Garhwa News : पहले की बेरहमी से पिटाई, फिर पत्नी के मुंह में लोहे की रॉड डालकर मार डाला, हत्या करने के बाद खुद भी लगा ली फांसी
गढ़वा
झारखंड में गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के चुटिया गांव में एक आदिवासी परिवार में पारिवारिक विवाद में पति ने पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भिजवा दिया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार तड़के करीब तीन बजे चुटिया गांव निवासी शिवनाथ मांझी ने अपनी पत्नी चंद्रावती देवी को पीट-पीटकर अधमरा किया। इसके बाद उसके मुंह में लोहे की रॉड डालकर उसकी हत्या कर दी। पत्नी की हत्या करने बाद शिवनाथ रस्सी लेकर निकला और घर से थोड़ी ही दूर स्थित जंगल में जाकर एक पेड़ से लटककर खुद भी आत्महत्या कर ली।
पति-पत्नी के बीच होता था झगड़ा
ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों पति-पत्नी के बीच बराबर झगड़ा होता रहता था। झगड़े के दौरान शिवनाथ अपनी पत्नी के साथ अक्सर मारपीट करता था। मारपीट से तंग आकर उसकी पत्नी चंद्रावती देवी पिछले दिन अपने मायके रंका थाना के ही बेलवादामर चली गई थी। बार-बार पारिवारिक कलह के कारण मायके से वह पति के घर नहीं आना चाह रही थी। लेकिन कुछ दिन पहले ही शिवनाथ उसको लेने ससुराल बेलवादामर गया हुआ था।
ससुराल पहुंचने पर शिवनाथ की हुई थी पिटाई
ससुराल पहुंचने पर शिवनाथ मांझी की ससुराल वालों ने पिटाई कर दी क्योंकि वो चंद्रावती के साथ बार-बार लड़ाई और मारपीट करता था। पिटाई के बाद शिवनाथ ने ससुराल वालों से माफी मांगी और पत्नी चंद्रावती को समझा-बुझाकर तीन दिन पहले ही चुटिया स्थित अपने घर ले आया था। लेकिन घर लाते ही उसने पत्नी की पुनः पिटाई शुरू कर दी और शनिवार की सुबह में बुरी तरह पिटाई करने के बाद मुंह में रॉड डालकर उसकी हत्या कर दी। फिर खुद भी फांसी लगा ली।
मृतक महिला के बेटे ने बताई पूरी घटना
शिवनाथ मांझी के तीन बच्चे हैं। इसमें बड़ा बेटा लक्ष्मण माझी (18 वर्ष), छोटा बेटा अमित मांझी (16 वर्ष) और बेटी तारावती कुमारी (15 वर्ष) के नाम शामिल है। दोनों बेटे पढ़ाई नहीं करते थे, लेकिन छोटी बच्ची 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी। मृतक शिवनाथ मांझी के बड़े लड़के लक्ष्मण मांझी ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जब मां-पिताजी में लड़ाई हो रही थी, उस समय वे तीनों भाई-बहन बाहर सो रहे थे। जबकि मां-पिताजी अंदर कमरे में झगड़ा कर रहे थे। सुबह का टाइम था, इसलिए वे लोग गहरी नींद में थे। इसके चलते झगड़ा का पता उन लोगों को कुछ देर के बाद चला।
धक्का देकर बच्चों को गिराया और फिर भाग गया आरोप पति
लक्ष्मण मांझी ने बताया कि मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर उसके छोटे भाई अमित ने उसे जगाया। तबतक उसके पिताजी ने लोहे की रॉड मां के मुंह में डाल दी थी। वे लोग दौड़े और तीनों ने मिलकर पिताजी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन पिताजी ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और मां की हत्या करने के बाद घर से बाहर जंगल की तरफ भाग गये। सुबह ग्रामीणों ने बताया गया कि उसके पिता का भी शव फांसी के फंदे में लटका हुआ है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
झारखंड में गढ़वा जिले के रंका थाना क्षेत्र के चुटिया गांव में एक आदिवासी परिवार में पारिवारिक विवाद में पति ने पत्नी की पीट-पीटकर हत्या कर दी। इसके बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेते हुए उसे पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा भिजवा दिया।
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार तड़के करीब तीन बजे चुटिया गांव निवासी शिवनाथ मांझी ने अपनी पत्नी चंद्रावती देवी को पीट-पीटकर अधमरा किया। इसके बाद उसके मुंह में लोहे की रॉड डालकर उसकी हत्या कर दी। पत्नी की हत्या करने बाद शिवनाथ रस्सी लेकर निकला और घर से थोड़ी ही दूर स्थित जंगल में जाकर एक पेड़ से लटककर खुद भी आत्महत्या कर ली।
पति-पत्नी के बीच होता था झगड़ा
ग्रामीणों के मुताबिक, दोनों पति-पत्नी के बीच बराबर झगड़ा होता रहता था। झगड़े के दौरान शिवनाथ अपनी पत्नी के साथ अक्सर मारपीट करता था। मारपीट से तंग आकर उसकी पत्नी चंद्रावती देवी पिछले दिन अपने मायके रंका थाना के ही बेलवादामर चली गई थी। बार-बार पारिवारिक कलह के कारण मायके से वह पति के घर नहीं आना चाह रही थी। लेकिन कुछ दिन पहले ही शिवनाथ उसको लेने ससुराल बेलवादामर गया हुआ था।
ससुराल पहुंचने पर शिवनाथ की हुई थी पिटाई
ससुराल पहुंचने पर शिवनाथ मांझी की ससुराल वालों ने पिटाई कर दी क्योंकि वो चंद्रावती के साथ बार-बार लड़ाई और मारपीट करता था। पिटाई के बाद शिवनाथ ने ससुराल वालों से माफी मांगी और पत्नी चंद्रावती को समझा-बुझाकर तीन दिन पहले ही चुटिया स्थित अपने घर ले आया था। लेकिन घर लाते ही उसने पत्नी की पुनः पिटाई शुरू कर दी और शनिवार की सुबह में बुरी तरह पिटाई करने के बाद मुंह में रॉड डालकर उसकी हत्या कर दी। फिर खुद भी फांसी लगा ली।
मृतक महिला के बेटे ने बताई पूरी घटना
शिवनाथ मांझी के तीन बच्चे हैं। इसमें बड़ा बेटा लक्ष्मण माझी (18 वर्ष), छोटा बेटा अमित मांझी (16 वर्ष) और बेटी तारावती कुमारी (15 वर्ष) के नाम शामिल है। दोनों बेटे पढ़ाई नहीं करते थे, लेकिन छोटी बच्ची 10वीं कक्षा में पढ़ रही थी। मृतक शिवनाथ मांझी के बड़े लड़के लक्ष्मण मांझी ने घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि जब मां-पिताजी में लड़ाई हो रही थी, उस समय वे तीनों भाई-बहन बाहर सो रहे थे। जबकि मां-पिताजी अंदर कमरे में झगड़ा कर रहे थे। सुबह का टाइम था, इसलिए वे लोग गहरी नींद में थे। इसके चलते झगड़ा का पता उन लोगों को कुछ देर के बाद चला।
धक्का देकर बच्चों को गिराया और फिर भाग गया आरोप पति
लक्ष्मण मांझी ने बताया कि मां के चिल्लाने की आवाज सुनकर उसके छोटे भाई अमित ने उसे जगाया। तबतक उसके पिताजी ने लोहे की रॉड मां के मुंह में डाल दी थी। वे लोग दौड़े और तीनों ने मिलकर पिताजी को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन पिताजी ने उन्हें धक्का देकर गिरा दिया और मां की हत्या करने के बाद घर से बाहर जंगल की तरफ भाग गये। सुबह ग्रामीणों ने बताया गया कि उसके पिता का भी शव फांसी के फंदे में लटका हुआ है।