आकाश विजयवर्गीय के बैटकांड पर उनके पिता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, ‘’यह बहुत दुर्भागयपूर्ण है। कच्चे खिलाड़ी हैं – आकाश जी भी और निगम कमिश्मनर। यह बड़ा मुद्दा नहीं था, लेकिन इसे बड़ा बना दिया गया।‘’
मध्य प्रदेश के इंदौर में अतिक्रमण रोकने आए निगम के अधिकारियों पर भाजपा विधायक आकाश विजयवर्गीय की पिटाई के प्रकरण पर उनके पिता व भाजपा राष्ट्रीय महासचिव का बयान आया है। उन्होंने अपने बेटे का बचाव करते हुए अधिकारियों पर निशाना साधा और कहा, ‘’मुझे लगता है कि अधिकारियों को अभिमानी नहीं होना चाहिए। उन्हें जनता के प्रतिनिधियों से बात करनी चाहिए। इस पूरे प्रकरण में मैंने कमी देखी और यह सुनिश्चित करने को कहा कि ऐसा फिर नहीं होना चाहिए। इसलिए यह दोनों को समझना चाहिए।‘’
इस दौरान उन्होंने ये भी कहा, ‘’मैं एक बार पार्षद, मेयर और विभाग का मंत्री रहा हूं, हम बारिश के दौरान किसी भी आवासीय भवन को ध्वस्त नहीं करते हैं। मुझे नहीं मालूम कि इसे लेकर अगर सरकार द्वारा कोई आदेश जारी किया गया था, अगर आदेश जारी नहीं हुआ तो यह सरकार की ग़लती है। अगर किसी भवन को वैसे भी ध्वस्त किया जा रहा है, तो निवासियों के लिए एक ‘धर्मशाला’ में रहने की व्यवस्था की जाती है। नगर निगम की तरफ़ से दुर्व्यवहार किया गया।महिला स्टाफ और महिला पुलिस होनी चाहिए थी। यह एक अपरिपक्व कदम था। ऐसा दोबारा नहीं होना चाहिए।‘’
दरअसल, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय के बेटे विधायक आकाश विजयवर्गीय को निगम के अधिकारियों के साथ मारपीट के मामले में सात जुलाई तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था। भाजपा विधायक ने 26 जुलाई को इंदौर में निगम के अधिकारियों को बैट से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा था। निगम अधिकारी यहां पर अतिक्रमण रोकने के लिए पहुंचे थे।
बता दें कि भाजपा के युवा विधायक ने अपने राजनीतिक करियर की शुरूआत पिछले साल राज्य में विधानसभा चुनाव से की थी। पहली बार चुनावी मैदान में जीत हासिल की और विधायक पद पर आसीन हुए।