Ghaziabad News: गाजियाबाद में पछुआ हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ रोक रहा मॉनसून का रास्ता, गर्मी-उमस से बुरा हाल

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Ghaziabad News: गाजियाबाद में पछुआ हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ रोक रहा मॉनसून का रास्ता, गर्मी-उमस से बुरा हाल

अखंड प्रताप सिंह, गाजियाबाद
इस बार मॉनसून को लेकर मौसम विभाग की तरफ से दिल्ली-एनसीआर को लेकर दो बार पूर्वानुमान लगाया गया, लेकिन दोनों पूर्वानुमान फेल हो गए। इस वजह से इस बार मॉनसून बहुत लेट हो गया है और लोगों का गर्मी और उमस से बुरा हाल हो रहा है। दिल्ली-एनसीआर में इस बार मॉनसून बीते 15 साल में सबसे लेट आ रहा है।

फिलहाल मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि मॉनसून में देरी से कुछ ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा, सामान्य वर्षा होने की ही संभावना है। फिलहाल गाजियाबाद में 9 साल में सबसे ज्यादा गर्मी देखने को मिली है। इस बार मॉनसून समय से पहले आया लेकिन अचानक थम सा गया। जिसकी वजह से गर्मी बहुत अधिक बढ़ गई। हमने मौसम वैज्ञानिकों से बात करके जाना कि आखिर मॉनसून के न आ पाने की वजह क्या है।

ऐसे बिगड़ गई चाल
मौसम वैज्ञानिक रंजीत सिंह बताते हैं कि 13 जून के आसपास मॉनसून बहुत तेजी के साथ उत्तर प्रदेश की तरफ से बढ़ा। बरेली तक पहुंच गया था। तब पूर्वानुमान लगाया गया है कि अगले 48 घंटे में मॉनसून दिल्ली-एनसीआर में दस्तक देगा। लेकिन उसी दौरान जिस स्पीड से पूर्वी हवाएं चल रही थीं अचानक उसी रफ्तार से पाकिस्तान और राजस्थान के रास्ते पछुआ हवाएं चलने लगीं और इसने पूर्वी हवाओं को रोक दिया। जिसकी वजह से चार से पांच दिन तक पूर्वी उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश का सिलसिला चलता। बड़ी मुश्किल से अलीगढ़ और मेरठ तक मॉनसून पहुंच सका। पर यह इससे आगे नहीं बढ़ पाया और धीरे-धीरे करके कमजोर पड़ गया।

पश्चिमी विक्षोभ से नहीं हो सका मिलन
मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि दूसरी बार दस जुलाई को मॉनसून के दस्तक का पूर्वानुमान इस आधार पर लगाया गया था कि पूर्वी हवाएं आएंगी और जम्मू कश्मीर के रास्ते पश्चिमी विक्षोभ भी आएगा। दोनों के मिलन होने से दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश होगी। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर में ही रुक गया है और आगे नहीं बढ़ पा रहा है। जिसकी वजह से इस बार भी पूर्वानुमान के अनुसार मॉनसून दिल्ली-एनसीआर में दस्तक नहीं दे सका।

अरब सागर की ऐक्टिविटी हुई है कम
मौसम वैज्ञानिक चरण सिंह का कहना है कि मॉनसून में देरी अरब सागर की ऐक्टिविटी में कमी की वजह से भी है। क्योंकि हम देखते हैं कि जून के आसपास अरब सागर में ऐक्टिविटी बढ़ती है। जिससे मॉनसून वक्त से आ जाता है लेकिन इस बार ऐक्टिविटी कम देखी गई और इसकी वजह है कि जो पश्चिमी हवाएं हैं, वह ऐक्टिविटी को लगातार डॉमिनेट करती रही है। अभी बस इतना कह सकते हैं कि सामान्य बारिश ही होगी।

18 तक नहीं दिख रही है संभावना
मौसम विभाग की वेबसाइट के अनुसार अभी छह दिन तक मूसलाधार बारिश की संभावना नहीं बना रही है। छह दिन में चार दिन ही हल्की बारिश की संभावना जताई जा रही है। बाकी दो दिन तक केवल आसमान में बादल रहने की संभावना जताई गई है।

दिन- अधिकतम/ न्यूनतम/ पूर्वानुमान

मंगलवार- 33/ 25/ हल्की बारिश
बुधवार- 33/ 24/ हल्की बारिश
गुरुवार- 34/ 25/ बादल रहेंगे
शुक्रवार- 36/ 27/ बादल रहेंगे
शनिवार- 37/ 28/ हल्की बारिश
रविवार- 34/ 26/ हल्की बारिश

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