EXCLUSIVE: शेखर सुमन ने Rhea Chakraborty से मांगे इन सवालों के जवाब

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नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के सुसाइड मामले में सीबीआई (CBI) की टीम लगातार जांच कर रही है. वहीं, Zee News से एक्सक्लूसिव बातचीत में बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शेखर सुमन (Shekhar Suman) ने काफी खुलकर बात की है. शेखर सुमन ने एक लंबे इंटरव्यू में रिया चक्रवर्ती (Rhea Chakraborty) पर कई सवाल खड़े किए हैं. रिया के ड्रग्स मामले पर भी शेखर सुमन ने काफी खुलकर बात की है. 

ड्रग्स नहीं लेती रिया तो चैट में क्यों हैं ये बातें?
रिया के इंटरव्यू के बारे में बात करते हुए शेखर सुमन ने साफ तौर पर कहा है, ‘रिया ने इस इंटरव्यू में सरासर झूठ बोला है. वह कह रही हैं कि वह ड्रग्स नहीं लेती, लेकिन जब उनकी चैट सामने आती है तो वह ड्रग्स एडिक्ट की तरह बात कर रही हैं. वह बार-बार कहती हैं कि वहां का स्टफ बहुत अच्छा है. वगैरह वगैरह’. इसके आगे शेखर सुमन कहते हैं, ‘रिया का इंटरव्यू पहले से तय था, जहां उन्हें पहले से सारे सवाल पता थे, क्योंकि वह इंटरव्यू देखते हुए साफ तौर पर समझ आ रहा है कि वह रटे रटाए जवाब दे रही हैं. जब लाइव इंटरव्यू में कोई सवाल पूछता है तो इंसान कुछ सोचकर बोलता है, लेकिन रिया इस इंटरव्यू में बिना एक मिनट भी सोचे बोलती जा रही थीं.’

सुशांत को दिया रिया ने ड्रग्स 
शेखर सुमन ने इस इंटरव्यू में यह आशंका भी जताई है कि रिया ने ही सुशांत को ड्रग्स दिया है. क्योंकि सुशांत के पुराने स्टाफ की बात को सुना जाए तो रिया से मुलाकात के पहले तक सुशांत काफी खुशमिजाज और उत्साहित व्यक्ति थे. लेकिन जब रिया उनके साथ रहने आईं उसके बाद वह डिप्रेशन में आए. शेखर सुमन ने कहा कि यह तो जाहिर है कि रिया लगातार झूठ बोल रही हैं. 

जांच को भटकाने की कोशिश की जा रही है
इस सबके अलावा शेखर सुमन ने कहा, ‘मुझे बहुत अजीब लग रहा है, क्योंकि जहां से कहानी शुरू हुई थी, वो कई और कहानियों से गुजरती हुई, किसी और दिशा में निकल गई. मुझे ऐसा लगता है कि पिछले 70 दिनों में इसकी गोपनीयता, संदिग्धता और बढ़ गई है और विश्वसनीयता खत्म हो गई है या कम हो रही है. वो इसलिए क्योंकि कहानी शुरू हुई थी नेटोपिटज्म से, गैंगिज्म से.. फिर डिप्रेशन, बाइपोलर थ्योरी पर.. फिर डबल मर्डर पर…और फिर मनी लांड्रिंग पर आए. मुंबई पुलिस, बिहार की पुलिस, सुप्रीमकोर्ट, पर्सनल एजेंडा और अब ड्रग्स. ऐसा लग रहा है कि कोई है, जो ड्राइविंग सीट पर बैठा पटकथा को घूमा रहा है और जिस ओर वो ले जा रहा है… हम भी उसी ओर जा रहे हैं.’

जांच को भटकाने की कोशिश की जा रही है
उन्होंने कहा, ‘सुशांत मामले में जो मुख्य मुद्दा था कि ये कथित आत्महत्या जो है, वो हत्या प्रतीत हो रही है. इसको लेकर मैंने शुरुआत की थी 15 जून से ही. तो मुझे लगता है कि ये कहीं पीछे रह गया. ड्रग कारटेल अपनी जगह है… मनी लांड्रिंग एक अलग विषय है, उन सबकी जांच भी होती रहनी चाहिए. मुझे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि जांच को भटकाने की कोशिश की जा रही है या ये भटक चुका है. अब इस पर देखिए चैनेल्स की लड़ाई शुरू हो गई है. जाति तौर पर लोग एक दूसरे पर उंगलियां उठा रहे हैं, तो ये सही नहीं है. इसको सनसनीखेज बनाने की कोई जरूरत नहीं है. ये बहुत ही भावनात्मक और गंभीर विषय है.’

न चाहते हुए भी मुझे बोलना पड़ता है
शेखर सुमन ने आगे कहा, ‘इस विषय को लेकर मैं आगे निकला था. मुझे ऐसा लगा कि जांच सीबीआई तक जब पहुंच गई है, तो मुझे बैक सीट ले लेना चाहिए, लेकिन रोज जो नए तथ्य बाहर आ रहे हैं. उसमें न चाहते हुए भी मुझे बोलना पड़ता है. एक तरफ ड्रग्स की बात चल रही है, तो दूसरी तरफ एंबुलेंस का एक जो एक ड्राइवर है, उसने ये खुलासा कर दिया है कि सुशांत बॉडी सफेद होनी चाहिए, लेकिन वो पीली थी. सुशांत की टांगे टूटी हुई थी. मुझे ऐसा लगता है कि अब वक्त आ गया कि हमें बैठकर यह इंतजार करना चाहिए कि सीबीआई की जांच किस निष्कर्ष तक पहुंचती है.’

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