्थमा की शिकायत ज्यादा होती है. धुआं, ग्राउंड लेवल ओजोन, वाहनों से निकला धुआं और अन्य चीजें अस्थमा को बढ़ावा देती हैं. इनसे अपने आपको बचा कर रखें.
कॉकरोच
रिसर्च के द्वारा पता चला है कि जिन घरों में बच्चों के आसपास कॉकरोच के कण होते हैं. उन्हें दूसरों की तुलना में बचपने में ही अस्थमा होने की संभावना अधिक होती है.
व्यायाम
यह बहुत ही कम लोग जानते है कि कठिन एक्सरसाइज भी अस्थमा को बढ़ता है. अस्थमा से पीड़ित 80% लोगों में श्वास नली संकुचित हो सकती है. कुछ लोगों में अस्थमा के लक्षणों के लिए ये उत्तरदायी होता है लेकिन कुछ के लिए खतरनाक भी साबित होता है. यदि आपको व्यायाम-प्रेरित अस्थमा है, तो आप इससे पहले पांच से आठ मिनट के भीतर सीने में जकड़न, खांसी और सांस लेने में कठिनाई महसूस करेंगे.
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प्रिजर्वेटिव
खाद्य संरक्षक अस्थमा को बढ़ा सकता हैं. सल्फाइट एडिटिव्स, जैसे कि सोडियम बिस्ल्फाइट, पोटेशियम बिस्ल्फाइट, सोडियम मेटाबिसल्फ़ाइट, पोटेशियम मेटाबाइसल्फ़ाइट और सोडियम सल्फाइट, आमतौर पर खाद्य प्रसंस्करण में इस्तेमाल किए जाते हैं, जो अस्थमा को बढ़ाते हैं.