Dalit Groom Brarat : 100 जवान, वज्र वाहन, डीजे पर डांस… दबंगों के बीच से घोड़ी सवार दलित दूल्हे की पुलिस ने निकलवाई बारात
नीमच (Neemuch Dalit groom barat news) जिले के मनासा थाना अंतर्गत आने वाले गांव सारसी में दलित युवक की बारात पुलिस के पहरे में निकाला गया है। दंबगों ने दलित युवक को घोड़ी (Dalit groom barat come out on mare) पर बैठकर मंदिर के सामने से जाने से रोक दिया था। इसके बाद पुलिस ने डीजे बजवाकर धूमधाम से युवक की बारात निकलवाई है। इस दौरान युवक शान से तख्ती लेकर घोड़ी पर बैठा (dalit groom sit on mare) हुआ था। दबंगों के विरोध की वजह से गांव में भारी संख्या में पुलिस बस की तैनाती (100 policemen protect dalit groom barat) की गई थी। पुलिस के पहरे के बीच कोई विरोध करने नहीं आया है। दबंगों ने गांव से दलित दूल्हों को घोड़ी से बारात निकालने को लेकर मना किया था।
पुलिस से मांगी थी मदद
दबंगों के विरोध को देखते हुए युवक राहुल सोलंकी और उसके परिवार के लोगों ने पुलिस से मदद मांगी थी। सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों को चिट्ठी लिखी थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने शादी से एक दिन पहले ही गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी थी। गुरुवार दोपहर को डीजे बजवाकर धूमधाम से दलित युवक की बारात निकाली गई। इस दौरान विरोध करने वाले लोग घरों में दुबके रहे हैं।
100 जवान और वज्र वाहन
दलित युवक की बारात निकालने के लिए गांव में 100 से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात किए थे। गांव में हर रास्ते पर जवान दिखे। आगे पुलिस जवान फ्लैग मार्च करते हुए तो बारात में बाराती डीजे की धुन पर नाचते-झूमते हुए चल रहे थे। किसी भी हालात से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को गांव में पहले से ही तैनात कर दिया था। वज्र वाहन की मौजूदगी में फ्लैग मार्च भी निकाला गया। साथ ही बारात के साथ वज्र वाहन और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी चलते दिखाई दिए।
अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैनात रही पुलिस
थाना प्रभारी कन्हैया लाल दांगी ने बताया कि ग्राम सारसी में बारात रोके जाने की आशंका को लेकर पुलिस और प्रशासन ने गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। इसके बाद दलित दूल्हे की बारात धूमधाम से निकाली गई। गांव में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे।
नहीं खत्म हुआ है भेदभाव
वहीं, इस मामले पर दूल्हे राहुल सोलंकी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव अभी खत्म नहीं हुआ है और इसी के चलते आज हमें पुलिस की मौजूदगी में बारात निकालना पड़ रहा है, ये ठीक बात नहीं है। अब मांगलिक कार्यों में भी पुलिस की मौजूदगी रहेगी तो किस तरह का संदेश समाज को जाएगा। इस तरह की भावनाओं और सामाजिक भेदभाव की परंपरा को खत्म करना होगा।
सागर में दबंगों ने कर दिया था हमला
चार दिन पहले ही एमपी के सागर जिले में दबंगों ने दलित दूल्हे की गाड़ी तोड़ दी थी। साथ ही उसके घर पर भी हमला बोल दिया था। बाद में पुलिस की मौजूदगी में बारात निकाली गई थी। सागर की घटना से सबक सीखते हुए प्रशासन ने नीमच में किसी अनहोनी से बचने के लिए पहले ही तैयारी कर ली थी।
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पुलिस से मांगी थी मदद
दबंगों के विरोध को देखते हुए युवक राहुल सोलंकी और उसके परिवार के लोगों ने पुलिस से मदद मांगी थी। सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन के बड़े अधिकारियों को चिट्ठी लिखी थी। इसे देखते हुए प्रशासन ने शादी से एक दिन पहले ही गांव में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती कर दी थी। गुरुवार दोपहर को डीजे बजवाकर धूमधाम से दलित युवक की बारात निकाली गई। इस दौरान विरोध करने वाले लोग घरों में दुबके रहे हैं।
100 जवान और वज्र वाहन
दलित युवक की बारात निकालने के लिए गांव में 100 से ज्यादा पुलिस के जवान तैनात किए थे। गांव में हर रास्ते पर जवान दिखे। आगे पुलिस जवान फ्लैग मार्च करते हुए तो बारात में बाराती डीजे की धुन पर नाचते-झूमते हुए चल रहे थे। किसी भी हालात से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन ने 100 से अधिक पुलिसकर्मियों को गांव में पहले से ही तैनात कर दिया था। वज्र वाहन की मौजूदगी में फ्लैग मार्च भी निकाला गया। साथ ही बारात के साथ वज्र वाहन और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी चलते दिखाई दिए।
अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैनात रही पुलिस
थाना प्रभारी कन्हैया लाल दांगी ने बताया कि ग्राम सारसी में बारात रोके जाने की आशंका को लेकर पुलिस और प्रशासन ने गांव में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। इसके बाद दलित दूल्हे की बारात धूमधाम से निकाली गई। गांव में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सभी पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे।
नहीं खत्म हुआ है भेदभाव
वहीं, इस मामले पर दूल्हे राहुल सोलंकी ने कहा कि सामाजिक भेदभाव अभी खत्म नहीं हुआ है और इसी के चलते आज हमें पुलिस की मौजूदगी में बारात निकालना पड़ रहा है, ये ठीक बात नहीं है। अब मांगलिक कार्यों में भी पुलिस की मौजूदगी रहेगी तो किस तरह का संदेश समाज को जाएगा। इस तरह की भावनाओं और सामाजिक भेदभाव की परंपरा को खत्म करना होगा।
सागर में दबंगों ने कर दिया था हमला
चार दिन पहले ही एमपी के सागर जिले में दबंगों ने दलित दूल्हे की गाड़ी तोड़ दी थी। साथ ही उसके घर पर भी हमला बोल दिया था। बाद में पुलिस की मौजूदगी में बारात निकाली गई थी। सागर की घटना से सबक सीखते हुए प्रशासन ने नीमच में किसी अनहोनी से बचने के लिए पहले ही तैयारी कर ली थी।