दिल्ली को जाम से राहत दिलाने की तैयारी !

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दिल्ली सरकार दिल्ली वासियो के लिए खुश खबरी लेकर आई है। राजधानी दिल्ली में सबसे ज्यादा परेशानी पैदा करने वाले जाम को निपटाने के लिए सरकार नए प्रोजेक्ट की तैयारी कर रही है। दिल्ली को जाममुक्त कराने के लिए सरकार ने नई परियोजनाओं पर काम शुरू कर दिया है । इन नई परियोजनाओं के तहत जहाँ दिल्ली से पानीपत और दिल्ली से अलवर के बीच रीज़नल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) का निर्माण होगा।

वहीँ दिल्ली से गुरुग्राम के बीच मेट्रीनो प्रोजेक्ट को भी अगले 15 दिनों में मंजूरी की संभावना है। इसके अलावा पांच एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं पर भी तेजी से काम हो रहा है । दिल्ली-सोनीपत-पानीपत आरआरटीएस पर 16500 करोड़ रूपये की लागत आने का अनुमान है। यह नेशनल हाईवे-1 के समानांतर चलेगी, जबकि दिल्ली-रेवाड़ी-अलवर आरआरटीएस का निर्माण 3700 करोड़ रूपये खर्च हो सकते है। इसका कार्यन्वयन नेशनल हाईवे-8 के समांतर चलेगा। दोनों परियोजनाओं के बारे में एनएचआई की केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के साथ सहमति बन गयी है। सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्रीय परिवहन निगम इन परियोजनाओं के रूप रेखा का आलेख कर चुका है ।

एनएचआई और एनसीआरटीसी मिलकर परियोजना के कार्य की रूप रेखा तैयार करेंगे । परियोजना से सम्बन्धित सक्षमता रिपोर्ट एक महीने में तैयार होने की संभावना है । परियोजना की लागत का कुछ हिस्सा दिल्ली विकास प्राधिकरण द्वारा दिया जायेगा। दिल्ली को जाम से मुक्त करने के लिए सड़क मंत्रालय भी काम कर रहा है। इसके लिए उसने पांच एक्सप्रेस-वे के अलावा दिल्ली-गुरुग्राम के बीच मेट्रीनो प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने की रूपरेखा तैयार की है। इसे अगले 15 दिनों में मंजूरी मिलने की संभावना है।

पांच एक्सप्रेस-वे में ईस्टर्न पेरिफेल एक्सप्रेस-वे का 80 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। जबकि दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे निजामुद्दीन-यूपी बॉर्डर तक के पहले चरण पर बहुत तेज़ी से काम चल रहा है। इसके यूपी बॉर्डर से डासना तक के दूसरे चरण का निर्माण बरसात के बाद शुरू होने की संभावना है। दिल्ली-जयपुर एक्सप्रेस-वे के एलाइनमेंट को भी अंतिम रूप दिया जा चुका है । दिल्ली-अमृतसर-जम्मू-कटड़ा एक्सप्रेस-वे की डीपीआर तैयार हो रही है।