Andheri Bypoll: अंधेरी उपचुनाव में ऋतुजा लटके को वॉकओवर देंगे फडणवीस-शिंदे? हाई कोर्ट के फैसले के बाद बदले समीकरण
मुंबई: अंधेरी उपचुनाव से पहले बॉम्बे हाई कोर्ट के फैसले ने शिवसेना के उद्धव गुट के लिए बूस्टर का काम किया है। हाई कोर्ट ने बीएमसी को ऋतुजा लटके का इस्तीफा स्वीकार करने का आदेश दिया है। अब शुक्रवार को बीएमसी से इस्तीफा मंजूर होने के बाद ऋतुजा उद्धव ठाकरे गुट की ओर से नामांकन दाखिल करेंगी। इस बीच चर्चा है कि बीजेपी-शिंदे गुट इस सीट से अपना उम्मीदवार वापस ले सकती है। ठाकरे गुट की उम्मीदवार ऋतुजा लटके को यहां से इमोशनल सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। दरअसल वह इस सीट से दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं।
महाराष्ट्र की सियासत में यह जुमला कहा जाता है कि अगर किसी भी मौजूदा विधायक या सांसद का अचानक निधन हो जाता है, तब उस सीट पर विपक्षी दल अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करते हैं। अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से ऋतुजा लटके उम्मीदवार बनाई गई हैं, जो दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं। वहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे बीजेपी गठबंधन की तरफ से बीजेपी ने इस सीट पर मूरजी पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है।
ऋतुजा के खिलाफ उम्मीदवार से होगा नुकसान!
शिंदे गुट के कई नेताओं का दबी जुबान में यह कहना है कि इस सीट पर ऋतुजा लटके के खिलाफ उम्मीदवार उतारने से नुकसान हो सकता है।ऋतुजा को इस सीट से भावनात्मक समर्थन मिल सकता है क्योंकि वह रमेश लटके की पत्नी हैं। इसके अलावा नेताओं का कहना है कि जनता के बीच में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट की छवि खराब होने की भी आशंका है। शिवसेना विधायक रमेश लटके का इसी साल पार्टी के विभाजन से पहले मई 2022 को निधन हो गया था।
शिंदे गुट ने ठाकरे पर लगाए आरोप
हाई कोर्ट के फैसले पर शिंदे गुट की प्रतिक्रिया सामने आई है। शिंदे गुट के प्रवक्ता और मंंत्री दीपक केसरकर ने कहा, यह सब नौटंकी है अगर वक्त पर दी होती अर्जी, तो हाई कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होती। हमने थोड़ी कहा कि राजीनामा मत लो, देरी की गई है और फिर सिस्टम पर दोष देना और सांत्वना लेने का काम कर रहे हैं। दीपक केसरकर ने आरोप लगाया, ‘क्यों राजीनामे में देरी हुई? क्या यह सोच रहे थे कि यह सीट कांग्रेस को दें या एनसीपी को। आखिरी वक्त पर इस तरह से काम कर रहे हैं। जब पता था कि चुनाव लड़ना है तो वक्त पर राजीनामा क्यों नहीं दिया।’
अंधेरी सीट से उम्मीदवार उतारना चाहता है शिंदे गुट
उधर शिंदे गुट भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। अंधेरी उप चुनाव के लिए बीजेपी से मूरजी पटेल चुनाव लड़ने वाले हैं। उनके चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने उन्हें बीजेपी और शिंदे गुट युति का उम्मीदवार बताया था हालांकि बगावत के बाद पहले चुनाव में उद्धव ठाकरे से टकराने के लिए शिंदे गुट के नेता बेताब हो रहे हैं। वे शिंदे पर बीजेपी से यह सीट मांगकर अपना उम्मीदवार खड़ा करने को कह रहे हैं। इस पर दीपक केसरकर ने कहा कि किस पार्टी का उमीदवार होगा इस पर शिंदे साहब और बीजेपी मिलकर फैसला लेगी।
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महाराष्ट्र की सियासत में यह जुमला कहा जाता है कि अगर किसी भी मौजूदा विधायक या सांसद का अचानक निधन हो जाता है, तब उस सीट पर विपक्षी दल अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करते हैं। अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से ऋतुजा लटके उम्मीदवार बनाई गई हैं, जो दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी हैं। वहीं दूसरी तरफ एकनाथ शिंदे बीजेपी गठबंधन की तरफ से बीजेपी ने इस सीट पर मूरजी पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया है।
ऋतुजा के खिलाफ उम्मीदवार से होगा नुकसान!
शिंदे गुट के कई नेताओं का दबी जुबान में यह कहना है कि इस सीट पर ऋतुजा लटके के खिलाफ उम्मीदवार उतारने से नुकसान हो सकता है।ऋतुजा को इस सीट से भावनात्मक समर्थन मिल सकता है क्योंकि वह रमेश लटके की पत्नी हैं। इसके अलावा नेताओं का कहना है कि जनता के बीच में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके गुट की छवि खराब होने की भी आशंका है। शिवसेना विधायक रमेश लटके का इसी साल पार्टी के विभाजन से पहले मई 2022 को निधन हो गया था।
शिंदे गुट ने ठाकरे पर लगाए आरोप
हाई कोर्ट के फैसले पर शिंदे गुट की प्रतिक्रिया सामने आई है। शिंदे गुट के प्रवक्ता और मंंत्री दीपक केसरकर ने कहा, यह सब नौटंकी है अगर वक्त पर दी होती अर्जी, तो हाई कोर्ट जाने की जरूरत नहीं होती। हमने थोड़ी कहा कि राजीनामा मत लो, देरी की गई है और फिर सिस्टम पर दोष देना और सांत्वना लेने का काम कर रहे हैं। दीपक केसरकर ने आरोप लगाया, ‘क्यों राजीनामे में देरी हुई? क्या यह सोच रहे थे कि यह सीट कांग्रेस को दें या एनसीपी को। आखिरी वक्त पर इस तरह से काम कर रहे हैं। जब पता था कि चुनाव लड़ना है तो वक्त पर राजीनामा क्यों नहीं दिया।’
अंधेरी सीट से उम्मीदवार उतारना चाहता है शिंदे गुट
उधर शिंदे गुट भी इस सीट पर अपना उम्मीदवार उतारना चाहती है। अंधेरी उप चुनाव के लिए बीजेपी से मूरजी पटेल चुनाव लड़ने वाले हैं। उनके चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करते हुए मुंबई बीजेपी के अध्यक्ष आशीष शेलार ने उन्हें बीजेपी और शिंदे गुट युति का उम्मीदवार बताया था हालांकि बगावत के बाद पहले चुनाव में उद्धव ठाकरे से टकराने के लिए शिंदे गुट के नेता बेताब हो रहे हैं। वे शिंदे पर बीजेपी से यह सीट मांगकर अपना उम्मीदवार खड़ा करने को कह रहे हैं। इस पर दीपक केसरकर ने कहा कि किस पार्टी का उमीदवार होगा इस पर शिंदे साहब और बीजेपी मिलकर फैसला लेगी।
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