सुषमा स्वाराज: 22 भारतीय समेत अगवा हुये तेल टैंकर को समुद्री डाकुओं ने छोड़ा

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अफ्रीका के बेनिन तट से दूर एक तेल टैंकर समुद्री तट में लापता हो गया था. इस तेल टैंकर में 22 भारतीय सवार थे. सरकार उसका पता लगाने के लिए नाईजीरिया और बेनिन के प्रशासन के संपर्क में थी. इस तेल टैंकर में 22 भारतीय सवार थे. जहाज का पता लगाने के लिए नाईजीरियाई और बेनिन के नौसेना अधिकारियों के साथ तालमेल कायम कर हर संभव प्रयास किये जा रहे थे.

यह जहाज मुंबई की ‘एंग्लो इस्टर्न शिप मैनेजमेंट कंपनी’ का है. टैंकर को समुद्री डाकुओं ने अगवा कर लिया था. बता दें कि अब तेल टैंकर को डाकुओं की कैद से बचकर सुरक्षित वापिस आने की संभावनाएं बताई जा रही हैं.

 

भारतीय विदेश मंत्री ने दी सूचना

विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी और लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि 22 भारतीयों सहित मर्चेंट शिप मरीन एक्सप्रेस को छुड़ा लिया गया है. हम नाइजीरिया और बेनिन की सरकारों को उनकी मदद और समर्थन के लिए धन्यवाद देते हैं.”

मुंबई के अधिकारियों के मुताबिक  समुद्री डाकुओं ने चार दिन बाद चालक दल के सभी सदस्यों को छोड़ दिया है. वे सुरक्षित हैं और जहाज ने आगे का अपना सफर शुरू कर दिया है.

जहाज मैनिंग एजेंट ‘एंग्लो इर्स्टन’ ने फेसबुक पर एक पोस्ट में बताया गया है कि जहाज में 13,500 टन गैसोलिन अब भी है. नौहवन महानिदेशालय (डीजीएस) के एक अधिकारी ने पहले बताया था कि समुद्र के जिस हिस्से से पोत को अगवा किया गया था वह असुरक्षित है क्योंकि इलाका समुद्री डाकुओं से भरा है.

फिरौती की रक़म पर संदेह

जहाज को सुरक्षित छोड़े जाने पर फिरौती की मांग की गयी थी की नहीं इस बात पर चर्चा हो रही थी. साथ ही फिरौती को लेकर इस तरह की खबरें भी हैं कि समुद्री डाकुओं ने फिरौती की मांग किए बिना जहाज पर मौजूद सामान को लेकर पोत और चालक दल के सदस्यों को जाने दिया है. इस घटना के संबंध में डीजीएस के अधिकारियों ने नाइजीरिया में भारतीय मिशन से संपर्क किया जो स्थानीय एजेंसियों के साथ बचाव प्रयासों में समन्वय कर रहा.