Dog Attack: सर्वे में 10 में से 6 लोगों ने कहा- कुत्तों के हमले हैं आम बात

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Dog Attack: सर्वे में 10 में से 6 लोगों ने कहा- कुत्तों के हमले हैं आम बात

Dog Attack: सर्वे में 10 में से 6 लोगों ने कहा- कुत्तों के हमले हैं आम बात

विशेष संवाददाता, नई दिल्लीः 10 में से 6 भारतीय को कुत्तों का हमला करना आम बात लगती है। लोकल सर्कल्स के एक सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे में शामिल 56 प्रतिशत लोगों को लगता है कि आवारा कुत्तों का आंतक सामान्य है, तो वहीं 31 प्रतिशत लोग पालतु कुत्तों के हमलों को आम मानते हैं। इस सर्वे में 32 प्रतिशत लोगों ने माना कि पालतु कुत्तों के मालिकों को कुत्तों को ट्रेनिंग देनी चाहिए। वहीं, 10 में से एक भारतीय को लगता है कि सिविक एजेंसियां कुत्तों को बेहतर मैनेज कर रही हैं।

लोकल सर्कल्स के अनुसार पिछले कुछ हफ्तों के दौरान कुत्तों के काटने, हमलों की कई वारदातें सुर्खियों में रही हैं। गाजियाबाद में एक लिफ्ट में कुत्ते ने बच्चे पर हमला किया और उसे 150 टांके आए। वहीं, नोएडा की एक सोसायटी में 17 अक्टूबर को कुत्ते के हमले से नवजात की मौत हो गई। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर साल 20 हजार से अधिक लोग रेबिज की वजह से दम तोड़ देते हैं। अकेले 36 प्रतिशत रेबिज से मौते भारत में होती हैं। सेंसस के अनुसार 2012 में आवारा कुत्तों की संख्या 1.7 करोड़ थी, जो 2021 में कम होकर 1.6 करोड़ हो गई है। तमिलनाडु, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और गुजरात में कुत्तों के काटने के सबसे अधिक मामले हैं। जबकि आवारा कुत्तों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश, ओडिसा, महाराष्ट्र और राजस्थान में है। लोकल सर्कल्स के इस सर्वे में 31000 ऑनलाइन रिस्पांस मिले।

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सर्वे में 30 प्रतिशत लोगों ने कहा कि आवारा कुत्तों का हमला आम है। 3 प्रतिशत ने पालतु कुत्तों के हमलों को आम बताया। वहीं, 26 प्रतिशत लोगों ने दोनों तरह के कुत्तों के हमलों को आम बताया है। वहीं, 28 प्रतिशत लोगों को लगता है कि इस तरह की घटनाएं कभी कभार होती हैं। कुल मिलाकर 56 प्रतिशत लोगों ने आवारा कुत्तों और 31 प्रतिशत लोगों ने पालतु कुत्तों के हमलों को आम बताया है।

32 प्रतिशत ने कहा, कुत्तों के मालिक नहीं देते ध्यान
सर्वे में 32 प्रतिशत लोगों ने माना कि पालतु कुत्तों के मालिक उन्हें ट्रेनिंग नहीं देते। 11 प्रतिशत लोगों को ही लगता है कि मालिक उन्हें ट्रेनिंग देते हैं। 21 प्रतिशत लोगों को लगता है कि ज्यादातर मालिक कुत्तों को ट्रेनिंग देते हैं। 28 प्रतिशत मानते हैं कि कुछ लोग ही अपने पालतु कुत्तों को ट्रेनिंग देते हैं। कुल मिलाकर सर्वे में शामिल 19 प्रतिशत लोगाों को नहीं लगता कि पालतु कुत्तों के मालिक उन्हें किसी तरह की ट्रेनिंग देते हैं। 16 प्रतिशत को लगता है कि पालतु कुत्तों को ट्रेनिंग देने के लिए मालिक इच्छुक नहीं होते। ज्यादातर लोगों को लगता है कि पालतु कुत्तों के साथ समय बिताने और उन्हें ट्रेनिंग देने का मालिक के पास समय नहीं होता।

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सर्वे में शामिल 65 प्रतिशत लोगों ने माना कि सिविक एजेंसी न तो आवारा कुत्तों का मैनेजमेंट ठीक से कर पा रही है और न ही पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन कर पा रही है। वहीं, 5 प्रतिशत लोगों को लगता है कि दोनों तरह के कुत्तों का सिविक एजेंसी काफी अच्छे से मैनेजमेंट कर रही है। वहीं, 10 प्रतिशत लोगो को लगता है कि पालतु कुत्तों का रजिस्ट्रेशन तो हो रहा है, लेकिन आवारा कुत्तों के लिए कोई मैनेजमेंट नहीं है।

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