AKU MBBS Result 2024: रिजल्ट सुधारने को विश्वविद्यालय ने दिया मौका, स्क्रूटिनी के लिए मेडिकल छात्र कल से करें आवेदन

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AKU MBBS Result 2024: रिजल्ट सुधारने को विश्वविद्यालय ने दिया मौका, स्क्रूटिनी के लिए मेडिकल छात्र कल से करें आवेदन

AKU MBBS Result 2024: रिजल्ट सुधारने को विश्वविद्यालय ने दिया मौका, स्क्रूटिनी के लिए मेडिकल छात्र कल से करें आवेदन

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AKU MBBS Result 2024: एकेयू में एमबीबीएस छात्रों की उत्तरपुस्तिका के मूल्यांकन में गड़बड़ी पर छात्रों के आक्रोश और सड़क जाम के मामले को आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय ने गंभीरता से लिया है। छात्रों की शिकायत के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन सभी छात्रों को आवेदन का विकल्प दिया है, जिन्हें मूल्यांकन संबंधित शिकायत है। छात्र सोमवार से स्क्रूटिनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। एमबीबीएस 2022 बैच के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन से इस बाबत गुहार लगाई थी कि उनकी उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की जाये। छात्रों ने फिर से परीक्षा की मांग भी की है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने गड़बड़ी के आरोपों को खारिज कर स्क्रूटिनी कमेटी गठित की है। छात्रहित में उनके आवेदनों के आरोपों की सत्यता की जांच भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने शुरू कर दी है।

सत्र 2023-24 में नामांकित छात्रों की परीक्षा लेगा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय:

इधर स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय की स्थापना के बाद अब एकेयू का मेडिकल कॉलजों की परीक्षा का प्रभार खत्म हो जाएगा। इस विश्वविद्यालय की स्थापना से पूर्व में दाखिला लिए छात्रों की परीक्षा की जिम्मेदारी ही एकेयू पर है। सत्र 2023- 24 बैच में नामांकित मेडिकल छात्रों की परीक्षाओं के आयोजन का जिम्मा बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय को है। विश्वविद्यालय प्रशासन अभी से ही आगामी परीक्षाओं की तैयारी में जुट गया है।

रिजल्ट में को सुधार को लेकर छात्रों ने किया था प्रदर्शन:

एकेयू के छात्रों ने शुक्रवार को परीक्षा में कम नंबर आने पर विश्वविद्यालय गेट के सामने प्रदर्शन किया था। छात्र विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों से मिलकर रिजल्ट में सुधार की मांग कर रहे थे। छात्रों को जब गेट बंद कर परिसर में प्रवेश नहीं दिया गया तो मेडिकल छात्रों ने मुख्य सड़क को ही जाम कर दिया था। दरअसल, मेडिकल छात्र पिछले कई दिन से परीक्षा में कम नंबर मिलने को लेकर आक्रोशित थे। छात्रों का आरोप है कि उनकी कॉपियों का मूल्यांकन ठीक से नहीं किया गया। छात्र विश्वविद्यालय प्रशासन से परीक्षा दुबारा लेने या दुबारा कॉपी जांचने की मांग कर रहे थे। परीक्षा मूल्यांकन में भेदभाव के आरोपों पर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पक्ष रखा था और कहा था कि मेडिकल की पढ़ाई करने वाले कई छात्र-छात्राएं वार्षिक और सप्लीमेंट्री परीक्षा में असफल हुए हैं। मूल्यांकन निष्पक्ष हुआ है फिर भी छात्रों को लगता है कि कहीं कोई गड़बड़ी है तो वे स्क्रूटिनी के लिए आवेदन करें। अगर किसी तरह की त्रुटि पाई जाती है तो स्क्रूटिनी कमेटी इस बाबत निर्णय लेगी। छात्रहित में एकेयू प्रशासन समिति के निर्णय के अनुसार काम करेगी। 

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