नई दिल्ली: देश में इस समय चुनावी सिलसिला अपने चरण स्तर पर है. हर तरफ सिर्फ चुनावी रण का हुंकार बजा हुआ है. जहां तमाम पार्टियों आने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर अपने कमर कसने को तैयार है. तो दूसरी तरफ तमाम दल इसी हिसाब से आपस में गठबंधन की तैयारी कर रहे है.
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव को उसका सेमीफाइनल बताया जा रहा है. जहां छत्तीसगढ़ के चुनावों के नतीजे ईवीएम मशीन में कैद है, तो वहीं आज मध्य प्रदेश और मिजोरम में राजनेताओं की भाग्य का फैसला वह की जनत के हाथों पर है. 7 दिसंबर को राजस्थान और तेलंगाना की विधानसभा सीटों के लिए चुनावी बिसात बिछती नजर आ रहीं है. सत्ता में आने के लिए सभी पार्टियों अपनी पूरी-पूरी ताकत झोंकते हुए मिलेगी.
पहली ट्रांसजेंडर उम्मीदवार चंद्रमुखी के लापता होने की खबर
आपको बता दें कि इस बीच एक खबर ने काफी टूल पकड़ी हुई है तेलंगाना विधानसभा से चुनाव लड़ने जा रही पहली ट्रांसजेंडर उम्मीदवार चंद्रमुखी के लापता होने की खबर आ रहीं है. वह बहुजन लेफ्ट फ्रंट पार्टी की उम्मीदवार हैं और वह भाजपा पार्टी के टी राजा सिंह और कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता मुकेश गोद के खिलाफ गोशमहल विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतरेगी.
ये पहली बार है जब तेलंगाना से कोई पहली ट्रांसजेंडर समुदाय से कोई प्रत्याशी चुनाव में उतर रहीं है. पुलिस में लापता का मामला दर्ज करवाया गया है जिसमें लिखा गया है कि चंद्रमुखी मंगलवार सुबह से ही गायब है. वहीं इस मामले पर चंद्रमुखी के साथियों ने उनके अपहरण होने की संभावना व्यक्त की है. बता दें कि चंद्रमुखी का चुनावी रण में उतरने का मुख्य वजह उनके समुदाय के साथ अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने से है. उन्होंने काफी रैलियों में ट्रांसजेंडर समुदाय के सम्मान के खिलाफ आवाज तक उठाई है और उनके साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ वो आगे आई है. तेलंगाना की 119 विधानसभा सीटों पर 7 दिसंबर को एकसाथ मतदान होना है.