कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का प्रदर्शन दो सप्ताह से ज्यादा समय से जारी है. केंद्र सरकार और किसान संगठनों की छह दौर की वार्ता हो चुकी है. लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला है. केंद्र सरकार के अलावा अलग-अलग सुरक्षा एजेंसियों की नजर इस आंदोलन पर है। दिल्ली बॉर्डर और अन्य जगहों पर प्रदर्शन कर रहे किसान अब अपने आंदोलन को तेज करने जा रहे हैं। जिसको लेकर नई रणनीति तय की जा रही है।आंदोलनकारी किसानों ने आज दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-आगरा हाईवे समेत दिल्ली के कई रास्तों को बंद करने का ऐलान किया है। आइये अब जानते हैं की इस आंदोलन में कितने किसान यूनियन दिल्ली प्रोटेस्ट में शामिल हुए हैं?–
1.सतनाम सिंह पन्नू, अध्यक्ष, किसान मजदूर संघर्ष समिति
किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के सतनाम सिंह पन्नू की उम्र 65 साल है. इस कमेटी की स्थापना 2007 में हुई थी, जिसमें करीब 5000 के आसपास सदस्य हैं. इस कमेटी से जुड़े लोग पंजाब के तरनतारन, गुरदासपुर, फिरोजपुर और अमृतसर से संबंध रखते हैं. फेसबुक पर इनके 70000 के आसपास फॉलोअर्स हैं. यह किसान यूनियन किसी भी मुद्दे को लेकर प्रोटेस्ट करने में लंबा समय लेता है. पंजाब में बीजेपी और अकाली दल की सरकार के दौरान भी इसने एक बड़ा प्रोटेस्ट किया था.
- भारती किसान यूनियन-एकता उग्रहा
इस संगठन की स्थापना 2002 में हुई थी. इसमें 8500 के आसपास मेंबर हैं. यह संगठन अमृतसर, बठिंडा, बवाला, गुरदासपुर, लुधियाना, संगरूर, फरीदकोट, फिरोजपुर मनसा, मोगा और मुक्तसर जिले में अपना प्रभाव रखता है. इस संगठन के फेसबुक पर 46491 फॉलोअर्स हैं. इसके मुख्य फाउंडर और प्रेसिडेंट जोगिंदर सिंह उग्रहा हैं. जोगिंदर सिंह उग्रहा ने सेना को छोड़ करके अपने परिवार की पारंपरिक खेती को शुरू किया था और 2002 में बीकेयू उग्रहा किसान संगठन बनाया था. ये कई बार Pro-LWE की एक्टिविटी में शामिल हो चुके हैं.
- भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी
भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के संस्थापक सुरजीत सिंह फूल हैं. इस किसान संगठन की 2004 में स्थापना की गई थी. इसमें सिर्फ 1000 मेंबर हैं. भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी का राजनीतिक झुकाव माकपा की तरफ है. इसके फेसबुक पर सिर्फ 274 फॉलोअर्स हैं. इनके ऊपर कई बार पुलिस ने एफआईआर भी दर्ज की है. यही नहीं पंजाब सरकार ने 2009 में इन पर यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था क्योंकि इनके संबंध कई नक्सलियों से बताए गए थे.
- क्रांतिकारी किसान यूनियन
क्रांतिकारी किसान यूनियन के संस्थापक और स्टेट प्रेसिडेंट डॉक्टर दर्शन पाल हैं. इस संगठन की स्थापना 2016 में हुई थी. इस संगठन के 700 मेंबर हैं. यह संगठन राजनीतिक तौर माकपा की तरफ झुकाव रखता है. 70 साल की उम्र के दर्शन पाल ने पंजाब सरकार में हेल्थ डिपार्टमेंट में नौकरी शुरू की थी. एलडब्ल्यूई एक्टिविटीज के चलते कई बार आरोप लगते रहे हैं. यही नहीं इनके कई सीपीआई (मोओविस्ट) नेताओं से संपर्क रहे हैं, जिसे लेकर इनके ऊपर बड़े सवाल उठे हैं.
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- भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल
भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल के प्रेसिडेंट अजमेर सिंह लक्खोवाल हैं. संगठन के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह लक्खोवाल हैं. इसकी स्थापना 1992 में हुई थी और अभी इसके 7000 मेंबर हैं. फेसबुक पर इसके 5886 ही फॉलोअर हैं. 77 साल के अजमेर सिंह लक्खोवाल पाकिस्तान में जन्मे थे और विभाजन के समय लुधियाना आए थे. अजमेर सिंह लक्खोवाल गणित में एमएससी हैं.
- भारतीय किसान यूनियन डकोंडा
भारतीय किसान यूनियन डकोंजा के प्रेसिडेंट बूटा सिंह बुर्ज गिल हैं. इस संगठन की स्थापना 2005 में हुई थी और इसके 4000 मेंबर हैं. यह किसान संगठन संगरूर, बरनाला, मोगा लुधियाना, पटियाला, फिरोजपुर, फरीदकोट और फतेहगढ़ साहिब में प्रभाव रखता है. यह राजनीतिक तौर पर प्रो-सीपीआईएम किसान संगठन है. 66 साल के बूटा सिंह बुर्ज गिल इससे पहले BKU/Lakhowal से संबंधित थे.
- भारतीय किसान यूनियन सिद्धपुर
भारतीय किसान यूनियन सिद्धूपुर के प्रेसिडेंट जगजीत सिंह दलेवाल हैं. इस किसान संगठन की स्थापना 2002 में हुई थी. इसमें 5000 मेंबर हैं. जगजीत सिंह दलेवाल 62 साल के हैं और इनके पास 17 एकड़ जमीन है.
- भारतीय किसान यूनियन राजेवाल
भारतीय किसान यूनियन रजेवाल के संस्थापक बलबीर सिंह रजेवाल हैं. 2006 में इस किसान यूनियन की स्थापना की गई थी. इसके करीब 5000 सदस्य हैं. यह किसान संगठन बठिंडा, फरीदकोट, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, गुरदासपुर, होशियारपुर जैसी जगहों पर अपना प्रभाव रखता है. बलबीर सिंह रजेवाल 77 साल के हैं. 2008 में रजेवाल ने बीकेयू (एमआर) से रिजाइन करके बीकेयू रजेवाल बनाया था तब से यह लगातार इस किसान संगठन के प्रेसिडेंट है.
- भारतीय किसान यूनियन कादियान
भारतीय किसान यूनियन कादियान के संस्थापक हरमीत सिंह क़ादियान है. इस यूनियन की स्थापना 2017 में की गई थी. इसमें लगभग 4000 मेंबर हैं. यह बटिंडा, जालंधर, होशियारपुर, मोगा, रोपण और मानसा जैसे कई जगहों पर है सक्रिय है. 35 साल की उम्र के हरमीत सिंह कादियान लुधियाना में जन्मे थे और लुधियाना के खालसा कॉलेज से इन्होंने ग्रेजुएशन किया है.
- कीर्ति किसान यूनियन
इस किसान यूनियन के संस्थापक निर्भय सिंह दूधीके हैं. 1972 में इस किसान संगठन की स्थापना की गई थी. इसके 5500 मेंबर इस समय एक्टिव हैं. यह किसान संगठन अमृतसर, गुरदासपुर, जालंधर, पठानकोट, संगरूर, मोगा, लुधियाना और नवांशहर में एक्टिव है. यह किसान संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ़ मार्क्सिस्ट लेनिनिस्ट डेमोक्रेटिक से राजनीतिक रूप से जुड़ा हुआ है. इस किसान संगठन के 1247 फेसबुक फॉलोअर हैं.
- भारतीय किसान यूनियन दोआब
भारतीय किसान यूनियन दोआबा के प्रेसिडेंट मनजीत सिंह राय हैं. यह किसान संगठन नवांशहर, जालंधर, होशियारपुर और कपूरथला के किसानों में अपना प्रभाव रखता है.
- किसान संघर्ष समिति
किसान संघर्ष कमेटी के प्रेसिडेंट कमलप्रीत सिंह पन्नू हैं. इस किसान संगठन की स्थापना सन 2000 में हुई थी जिसके सिर्फ 1500 एक्टिव मेंबर हैं. यह संगठन कपूरथला, अमृतसर, जालंधर, तरनतारन और गुरदासपुर जैसे पंजाब के जिलों में अपना प्रभुत्व रखता है.
आने वाले दिन में अगर सरकार और किसानों के बीच अगर तालमेल नहीं बैठती तो आने वाले समय में ये आंदोलन देशव्यापी होगा ,ऐसा किसान यूनियन के नेताओं द्वारा कहना है।