भारत आने के लिए मोदी सरकार से सेटलमेंट करना चाहता है दाऊद इब्राहिम

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मशहूर आपराधिक वकील श्याम केसवानी ने मंगलवार को अपने एक बयान में कहा है कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम कासकर भारत वापस लौटना चाहता है। दाऊद ने इसके लिए कुछ शर्तें रखी हैं, लेकिन भारत सरकार को ये शर्तें मंजूर नहीं हैं। ठाणे कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत के दौरान केसवानी ने कहा कि दाऊद इब्राहिम की मांग है कि गिरफ्तारी के बाद उसे उच्च सुरक्षा वाली मुंबई की आर्थर रोड सेंट्रल जेल में ही रखा जाना चाहिए। बता दें, दाऊद इब्राहिम का भाई इब्राहिम कासकर जबरन वसूली के एक केस में इन दिनों जेल में बंद हैं। केसवानी इब्राहिम के वकील हैं और उसी के केस के सिलसिले में ठाणे कोर्ट आए थे।

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केसवानी ने ये भी कहा, “उसने (दाऊद) ने कुछ साल पहले (पूर्व केन्द्रीय मंत्री और मशहूर वकील) राम जेठमलानी के द्वारा भी अपनी यह इच्छा सरकार को बतायी थी, लेकिन भारत सरकार ने वापसी के लिए उसकी किसी भी मांग को मानने से इनकार कर दिया।” उल्लेखनीय है कि आर्थर रोड सेंट्रल जेल वही जेल है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादी और मुंबई हमलों में जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब 4 सालों तक बंद था। उसके बाद इसी जेल में उसे फांसी दे दी गई थी। गौरतलब है कि वकील श्याम केसवानी का बयान मनसे चीफ राज ठाकरे के उस बयान के 6 माह बाद आया है, जिसमें राज ठाकरे ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम भारत वापस लौटना चाहता है, लेकिन इसके लिए वह मोदी सरकार के साथ ‘सेटलमेंट’ करना चाहता है। राज ठाकरे ने कहा था कि दाऊद इब्राहिम काफी बीमार है और अपनी आखिरी सांस भारत में लेना चाहता है।

वहीं, दूसरी तरफ जमीन हथियाने और जबरन वसूली के मामले में इब्राहिम कासकर को ठाणे की विशेष अदालत ने शुक्रवार तक के लिए हिरासत में भेज दिया है। इब्राहिम कासकर पर आरोप है कि उसने एक बिल्डर द्वारा 38 एकड़ जमीन खरीद के मामले में 3 करोड़ रुपए की जबरन वसूली की थी। इस मामले में दाऊद इब्राहिम और उसके भाइयों अनीस और इकबाल को भी आरोपी बनाया गया है। मामले के अन्य 2 आरोपी भंवर कोठार और भारत जैन फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।